फ्रेंड्स, मैं विकास मिश्रा आपके सामने अपनी वह सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ जिसमें मैंने अपने ऑफिस की जूनियर कर्मी को उसके फ्लैट में जाकर चोदा था.
मेरे ऑफिस में एक प्रियंका नाम की लड़की ने जॉइन किया था.
वह मेरी जूनियर थी; नयी नयी कॉलेज से पास आउट थी.
क्योंकि वह लड़की थी इसलिए उसे मेरे डिपार्टमेंट की लैबोरेट्री का काम दिया गया.
वह थी तो छोटे कद की, पर उसकी बॉडी किसी पॉर्न एक्ट्रेस वाली थी.
सामान्यतया वह मुझे सर कह कर ही बात करती थी.
जबकि मैं बस उससे एक साल ही सीनियर था.
उसकी आंखों से साफ लगता था कि उसमें सेक्स पावर काफ़ी ज्यादा है.
यह हॉट गर्ल जूनियर सेक्स कहानी इसी प्रियंका की है.
एक दिन मैंने उसे नोटिस कि वह ऑफिस में डार्क कलर का सूट पहन कर आई है और उसने अन्दर ब्रा नहीं पहनी है.
मैंने उसके निप्पल ऊपर से ही देख लिए.
लेकिन वह बिल्कुल भी शर्मा नहीं रही थी और बड़ी कॉन्फिडेंट भी थी.
हालांकि मैंने उसे कुछ नहीं कहा, पर उसकी आंखों ने मेरी वासना को पढ़ लिया था और वह सारे समय मस्त हिरनी सी फुदक फुदक कर अपनी चूचियों की आग से मेरे लौड़े को झुलसाती रही.
अब यह उसका रोज का काम हो गया था.
मैंने उससे कुछ भी नहीं कहा था, बस उसकी जवानी को देख देख कर अपने लौड़े को सहला लेता था.
ऐसे ही 6 महीने गुजर गए.
मैं ज्यादातर उसके बूब्स ही देखा करता था. उसके बूब्स 32 साइज़ के थे.
मुझे लगता था कि वह मुझे कभी भी अपने दूध निहारते हुए नहीं पकड़ पाई है.
एक बार की बात है, मेरी सुबह की शिफ्ट थी, मतलब सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक.
प्रियंका जनरल शिफ्ट में आती थी.
उसका सुबह 9 से 1 और फिर 3 से 6 बजे तक का ऑफिस रहता था.
उस दिन मुझे लैब में कुछ काम था तो मैं लैब की चाभी ढूंढने लगा लेकिन मुझे चाभी नहीं मिली.
तो मुझे लगा लैब खुली होगी.
जब मैंने नीचे जाकर देखा, तो लैब खुली थी और अन्दर प्रियंका किसी से फोन पर बात कर रही थी.
मैं अन्दर गया तो प्रियंका ने फोन पर बोला कि वह बाद में बात करेगी.
प्रियंका- अरे सर … आप?
मैं- हां कुछ काम था मुझे!
प्रियंका- बताइए न सर?
मैं- लंच करने नहीं गयी तुम?
प्रियंका- आज भूख नहीं लगी.
‘ओके.’
फिर मैंने प्रियंका से कुछ सामान मांगा तो वह सामान लेकर मेरे पास आ गयी.
प्रियंका मेरे बहुत करीब आ गयी.
मैं कुछ समझ नहीं पाया कि अचानक से ये क्या हो रहा है.
अपने हाथ वह मेरे हाथ से टच करने लगी.
वह मेरे इतने करीब थी कि मैं उसके बालों की खुशबू को महसूस कर पा रहा था.
प्रियंका बस मेरे पास खड़ी थी.
जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैं उसके बूब्स दबाने लगा.
दो सेकंड तो प्रियंका भी कुछ नहीं बोली.
पर तभी उसने मुझे धक्का देकर पीछे हटा दिया.
मैंने देखा कि लैब में झाड़ू पौंछा वाला आया हुआ था और वह रूम क्लीन कर रहा था.
वह कुछ भी देख नहीं पाया था.
फिर 5 मिनट तक मैं और प्रियंका वहीं खड़े रहे थे और पौंछे वाले का जाने का इंतजार कर रहे थे लेकिन उसे तो टाइम लगने वाला था.
फिर प्रियंका लैब से बाहर जाने लगी और पीछे मुड़कर मुझे देख कर मुस्कुराई.
उस हॉट गर्ल की मुस्कुराहट से मेरी धड़कन तेज हो गयी.
बहुत गजब का फिगर था उसका!
मैं उसके पीछे पीछे गया.
और वह लेडीज बाथरूम में चली गयी.
मैं भी बाथरूम में अन्दर गया.
प्रियंका वॉशबेसिन के सामने खड़ी थी.
मैंने पीछे से उसे पकड़ा और उसकी गर्दन पर किस करने लगा.
प्रियंका भी मुझे किस करने लगी.
मैंने उसे दरवाजे पर सटा दिया और उसके होंठ और गले को चाटने लगा.
प्रियंका- आआहह.
मैं उसके बूब्स शर्ट के ऊपर से ही मसलने लगा.
प्रियंका ने अपनी शर्ट के बटन खोल दिए.
उसने लाल ब्रा पहनी थी.
मैंने उसकी ब्रा नीचे खिसकाई और उसके दूध दबाने लगा.
प्रियंका- आहह.
उसके दूध काफ़ी बड़े और मुलायम थे.
मैं कस कसके उसके दूध दबा रहा था और उसके होंठों को भी पी रहा था.
प्रियंका भी पूरी मदहोश थी और किस कर रही थी.
फिर मैंने उसकी पैंट का बटन खोला और उसकी पैंट नीचे कर दी.
अब मैंने प्रियंका की पैंटी में हाथ डाल दिया.
प्रियंका बस चूमाचाटी में बिज़ी थी.
मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डाल दीं. उसकी चूत बहुत गीली थी. मैंने धीरे धीरे उसकी चूत में फिंगरिंग शुरू कर दी.
प्रियंका- आआहह … आहह … सर!
मैंने फिंगरिंग और तेज कर दी.
प्रियंका- आअहह … आहह सर!
मैं उसे दीवार से सटा कर चूमाचाटी कर रहा था और उसकी चूत में फिंगरिंग चालू थी.
प्रियंका- उम्म्म्म आआहह … सर.
हम दोनों खूब कस कसके किस कर रहे थे और मैं प्रियंका की चूत में फिंगरिंग का मजा ले रहा था.
उसकी चूत का दाना बेहद मस्त था.
प्रियंका के निप्पल बहुत टाइट हो गए थे और दूध भी टाइट थे.
उसकी सांसें तेज हो गयी थीं.
और तभी उसका रज निकल गया.
प्रियंका शांत हो गयी.
फिर उसने कपड़े सही किए और चली गयी.
उसके बाद से मैंने और प्रियंका ने खूब फोन सेक्स किया.
फिर एक दिन प्रियंका ने बताया कि उसकी फ्लैटमेट घर जा रही है और 10 दिन बाद आएगी.
मैं- क्या इरादा है तुम्हारा?
प्रियंका- इरादा तो पता लगा ही चुके है आप!
मैं- तो आज आऊं तुम्हारे रूम पर?
प्रियंका- रात 11 बजे के बाद आना वर्ना कोई देख लेगा तो प्राब्लम हो जाएगी.
मैं- तुम दरवाजा खुला रखना, मैं सीधे अन्दर आ जाऊंगा.
प्रियंका- ओके, आप आने से पहले एक घंटी मार देना.
मैं रात सवा ग्यारह पर प्रियंका के रूम में चला गया.
वह बहुत साफ सफाई से रहती थी.
प्रियंका- अरे आ गए आप … बैठिए … पानी लेंगे!
उसकी औपचारिकता देख कर मेरे होंठों पर मुस्कुराहट आ गई.
मैं तो बस प्रियंका को देखता ही रह गया.
उसने काले रंग की साड़ी पहनी थी और बैकलैस ब्लाउज.
खुले बालों में वह एकदम कयामत लग रही थी.
प्रियंका किचन से मेरे लिए पानी ले आई और झुक कर देने लगी.
मैंने पानी लिया और प्रियंका के बूब्स की तरफ देखकर कहा- आज पानी से प्यास नहीं बुझेगी!
प्रियंका- तो कैसे बुझेगी?
इतना कह कर वह खाली गिलास किचन में रखने के लिए चली गयी.
मैं तो बस उसकी बॅक ही देखता रह गया.
बहुत गोरी थी वह … और ब्लैक साड़ी और खूबसूरत बना रही थी उसे.
मैं किचन में गया और पीछे से उसे पकड़ लिया.
प्रियंका- अरे!
मैं- बहुत खूबसूरत हो तुम प्रियंका.
प्रियंका- अच्छा …
वह सिंक में गिलास साफ कर रही थी और मैं उसे पीछे से पकड़े हुए था लेकिन उसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था.
मैंने प्रियंका की पीठ पर किस कर ली.
प्रियंका- काम नहीं करने देंगे मुझे आप?
वह मेरी तरफ मुड़ी.
मैंने प्रियंका को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ कर लिया.
प्रियंका थोड़ी सी घबरा गयी और उसके मुँह से बस ‘अरे …’ निकल पाया.
उसी वक्त मैंने प्रियंका के होंठों को किस कर लिया.
‘ये करूंगा आज!’
प्रियंका- अच्छा, इतनी अच्छी लगती हूँ क्या मैं आपको?
मैंने प्रियंका को उठा कर किचन की स्लैब पर बैठा दिया और उसे किस करने लगा.
प्रियंका भी मुझे किस कर रही थी.
मैं प्रियंका के चेहरे को हाथ में लेकर भरपूर किस कर रहा था; मैं उसके होंठों को पागलों की तरह चूस रहा था.
मैंने उसके होंठों को, चेहरे को और गले को भी किस किया.
इस तरह करीब 10 मिनट तक मैंने प्रियंका को चूसा और उसके ब्लाउज का हुक खोलकर ब्लाउज को उतार दिया.
अब प्रियंका सिर्फ़ ब्लैक ब्रा में थी.
प्रियंका- आहह … पागल कर देते हैं आप तो!
मैं- अभी तो और पागल होगी तुम.!
यह कह कर मैंने प्रियंका को गोद में उठा लिया और उसके रूम में जाने लगा.
प्रियंका सिर्फ़ मेरी आंखों में देख रही थी.
मैंने प्रियंका को बेड पर गिरा दिया और उसके ऊपर आ गया.
प्रियंका ऊपर से सिर्फ़ ब्लैक ब्रा में थी और आधी साड़ी में.
मैं- आज तुम्हारे दोनों दूध पियूंगा.
प्रियंका- कुछ आता ही नहीं हैं इसमें!
मैं- कितनी सेक्सी लग रही हो तुम!
प्रियंका- अच्छा!
मैं- हां!
प्रियंका- असली चीज़ देखी कहां है आपने?
मैं- तो दिखाओ फिर!
प्रियंका- ब्रा उतारो तब दिखेगी.
मैं- ऐसे नहीं, रिक्वेस्ट करो पहले!
प्रियंका- सर, प्लीज मेरी ब्रा उतारिए ना. आज आपको कुछ दिखाना और पिलाना है.
मैंने प्रियंका की ब्रा उतार दी. उसके दूध 32 इंच के थे. खूब सॉफ्ट और वाइट, ब्राउन निप्पल.
वह बस लेटी थी.
मैंने उसके दोनों दूध दबाने शुरू कर दिए.
प्रियंका- आआ अहह.
मैं- कैसा लगा?
प्रियंका- आह कस कसके दबाइए न!
मैं प्रियंका के दोनों दूध कस कसके दबा रहा था और उसके निप्पल भी चूस रहा था.
प्रियंका- उउफ्फ़ … उम्म्म्मा.
मैं- और दबाऊं?
प्रियंका- हां.
मैं प्रियंका के दोनों दूध मसल रहा था और चूस रहा था.
प्रियंका- आआहह.
मैंने करीब 10 मिनट प्रियंका के दूध मसले और चूसे.
प्रियंका एकदम मदहोश सी हो रही थी.
मैं- कुछ गीला हुआ?
प्रियंका- सब कुछ गीला हो गया.
मैं- दिखाओ और क्या गीला हुआ?
प्रियंका- खुद ही देख लो.
मैं- कहो तो सुखा दूँ?
प्रियंका- वह ऐसे वैसे नहीं सूखेगी … अब तो उसका इलाज करना पड़ेगा.
मैं- ठीक है. मेरा पास एक औजार है, उससे इलाज कर देता हूँ.
वह हंस दी.
मैंने प्रियंका की साड़ी और साया उतार दिया.
वह सिर्फ़ ब्लैक पैंटी में थी.
मैंने प्रियंका की चूत उसकी पैंटी के ऊपर से मसली.
प्रियंका- उफफ्फ़ … देखा कितनी गीली है!
मैं- पैंटी उतार दूँ?
प्रियंका- हां.
मैं- क्या है पैंटी में?
प्रियंका- आपको नहीं पता क्या?
मैं- जो भी है, आज उसे पी जाऊंगा पूरा!
प्रियंका- जैसे फोन पर पीते हो न … वैसे?
मैं- उसे भी अच्छी तरह से.
प्रियंका- अच्छा!
मैंने देर ना करते हुए प्रियंका की पैंटी उतार दी.
उसकी चूत एकदम क्लीन शेव थी.
मैंने उसकी दोनों टांगें फैलाईं और उसकी चूत को चाट लिया.
बहुत नमकीन थी.
प्रियंका तड़प उठी- आज तो आप मार ही डालेंगे!
मैं- और क्या!
प्रियंका ने अपनी दोनों टांगें पूरी फैला दीं और बोली- लीजिए जन्नत की सैर करें.
मैंने प्रियंका की चूत पूरा मुँह में भर लिया और चूसने लगा.
प्रियंका- आअहह … मर गई … बहुत गुदगुदी हो रही है.
मैं कस कसके प्रियंका की चूत चूस रहा था और फिंगरिंग भी कर रहा था.
वह बस आहें भर रही थी और मेरा सिर अपनी चूत पर दबाए जा रही थी.
मैंने करीब 15 मिनट तक प्रियंका की चूत चूसी और चाटी.
उसकी चूत में से बहुत पानी आ रहा था.
प्रियंका- सर, मेरा होने वाला है!
यह बोल कर प्रियंका का रस निकल गया और वह ढीली पड़ गयी.
मैंने उसका पूरा रस पी लिया.
बहुत गजब माल थी वह!
मैं- आह सच में मज़ा आ गया.
प्रियंका- हां … मुझे भी अब आपका वाला पीना है.
मैं- पी लो.
प्रियंका ने मेरे लंड अपने हाथ में लिया और चूसने लगी.
बहुत गजब तरह से चूस और चाट रही थी वह!
मैं- प्रियंका तुम्हारे मुँह के अन्दर ही कर दूँ?
प्रियंका- हां.
मैंने प्रियंका के बाल पकड़े और उसके मुँह में ही लंड को अन्दर बाहर करने लगा और जल्द ही प्रियंका का मुँह मैंने अपने लिक्विड से भर दिया.
प्रियंका मेरा सारा पानी पी गयी.
वह मेरे लंड को पागलों की तरह चाट रही थी और बॉल्स को मुँह में भर कर चूस रही थी.
प्रियंका- सर, चलिए 69 पोजीशन ट्राइ करते हैं.
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में लेट गए.
मैं प्रियंका की चूत चूस रहा था और वह मेरा लंड.
थोड़ी देर बाद प्रियंका बोली- सर अब मेरे खेत में हल चलाओ.
यह कहती हुई वह सीधी होकर लेट गयी.
हम दोनों बिना कपड़ों के थे.
प्रियंका बोली- बिना कंडोम के चुदाई करना.
मैं प्रियंका के ऊपर आ गया.
प्रियंका- मेरी ज़मीन थोड़ी सूख गयी है. गीला कर दो आप!
मैंने चूत चूसने के बाद प्रियंका के होंठों को अपने होंठों में भर लिया और उसके दूध मसलने लगा.
प्रियंका- आहह.
मैंने अपना लंड प्रियंका की चूत में डाल दिया.
प्रियंका- आआहह … बहुत बड़ा है आपका … धीरे धीरे करें!
मैं- काफ़ी टाइट चूत है तुम्हारी!
प्रियंका- तो आज आप ढीला कर दो.
मैं- कैसे करूं ढीला?
प्रियंका- मेरे खेत में हल चला कर.
मैं- साफ साफ बोलो ना!
प्रियंका- पहले आप बोलिए, आपका क्या मन है?
मैं- मेरा तो मन है कि तुम्हें पूरी रात चोदूं!
प्रियंका- पूरी रात चोदेंगे आप मुझे?
मैं- हां प्रियंका.
प्रियंका- कैसे चोदेंगे?
मैं- जैसे लेटी हो तुम. वैसे ही पूरी रात नंगी किए हुए ही चोदता रहूँगा.
प्रियंका- नंगी तो आप पहले ही कर चुके हैं. अब बस चुदाई करें.
मैंने प्रियंका की चुदाई तेज कर दी.
प्रियंका- आहह.
मैं- कैसा लग रहा है?
प्रियंका- थोड़ा दर्द हो रहा है.
मैं- अभी मज़ा आएगा तुम्हें!
प्रियंका- आपको मज़ा नहीं आ रहा?
मैं- पहले दिन ऑफिस में देखा था तुम्हें. उसी दिन से मन था तुम्हें प्यार करने का.
प्रियंका- अब तो आपका सपना पूरा हो रहा है ना!
मैं- तुम बिना कपड़ों के ज़्यादा हॉट लगती हो प्रियंका.
प्रियंका- आप भी. मुझे पता ही नहीं था कि आपका इतना बड़ा है.
मैं- अब तो पता चल गया.
प्रियंका हंसती हुई- हां सर … आहह.
मैं- मज़ा आया?
प्रियंका- बहुत … और अन्दर डालिए न!
प्रियंका की पूरी चूत खुल चुकी थी.
मैं लंड आराम से अन्दर बाहर जा रहा था.
प्रियंका- उफ्फ़.
मैं- क्या हुआ?
प्रियंका- बहुत अच्छा लग रहा है सर … मैं तो समझो जन्नत की सैर कर रही हूँ.
अब मैंने प्रियंका की दोनों टांगें हवा में कर दीं और फिर से उसकी चुदाई करने लगा.
प्रियंका- आअहह सर …
उसकी चूत बहुत पानी छोड़ रही थी और चुदाई करने से खूब आवाज़ आ रही थी.
प्रियंका- आआहह.
मैं प्रियंका के दूध भी मसल रहा था और उसकी चुदाई भी कर रहा था.
प्रियंका- आहह … सर अब डॉगी स्टाइल में करिए ना!
मैंने प्रियंका को घुटनों के बल बैठाया और पीछे से उसके बाल पकड़ लिए.
फिर उसे डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू कर दिया.
प्रियंका की चूत लगातार पानी छोड़ रही थी और उसे काफ़ी मज़ा भी आ रहा था.
मैं- तुम्हारे दूध कितना झूल रहे हैं प्रियंका!
प्रियंका- तो पकड़ लीजिए ना!
मैंने पीछे से प्रियंका के दूध पकड़ लिए और ताबड़तोड़ चोदने लगा.
प्रियंका- आहह.
मैं- और तेज!
प्रियंका- हां सर और तेज … आह.
मैं- और?
प्रियंका- हां और.
मैं- ले साली … अब पूरी दुरंतो का मजा ले तू!
प्रियंका- आहह … सर मेरा होने वाला है … आह.
बस यह कह कर प्रियंका का रस निकल गया और वह ढीली होकर लेट गयी.
उसी के बाद मैं भी झड़ गया.
प्रियंका- कैसा लगा मुझे टेस्ट करके?
मैं- बहुत गजब हो तुम!
प्रियंका- थक गए या और मज़े लेने हैं?
मैं- अभी मजा पूरा कहां हुआ मेरी जान। अभी तो सारी रात चोदना है तुम्हें!
दोस्तो, इस तरह से प्रियंका सारी रात मेरे लंड के नीचे मचलती रही.
और यह सिलसिला आज भी जारी है.