धोखे से की मौसी की चुदाई-1

एक लड़की मेरी अच्छी दोस्त थी. उससे मेरे सेक्स सम्बन्ध नहीं थे पर एक दिन वो गर्म हो रही थी तो मैंने मौके का फ़ायदा उठाने की सोची. तो हुआ क्या?

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-16

देखो, मैं अपना निक्कर उतारता हूँ। तुम्हें मेरे लिंग को पकड़कर बस थोड़ी देर हिलाना है और उसके बाद उसमें से वीर्य निकलने लगेगा। तुम्हें थोड़ी जल्दी करनी होगी.

अजनबी लड़के से चूत की प्यास बुझाई

मेरा जिस्म बड़ा ही गदराया हुआ है. जब मैं बाहर निकलती हूं, तो सब लोग मुझे ऐसे घूरते हैं जैसे मुझे अभी चोद देंगे. मैं एक लडके से चुदी. कैसे? मेरी चुदाई स्टोरी का मजा लें.

रिश्तों में सेक्स की कहानी-12

इन्सेस्ट सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि बहू की चूत अपने ससुर के लंड से चुदने की आदी हो चुकी थी. लेकिन बहू के पीरियड शुरू हुए तो ससुर की कामवासना उसको उसकी बेटी के कमरे में ले गयी.

पुराने ट्रैन कोच में मस्ती से गांड मराई

पहली बार गांड मरवा कर मुझे कुछ ख़ास अच्छा नहीं लगा था पर फिर भी मेरे मन में गांड मरवाने की तीव्र वासना घर कर चुकी थी. ट्रेन के डिब्बे में मैंने दोबारा गांड कैसे मरवायी?

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-15

उसकी जांघें इतनी चिकनी और गोरी थी कि उन पर नीले से रंग की हल्की-हल्की शिरायें सी नज़र आ रही थी। और घुटनों के ऊपर का भाग तो मक्खन जैसा लग रहा था।

मेरा भाई मेरी चूत का प्यासा

मैं अपने जिम कोच से रोज चुदती थी. एक दिन मेरे घर मेरा भी आया तो मैं जिन नहीं जा सकी. लेकिन कोच ने मुझे फोन करके बुलाया और मुझसे कुछ करवाया. क्या करवाया?

रिश्तों में सेक्स की कहानी-11

रात हो चुकी थी, ससुर अपने कमरे में अपनी बहू की चूत चुदाई के लिए तड़प रहा था और बहू अपने कमरे में ससुर के लंड के लिए. मगर इस बार का मिलन कुछ रोचक होने वाला था.

देवर का प्यार भाभी की चुदाई को बेक़रार

मेरी देवर भाभी की कहानी में पढ़ें कि कैसे मैं अपने चचेरे भाई के घर जाने लगा. भाभी मुझे बहुत अच्छी लगी. वो भी मुझसे खूब बातें करती थी. मजा लें देवर और भाभी सेक्स का!

गुलाब की तीन पंखुड़ियां-14

सेक्स ईश्वर द्वारा मानव को प्रदत्त आनन्दायक क्रिया है यह कोई पापकर्म नहीं है। इसमें पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका को जिन क्रियाओं में आनन्द मिले वो सब प्राकृतिक निष्पाप होती हैं।