नमस्ते दोस्तो! मैं शैलेश हूँ और भोपाल का रहने वाला हूँ. अभी हायर स्टडी के लिए में लखनऊ में कमरा लेकर रह रहा हूँ. मेरे मकान मालिक शाहजहांपुर में रहते थे. ये मैं इस वजह से लिख रहा हूँ, ताकि मैं अपने कमरे में कुछ भी करूँ, कोई रोक टोक नहीं थी.
ये जनवरी की बात है, ठंड का मौसम था और मैंने सोचा पढ़ाई के साथ साथ थोड़ा सा घूमना फिरना और एन्जॉय करना भी बहुत जरूरी है. तो मैं आज घूमने जाऊंगा. मैंने अपने दोस्तों को कॉल करके पूछा, तो उन्होंने मना कर दिया. मैं दोपहर 3 बजे अकेला ही निकल आया और सीधे गोमती नगर वाले अम्बेकर पार्क पहुंच गया.
आप लोग तो जानते होंगे कि ठंड के मौसम में पार्क कितना अच्छा लगता है. ऊपर से कोहरा भी हो, तो घूमने का मजा ही अलग होता है.
आज मुझे घूमने में बहुत मज़ा आ रहा था.
तभी मैंने एक लड़की को देखा बहुत खूबसूरत थी. लाल रंग की पोशाक में वो बहुत ही ज्यादा हॉट लग रही थी; लाल गुलाब की तरह एकदम मासूम सी कली थी. मैं उसे देखता ही रह गया. वो अपनी फोटो लेने में मस्त थी. वो अपनी एक सहेली के साथ आयी थी.
उसकी सहेली ने उसको बताया कि मैं उसको घूर रहा हूं. जब उसने मेरी तरफ देखा, मैं मुस्कुरा दिया. फिर न जाने क्या हुआ कि वो भी मुस्कुरा दी.
मैं उससे बात करने के लिए आगे बढ़ा ही था कि वो वहाँ से चली गई। मुझे लगा कि शायद मैं उसको पसंद नहीं आया। मैं फिर से पार्क घूमने में लग गया।
तभी मुझे याद आया कि मैं एक ऎसी सोशल नेटवर्क ऐप पर हूँ जिसमें अगर दो व्यक्ति उस ऐप को प्रयोग करते हों और वो आसपास आयें तो उसमें पता लग जाता है कि वो उस ऐप पर है और उसका नाम और फोटो दोनों दिख जाते हैं। भगवान का शुक्र था कि वो लड़की भी उस ऐप थी। उसका नाम नित्या दिख रहा था. और सबसे बड़ी बात … कि मेरे लिए उसका हेल्लो का मेसेज भी था। मैंने तुरन्त एक्सेप्ट कर लिया लेकिन कोई रिप्लाई नहीं किया।
मैं बहुत खुश था। फिर शाम के 7 बजे तक मैं वापिस अपने रूम पर आ गया और आते हुए खाना बाहर से पैक करवा लिया था। रूम में पहुंच कर मैंने उसको हेल्लो का मेसेज किया।
तो उसका तुरन्त रिप्लाई आया और हम दोनों की बातें शुरु हो गई।
उसने मेरे बारे में और मेरी परिवार के बारे में पूछा और मैंने उसके और उसके परिवार के बारे में पूछा। इस तरह बात करते करते पता चला कि वो एक बहुत अमीर घर से है।
एक हफ़्ते बीत गया बात करते हुए. फिर हम दोनों रेस्टोरेंट में मिले. हमारे बीच धीरे धीरे प्यार की बातें होने लगीं और फिर उसने मुझसे कहा- मैं तुमसे प्यार करने लगी हूं.
मैंने भी उसको बताया- हां मैं भी तुमसे से प्यार करने लगा हूं. लेकिन मैं गर्लफ्रेंड नहीं बना सकता.
नित्या ने दुःखी होकर पूछा- क्यों? मैं तुम्हें अच्छी नहीं लगती?
मैं- नहीं ऐसी कोई बात नहीं है. मैं तुम्हें बहुत पसंद करता हूं और प्यार भी करता हूं.
नित्या- तो फिर क्या प्रॉब्लम है?
मैं- प्रॉब्लम ये है कि अगर किसी वजह से हमारी शादी नहीं हो पाई, तो हम दोनों एक दूसरे को बेवफ़ा समझेंगे और मैं नहीं चाहता ऐसा हो.
ये सुनते ही नित्या वहां से गुस्से में चली गई.
रात में मैंने उसे सॉरी का मैसेज किया, लेकिन उसने कोई जवाब नही दिया. सुबह फिर से मैसेज किया.
मैं- मैंने जो कल बोला, क्या उसके लिए नाराज हो?
थोड़ी देर बाद उसका जवाब आया- नाराज नहीं हूं … बस तुम्हारे बारे में सोच रही थी.
मैं- ओके, हम दोनों लव फ्रेंड बन सकते हैं यानि प्यार की बातें कर सकते हैं बस.
यह बात मैंने इसलिए बोली कि मैं चाहता था कि हम दोनों के बीच जो भी हो, हम दोनों कि रजामंदी से हो और आगे हम दोनों को कोई समस्या ना हो.
नित्या- ठीक है.
वो मेरी बात से सहमत थी और फिर धीरे धीरे हमारी सेक्स की बातें भी शुरू हो गईं.
एक दिन नित्या ने कहा कि मैं अपना रूम छोड़ रही हूँ.
मैं- क्यों?
मैंने इसकी वजह पूछा.
नित्या- मेरे और मेरे रूम पार्टनर के साथ लड़ाई होती रहती है, इससे तंग आकर ऐसा कर रही हूं. क्या तुम मेरे लिए एक रूम ढूंढ सकते हो?
मैं- ओके ढूंढ दूंगा.
कुछ और बात हुईं, फिर मैं गुड नाईट बोल कर सो गया.
मैंने उसके लिए 3-4 दिन तक रूम ढूंढा, लेकिन कोई अच्छा रूम नहीं मिल रहा था. मैंने उसको ये बात बताई.
नित्या- एक बात बताओ … क्या तुम अकेले रहते हो?
मैं- हां … क्यों?
नित्या- अगर तुम्हें प्रॉब्लम ना हो, तो क्या मैं तुम्हारे साथ तुम्हारे रूम में रह सकती हूं? जब तक मेरे लिए रूम नहीं मिलता प्लीज़.
मैं- ठीक है.
मैं उसको मना नहीं कर पाया.
वो अगले ही दिन सुबह 10 बजे मेरे रूम में सामान लेकर आ गई. मैं सो रहा था. उसने मुझे जगाया और मेरे लिए कॉफी बनाई और हम दोनों ने साथ में कॉफी पी. फिर दोनों ने मिल कर उसके सामान को जमाया.
शाम 4 बजे तक रूम की साफ सफाई करके हम फ्री हो गए. हम दोनों पसीने से लथपथ हो गए थे. अब हम दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा रहे थे. फिर हम दोनों ने थोड़ा सा आराम किया.
उसके बाद उसने कहा- चलो अब नहा लेते हैं.
वो नहाने चली गई, मैं बाहर चला गया.
मैं 6: 30 बजे तक वापस आया, तो वो टी-शर्ट और निक्कर में लेटी हुई थी और मोबाइल पर थी. वो बहुत सुंदर और सेक्सी लग रही थी. उसको देखकर मेरा 6.5 इंच का लंड खड़ा होने लगा. मैं जल्दी से भाग कर बाथरूम में चला गया. जहां उसकी लाल ब्रा (32 c) और पैंटी (34) लटकी हुई थी. जिससे मुझे लगा कि नित्या का फिगर 32-28-34 का है.
मैंने ब्रा और पैंटी सूंघा, तो मुझे बहुत मज़ा आ गया. मैंने पैंटी को सूंघते हुए मुठ मारी और अपना वीर्य उसकी ब्रा के कप में गिरा दिया. लेकिन ब्रा को धोना भूल गया. फिर मैं तैयार होकर बाहर से खाना पैक कराने चला गया क्योंकि हम दोनों ही बहुत थके थे. जिस वजह से मुझे रूम में खाना बनाने का मन नहीं था.
मैं खाना लेने गया ही था कि उसने मुझे कॉल किया कि तुम 2-3 बियर लेते आना. मैं सब सामान लेकर रूम में आया. हमने साथ में हमने खाना खाया और बियर का मजा किया.
फिर हम दोनों बातें करने लगे.
नित्या- मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ.
मैं- जानता हूं.
नित्या- मैं कभी किसी से नहीं कहूँगी कि मैं तुमसे प्यार करती हूँ और तुम्हें शादी करने के लिए मजबूर भी नहीं करूंगी. लेकिन क्या हम दोनों लिव इन रिलेशनशिप में नहीं रह सकते हैं?
मैं- हां रह सकते हैं.
मैं भी मान गया.
वो मुझसे चिपक कर लेट गई और मुझे किस करने लगी और मैं भी किस करते करते उसकी चूचियों को कपड़े के ऊपर से जोर जोर से दबाने लगा. कुछ चुदास बढ़ी, तो मैं उसकी निक्कर में हाथ डाल कर उसकी चूत को रगड़ने लगा और चूत में उंगली डालने लगा.
उसने भी मेरे लोअर में हाथ मेरे लंड को बाहर निकाला और लंड को दबाने लगी. पहले मैंने उसकी टी-शर्ट और ब्रा को उतार दिया उसकी ऊपर देह नग्न हो गई थी, फिर मैंने उसकी निक्कर को भी निकाल दिया. मैंने देखा कि नित्या ने पैंटी नहीं पहनी थी. वो मेरे साथ पूरी नंगी लेटी थी.
इसके बाद उसने मेरे भी सारे कपड़े निकाल दिए. हम दोनों बिल्कुल नंगे हो गए थे. नित्या के चूचे बहुत मस्त थे, बिल्कुल रूई की तरह सफ़ेद और मुलायम. उसकी चूत बिल्कुल गुलाबी थी. जैसे हम लोग पॉर्न में देखते हैं, ठीक उसी तरह की चूत थी.
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ कर 20 मिनट तक ओरल सेक्स करते रहे. इस बीच वो एक बार झड़ गई.
अब उसने मुझे अपनी ओर खींचा, मुझे किस करने लगी और बोली- प्लीज मुझे चोद दो. अपना लंड मेरी चूत में डाल दो.
मैंने भी चूत में लंड डालने के लिए सैट किया. मैंने जैसे ही धक्का मारा, मेरा लंड फिसल गया. उसकी चूत बहुत टाइट थी … बिल्कुल कुंवारी थी न.
नित्या- अआह … मर गई …
उसको बहुत तेज दर्द हुआ.
मैं उसको फिर से किस करने लगा. थोड़ी देर में फिर से लंड सैट करके धीरे धीरे से चूत में डालने लगा. लंड के कारण उस दर्द हो रहा था, वो रो रही थी और मना कर रही थी.
नित्या- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मुझे नहीं करना … बहुत दर्द हो रहा है … प्लीज लंड मत डालो.
मैं- थोड़ा सा दर्द होगा … बस फिर तुम्हें अच्छा लगेगा
नित्या- नहीं मत डालो … तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है.
तभी मैं इस चिकपिक को खत्म किया और एक करारा शॉट मार दिया. मेरा लंड उसकी कुंवारी चूत को फाड़ता हुआ अन्दर चला गया. मैंने धक्के के साथ ही उसके मुँह को अपने मुँह से दबा लिया था, ताकि उसकी चीख न निकले.
मैं लंड पेलने के बाद थोड़ी देर उसके ऊपर लेटा रहा. जब उसका दर्द कम हुआ, तो मैंने उसकी चूत में धक्का मारना शुरू कर दिया.
अब उसको मज़ा आने लगा था. वो भी जोर शोर से मेरा साथ दे रही थी- अआहअ … आह …
चुदाई की मस्ती बढ़ने लगी. कभी वो मेरे ऊपर आ जाती, तो कभी मैं उसके ऊपर चढ़ जाता. वो ऊपर आ कर मुझे अपने मम्मों का रस पिला रही थी. मुझे उसके चूचे चूसते हुए लंड पेलने में जन्नत का मजा आ रहा था.
मैं इस तरह सेक्स करते करते चरम पर आ गया था. मेरा वीर्य अब निकलने ही वाला था. मैंने उसको बताया, तो उसने कहा- तुम वीर्य मेरी चूत में ही डाल दो. ये पहला रस है, मैं इसे महसूस करना चाहती हूँ.
मैंने मना किया तो उसने मुझे पैरों से जकड़ लिया और मेरा वीर्य उसकी चूत में ही गिर गया. जब मैंने लंड बाहर निकाला, तो उसमें खून और वीर्य लगा हुआ था. वो उठा कर अपने बैग से कपड़ा ले आयी, उस कपड़े से उसने अपनी चूत और मेरा लंड को साफ़ किया.
फिर वो बोली- ये मेरा पहला सेक्स था, इसकी याद में ये कपड़ा मैं हमेशा अपने पास रखूंगी.
वो बहुत खुश दिख रही थी. उस रात हमने 3 बार सेक्स किया. सच में बहुत मज़ा आया. पहले सेक्स का मजा ही कुछ और होता है.
मेरी इस सेक्स स्टोरी को लेकर अगर किसी को कुछ कहना है तो [email protected] पर मुझे मेल करें.
धन्यवाद.