सेक्सी लड़की की चुदाई की मैंने पहली बार. मैंने पैसे देकर चुदाई का मजा लिया था लेकिन कभी किसी लड़की को पटाकर नहीं चोदा था. इसे मैंने नेट से पटाया.
दोस्तो, मेरा नाम शुभम है और मैं सेकंड ईयर कॉलेज स्टूडेंट हूं।
ये कहानी मेरी लाइफ की एक सच्ची घटना है जो कुछ महीनों पहले मेरे साथ घटी थी।
तो अब सीधे सेक्सी लड़की की चुदाई कहानी पर आते हैं।
मैं पुणे शहर में अपनी फैमिली के साथ रहता हूं और कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर रहा हूं। वैसे तो मैंने कई बार पैसे देकर चुदाई की हुई थी लेकिन कभी अपनी उम्र की लड़की को नहीं चोदा था इसलिए किसी भी लड़की को देखकर उसे चोदने का मन करता था।
सोशल मीडिया पर मैं बहुत सी लड़कियों को फॉलो करता था कि काश कोई पट जाये और उसकी चूत मारने का मौका मिल जाये.
एक दिन एक लड़की ने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली.
जब मैंने उसकी फोटो देखीं तो मेरा लंड झट से खड़ा हो गया. वो हाइट में मुझसे छोटी थी लेकिन उसके मम्में उसकी उम्र के हिसाब से काफी बड़े बड़े थे.
ये देखकर मैंने झट से उसे मैसेज भेज दिया और उसने रिप्लाई भी बड़ी जल्दी कर दिया।
वो दिखने में बड़ी खूबसूरत थी. बहुत ही गोरी और बड़ी हॉट थी.
उसकी सेक्सी मोटी चूचियों वाली फोटो देख कर ही मेरा मन उसे चोदने का होने लगा क्योंकि उसने काफी सारी फोटो केवल छोटे छोटे शॉर्ट्स में डाली हुई थीं.
उन शॉर्ट्स में उसकी गोरी गोरी टाँगें दिख रही थीं और उसने चूतड़ भी बड़े मस्त तरीके से दिखाए हुए थे।
पहले तो हमने नार्मल बातें कीं, फिर बाद में बात करते करते पता चला कि वो मेरे घर से बस 1 किलोमीटर की दूरी पर रहती है।
यह बात जानकर मैं और खुश हो गया और ज्यादा रूचि लेकर उससे बात करने लगा.
बातों बातों में मैने उसे पूछा कि वो सिंगल है या नहीं?
तो उसने बताया कि उसका पहले तो बॉयफ्रेंड था लेकिन दो महीने पहले उनका ब्रेकअप हो गया है तो वो फिलहाल सिंगल है.
उसके मुंह से यह सुनते ही मैं भी उसे पटाने में लग गया और उसे इम्प्रेस करने में लग गया।
वो भी मेरी तरह ही एक कॉलेज स्टूडेंट थी और उसका कॉलेज मेरे कॉलेज से थोड़ी ही दूरी पर था.
फिर मैंने उसे मिलने के लिए कहा तो उसने कहा कि उसकी माँ उसे कॉलेज छोड़ने और घर वापस लेने आती है इसलिए वह कॉलेज टाइम में नहीं मिल सकती।
मिलने का पहला प्लान फेल होने के बाद मैंने कुछ दिन उसके साथ चैट किया.
उसे अपनी मीठी मीठी बातों से इम्प्रेस किया और अब वो भी मुझसे बात करने में इंटरेस्ट लेने लगी थी.
तब मैंने सोचा कि यही सही मौका है.
कुछ दिन बात करने के बाद मैंने आखिर हिम्मत करके उसे पूछ ही लिया कि क्या वो मेरी गर्लफ्रैंड बनेगी?
वो कहने लगी कि उसको सोचने के लिए वक्त चाहिए.
मैंने भी कह दिया कि ठीक है, अगर तुम्हें वक्त लेना है तो ले लो लेकिन बताना जरूर।
फिर एक दिन वो बोली- मुझे तुम अच्छे लगते हो और मैंने काफी सोचा और मैं इस रिलेशन में आगे बढ़ने के बारे में सोच रही हूं. मगर मेरी कुछ शर्तें हैं.
मैंने कहा- हां बताओ, क्या शर्तें हैं?
वो कहने लगी कि तुम मुझसे बेवजह झगड़ा नहीं करोगे, मुझे इस्तेमाल करने के बाद छोड़कर नहीं जाओगे वगैरह … वगैरह!
अब मुझे तो चूत चाहिए थी इसलिए मैं तो किसी भी बात के लिए ना नहीं कर सकता था.
खुशी-खुशी मैंने उसकी सारी शर्तें मान लीं.
फिर हम दोनों गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड बन गये. रिलेशनशिप में आने के बाद हम एक दूसरे से देर रात तक बातें करते रहते थे.
दिन में भी सारा वक्त मेरे हाथ में फोन रहता था. वो भी ऑनलाइन बैठी रहती थी. उसके साथ बातें करते हुए मेरे लंड से पूरा दिन कामरस रिसता रहता था.
हर तीन चार घंटे के बाद मैं उसके द्वारा भेजी गयी फोटो देखकर या उसके सेक्सी मैसेज पढ़ते हुए मुठ मारा करता था.
मेरा लंड शाम तक सूज जाता था और नसें दर्द करने लगती थीं.
देर रात तक वीडियो कॉल होती रहती थी. फिर धीरे धीरे रात की मदहोशी में बात सेक्स की भी होने लगी.
मेरा तो मूड बन जाता था. उसकी चूत मारने का बहुत मन करता था.
अब तक वो अपनी तरफ से सेक्स की बात नहीं करती थी लेकिन धीरे धीरे मैंने उसको खोल दिया.
अब वो भी अपनी इच्छाएँ बताने लगी थी कि उसको सेक्स में क्या क्या करना अच्छा लगता है.
एक दिन मैंने कहा- मैं तुमसे मिलने के लिए तड़प रहा हूं. किसी तरह से मिलने का जुगाड़ कर लो.
वो बोली- शाम को मम्मी सैर के लिए जाती है और पापा ऑफिस में होते हैं. उस टाइम में आ जाना. तब मैं घर पर अकेली ही रहूंगी।
अब मेरे मन में हवस पूरी तरह से हावी हो गयी थी. मैं तो जैसे इस वक्त का इंतजार ही कर रहा था कब से।
शाम को मैं छिपते छिपाते उसके घर गया.
उसने दरवाजा खुला रखा हुआ था. मेरे आते ही उसने दरवाजा बंद कर दिया.
मैंने कुछ देखा न सोचा. सीधा उसे हग कर दिया.
उसने भी मुझे कसकर हग किया.
फिर मैंने उसे किस करना शुरू किया. पहले तो उसने कुछ हरकत नहीं की मगर बाद में पूरा साथ देने लगी.
करीब 10-15 मिनट तक हम एक दूसरे से लिपट हुए थे और पागलों की तरह किस किये जा रहे थे.
मैंने धीरे धीरे उसके मम्में उसके टॉप के ऊपर से ही मसलने शुरू कर दिए. क्या सॉफ्ट और बड़े बड़े मम्मे थे उसके … मजा आ गया था मुझे तो!
फिर मुझे उसने अलग किया और कहा- अब मम्मी आती ही होगी, तुम अब जाओ. हम फिर बाद में मिलेंगे।
उस दिन मेरा लंड प्यासा रह गया.
उसकी चूत का तो पता नहीं लेकिन लंड से कामरस के आंसू थम नहीं रहे थे.
ऐसे ही हम कई बार मिले मगर हर बार बस किस करना और मम्में दबाना ही हुआ.
एक दो बार मैंने उसे लंड सहलाने को कहा तो उसने अपने नाजुक कोमल हाथों से मेरा लंड सहलाया.
इसके आगे कुछ न हो सका था.
एक दिन मैंने बहुत फ़ोर्स किया कि कल मुझे सेक्स करना ही है तो वो मान गयी।
जब वो मान गयी तो अगले दिन मैं भी कंडोम लेकर उसके पास पहुंच गया.
दरवाजा के अंदर जाते ही मैं उस पर टूट पड़ा. उसे जोर जोर से किस करने लगा. वो भी मुझे जोर जोर से किस करने लगी. मानो जैसे कई सालों बाद मिल रहे हों हम।
किस करते करते वो मुझे अंदर बेडरूम में ले गई तो मैंने उसे बेड पर पटक दिया और उसके ऊपर चढ़कर उसे जोरों से किस करने लगा.
मैं उसके बड़े बड़े मम्में उसके टॉप के ऊपर से दबाने लगा।
उसने एक एक करके मेरी शर्ट के सारे बटन खोल दिये और मेरे पूरे शरीर पर किस करने लगी.
मैंने भी उसका टॉप निकाल फेंका और उसके मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही मसलने लगा.
मस्ती में आकर अब वो हल्की हल्की आवाजें करने लगी थी. मेरा जोश बढ़ने लगा तो मैं और जोर से चूचे दबाने लगा. वह अब तेजी से आह्ह … आह्ह … करने लगी थी.
फिर मैंने एकदम से उसकी पैंटी के अंदर हाथ डाला और उसकी चूत में उंगली डाल दी.
वो सिसकार उठी.
मैं उसकी चूत में उंगली अंदर बाहर किये जा रहा था.
उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी. मैंने उंगली की रफ्तार बढ़ाई तो वो जोर जोर से आवाज करने लगी और मुझे किस करने लगी और मेरे बदन पर काटने लगी।
फिर मैंने उसके और मेरे बचे हुए सारे कपड़े उतार फेंके और उसका हाथ पकड़कर मेरे पूरे तने हुए लंड पर रखवा दिया.
वो मेरे लंड को आगे पीछे करके उसके साथ खेलने लगी.
मैंने कहा- मुंह में ले ले जान … मेरे लंड को. बहुत मन कर रहा है चुसवाने का!
उसने मना कर दिया.
मैंने फिर उसको जोर देकर नहीं कहा क्योंकि मैं आखिर में उसकी चूत ही तो मारना चाहता था.
जब मेरा उतरा हुआ चेहरा देखा तो उसने फिर खुद ही मेरा लंड पकड़ लिया और मुंह में लेकर चूसने लगी.
जिन्दगी में पहली बार किसी के मुंह में लंड देकर चुसवा रहा था मैं!
मेरे लिये लंड चुसवाने का वह पहला और बहुत आनंद देने वाला अनुभव बन गया.
मैं अब मस्ती में सिसकार रहा था.
मेरे हाथ खुद ब खुद उसके सिर पर आ गये थे. मैं उसके सिर को पकड़ कर उसके मुंह में लंड को पेले जा रहा था.
मन तो कर रहा था कि मैं ऐसे ही इस रंडी के मुंह में लंड दिये रहूं और ये दिन रात ऐसे ही मेरे लंड को चूसती रही.
मगर हमें जल्दी थी क्योंकि ज्यादा वक्त होता नहीं था हमारे पास।
फिर मैंने उसे लेटाया और अपने लंड पर कंडोम चढ़ाया. मैंने उसकी चूत पर लंड का टोपा टिकाया और धक्का दे दिया.
धक्के के साथ मैंने उसकी चूत में लंड पेल दिया.
वो सील पैक तो नहीं थी क्योंकि उसका पहले भी एक बॉयफ्रेंड था.
मगर उसकी चूत बड़ी टाइट थी.
जैसे ही मैंने लंड घुसाया तो वो चिल्ला उठी.
मैंने उसको शांत रहने को कहा.
उसने इशारा किया कि उसको बहुत दर्द हो रहा है.
फिर मैंने उसके बूब्स पीने शुरू किये. उसके निप्पलों पर जीभ से गोल गोल घुमाने लगा.
उसको थोड़ा मजा आने लगा और वो चूत के दर्द को भूलने लगी.
फिर मैंने उसकी चूत में लंड की हरकत शुरू कर दी.
मैंने होंठों पर उसे किस करना शुरू किया और धीरे धीरे लंड उसकी चूत में अंदर बाहर करता गया.
मैं किस करते करते उसके मम्में भी दबा रहा था और अचानक मैंने एक जोर का झटका दिया जिससे उसे दर्द हुआ लेकिन किस करने के कारण उसकी आवाज़ दब गयी.
मेरा लंड चूत में पूरा उतर चुका था. फिर मैंने जोर जोर से धक्के देने शुरू किए.
अब उसे भी मज़ा आने लगा था. वो भी नीचे से गांड उछाल उछाल कर मेरा साथ दे रही थी.
इस बीच उसकी चूत से पानी निकल चुका था और उसकी वजह से पच पच जैसी आवाजें आने लगीं.
इन चुदाई की आवाजों से मुझे और जोश आया और मैं और जोर जोर से धक्के देने लगा.
अब मैं अपनी चरम सीमा की ओर बढ़ रहा था. किसी भी वक्त मेरा वीर्य निकल सकता था.
ये वो पल थे जिनके लिये मैंने बहुत इंतजार किया था. चूत में वीर्य छोड़ने का सुख सबसे आनंददायी होता है.
मैं उसकी चूत में लगातार धक्के लगाता रहा. मन कर रहा था कि उसकी चूत को चोद चोदकर अंदर तक फाड़ दूं.
फिर थोड़ी देर बाद मेरे बदन में अकड़न सी हुई और पूरे वेग के साथ मेरे लंड से वीर्य छूट पड़ा.
झटके लगाता हुआ मैं उसकी चूत में ही झड़ गया.
उसके बाद हम दो मिनट शांत रहे और फिर तूफान थमते ही वहां से भागने की जल्दी मच गयी.
मैंने कॉन्डम उतार कर गांठ मारी और उसे एक कागज में लपेटा और जेब में डाल लिया.
अब मुझे जल्दी से निकलना था. मुझे चूत मिल गयी थी और मैं बहुत खुश था.
उसके बाद मैंने उसको 5-6 बार चोदा. फिर लॉकडाउन में ज्यादा मौका नहीं मिला. मैं हाथ से काम चलाता रहा.
अभी भी मैं सोचता हूं कि किसी दिन उसको चोदने का मौका फिर से मिल जाये.
तो दोस्तो, ये थी मेरी पहली चुदाई की कहानी.
मैं आप लोगों की प्रतिक्रियाओं के आधार पर कहानी आगे लिखने के बारे में सोचूंगा.
आप सब मेरा साथ दें और बतायें कि कहानी में कहां पर कमी रही और कहां कहां सुधार की गुंजाईश है. मुझे आप सबके संदेशों का बेसब्री से इंतजार रहेगा.
सेक्सी लड़की की चुदाई कहानी पर राय देने के लिए आप कमेंट्स में भी लिख सकते हैं और मेरी ईमेल पर भी मैसेज कर सकते हैं जो मैंने नीचे दी हुई है.
धन्यवाद दोस्तो, अगली कहानी में जल्दी ही आपके साथ फिर से कुछ साझा करने का प्रयास करूंगा.
तब तक आप सुरक्षित रहिए और अन्तर्वासना की गर्म सेक्स कहानियों को पढ़कर मजा लेते रहिये.
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