प्यासे सावन में तड़पता यौवन और मेरी बल्ले बल्ले-8

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:

प्यासे सावन में तड़पता यौवन और मेरी बल्ले बल्ले-7

प्यासे सावन में तड़पता यौवन और मेरी बल्ले बल्ले-9


सुहाना मुझे छोड़कर एक दूसरे रूम में चली गई, थोड़ी देर बाद वो बाहर आई मैं उसको देखकर दंग रह गया, मेरी आँखें फटी की फटी रह गई, क्या गजब की लग रही थी, उसने एक बहुत ही सेक्सी ब्रा पैन्टी पहनी हुई थी, उस ब्रा-पैन्टी में वो बहुत कामुक लग रही थी।

मैं उसको टकटकी लगाये देखता रहा, वो स्टाईल से चलती हुई मेरे पास आई और बोली- क्या देख रहे हो?
‘यार, तुम बहुत सेक्सी लग रही हो, मेरे दिल के पास अपने कान लाओ, देखो कितनी तेज धड़क रहा है।’

वो मेरे दिल पर अपने कान टिकाने वाली ही थी कि मैंने उसको अपने सीने से चिपका लिया और उसकी पैन्टी के अन्दर अपने हाथ डालकर उसकी गांड के अन्दर उंगली करने लगा।
‘ये क्या कर रहे हो?’
‘कुछ नहीं, मुझे पेन्टी के अन्दर हाथ डालकर लड़की की गांड में उंगली करना अच्छा लगता है!’
‘तो अब तक कितनी लड़कियों की गांड में उंगली इस तरह कर चुके हो?’
‘बस तुम तीसरी हो!’

कुछ देर तक मैं उसको इसी तरह उंगली करता रहा और बीच-बीच में उसकी चूत में भी उंगली कर देता। सुहाना की चूत ने एक बार फिर पानी छोड़ दिया था।
मैंने इसी तरह उंगली करते हुए पूछा- सुहाना तुम तो ब्रा और पैन्टी नहीं पहनती हो, फिर?
‘तुम्हारे लिये आज ही खरीदी हैं।’ वो बोली।
‘पर क्यों? तुम तो बिना पैन्टी के भी अच्छी लग रही थी।’
‘तो ठीक है, मैं उतार देती हूँ!’ कहते हुए वो मुझसे अलग होने लगी.

मैंने उसको फिर से चिपकाते हुए कहा- नहीं नहीं… तुम इसमें अच्छी लग रही हो।
‘मैं अच्छी लग रही हूँ या नहीं, लेकिन तुम्हारी नजर में मैं इसमें ज्यादा अच्छी लग रही हूँ।’ वो बोलती रही- मेरे जीवन के तुम दूसरे मर्द हो। साहिल ने मुझे बेइंतहा प्यार दिया और उसने जो कहा, जैसी उसकी इच्छा थी, मैंने वो सब किया और वो भी मेरे लिये हर काम करने को तैयार था। और अब तुम हो, मैं तुम्हें ज्यादा तो नहीं जानती, लेकिन इन दो दिनों में तुमने जो मेरे जिस्म की प्यार बुझाई है, वो काफी है यह बताने के लिये कि तुम मुझसे कितना प्यार करते हो। मैंने अपने यौवन को सुरक्षित इसलिये रखा था कि मैं रंडी नहीं बनना चाहती थी। भले ही तुम मुझे अपने जीवन में जगह मत दो, लेकिन जो प्यार तुमने दिया है उसके बदले में मैं इतना तो तुम्हारे लिये तो कर ही सकती हूँ।

उसकी आँखों से आंसू निकल रहे थे, मैंने उसके आंसू पौंछे, कहा- इतनी प्यारी आँखों में आंसू अच्छे नहीं लगते।

फिर थोड़ी देर इधर-उधर की बातें होती रही. मैं उसे बेड पर ले आया और उसके ऊपर अपनी एक टांग को रखकर उसकी ब्रा को उसके मम्मे से अलग किया और निप्पल को अपने मुंह में भर लिया, थोड़ा देर निप्पल चूसने के बाद मैंने एक बार फिर उसे इंस्सिट किया कि वो मुझे बताये कि उसके हनीमून में और क्या हुआ।

उसने मेरे बालों को सहलाया और बोली- जब साहिल ने कायदे से मेरी चूत की चुदाई कर ली और मैं पस्त सी हो गई और वो भी थोड़ा ढीले पड़ गये तो कुछ देर बाद ही मैंने उलाहना देते हुए कहा कि तुम तो शेर बनते थे, क्या हो गया, तुम तो थके से लग रहे हो?
मेरी बात सुन कर बोले- यार, तुम्हें एक तरीके से चोदते-चोदते मैं थक गया हूँ, अगर तुम मेरी बात मानो तो चुदाई का और मजा मैं तुम्हें दे सकता हूँ।
‘तो मैंने कब मना किया है, तुम जिस तरह मुझे चोदना चाहो मुझे चोद सकते हो!’ मैं उसके अधरों पर अपनी उंगलियाँ फिराते हुए बोली।
‘तब तो ठीक है, तब तो आज पूरी रात तुम चुदाई के लिये तैयार रहो।’
‘ठीक है मेरे राजा, मैं और मेरी चूत दोनों तैयार हैं, मैंने उनके होंठों को चूमते हुए कहा.
‘चूत ही नहीं तुम्हारी गांड भी मैं मारूंगा।’
‘मेरे राजा, जो भी तुम करना चाहो, मैं तैयार हूँ।’

‘तो ठीक है…’ कह कर उठे और बैग से लेपटॉप निकाल कर बिस्तर पर बैठ गये और उसको ऑन करते हुए बोले- एक मूवी दिखा रहा हूँ, तुम्हें पूरा स्टाईल उसी तरह करना है… ठीक है?

साहिल ने एक मूवी ऑन कर दी, उसमें एक अंग्रेज लड़की पूरी नंगी होकर एक सोफे पर बैठे हुई थी और अपनी दोनों टांगों को फैलाकर अपने एक हाथ से चूची और दूसरे हाथ की उंगली अपनी चूत के अन्दर बाहर करती जाती थी और फिर उस उंगली को चाट लेती थी.
उसके सामने एक लम्बा सा आदमी खड़ा था, उसका भी लंड भी तुम्हारे और साहिल की तरह लम्बा था, लड़की उंगली चाटते हुए बोले जा रही थी- come on Darling, why are you waiting, come and fuck me, my pussy is waiting for you.

तभी वो आदमी आया और उसके मुंह के पास अपने लंड को हिलाते हुए बोला- yhe baby, lick my dick, please me, I will fuck you hard.
लड़की ने उसके लंड को पकड़ा और उसके सुपाड़े पर अपनी जीभ चलाने लगी। उसके बाद उसने उसका पूरा लंड अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगी, बीच-बीच वो लंड को मुंह से बाहर निकालती और अपने मुट्ठी आगे-पीछे करती, जिससे उस आदमी का सुपारा कभी खुल जाता तो कभी उस खोल के अन्दर छुप जाता.

काफी देर जब लड़की ने लंड चूस लिया तो आदमी अपने घुटने के बल नीचे बैठ गया और लड़की की दोनों टांगों को अपनी तरफ खीचते हुए उसकी चूत पर चुंबन लिया और फिर अपनी जीभ निकाल कर उसको चाटने लगा, लड़की की लाल-लाल चूत साफ दिख रही थी।
लड़की yea-yea करती जा रही थी, फिर उसी पोजिशन में उस आदमी ने लड़की की चूत में अपना लंड डाल दिया। थोड़ी देर तक उसी पोजिशन में आदमी लड़की की चुदाई करता रहा, और लड़की yea-yea करती रही और लड़का hmm-hmm करता जा रहा था।

मैंने अपने जीवन में पहली बार पोर्न फिल्म देखी थी, शुरू में कुछ अजीब लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे मुझमें भी मस्ती छाता जा रही थी.

तभी मुझे अपनी जांघ पर कुछ महसूस हुआ, मेरे नजर जब मेरी जांघ पर पड़ी तो देखा की साहिल मेरी जाँघों को सहला रहा है और जांघ सहलाते-सहलाते उसकी उंगली मेरे फांकों के बीच भी फिसल जाती थी.
मैंने उसकी इस हरकत को मुस्कुरा के जवाब दिया तो साहिल बोला- अरे मेरी जान, तुम्हारी आँखें लाल होती जा रही है।
‘नहीं तो…’ मैं बोली, लेकिन मैं जानती थी कि मेरी आँखें उनके द्वारा मेरे जांघों को सहलाये जाने के कारण लाल हो रही थी और मेरे जिस्म में लाखो चीटियां रेंग रही थी।

उसके बाद हम दोनों फिर लैपटॉप की तरफ देखने लगे, हालाँकि उनका हाथ यथावत अपनी हरकत करता जा रहा था और मेरी उत्तेजना को बढ़ाता जा रहा था।

तभी पोर्न फिल्म में आदमी ने अपना लंड चूत से बाहर निकाला और लड़की के मुंह के अन्दर डाल दिया, लड़की लंड को फिर से चूसने लगी।
थोड़ी देर तक इसी तरह चलता रहा, फिर लड़की सोफे से उतरी और अपने हाथ सोफे पर टिका कर खड़ी हो गई। वो आदमी उस लड़की के पीछे गया और उसकी चूत में लंड पेल दिया और शॉट लगाने लगा, साथ ही साथ वो लड़की के चूतड़ पर कस-कस कर चांटा रसीद करता जा रहा था.

जवाब में लड़की उम्म्ह… अहह… हय… याह… करके अपने होंठ चबाने लगती, उसके बाद उस आदमी ने अपना लंड निकाला, अपनी हथेली को मुंह के पास लाया और अपनी लार हथेली पर गिराई और फिर अपने लंड पर उसको मलने लगा.
उसके बाद एक बार फिर लार को अपनी हथेली पर लिया और इस बार उस लार को उस लड़की की गांड के अन्दर लगाने लगा. उसके बाद लंड को लड़की की गांड में पेल दिया और चुदाई करना शुरू कर दिया।
लड़की भी ‘ये ये…’ करके उसका हौसला बढ़ाती जा रही थी, वो आदमी कभी उसकी गांड मारता तो कभी चूत की चुदाई करता।
एक बार फिर उस आदमी ने अपने लंड को बाहर निकाला और लड़की के मुंह के पास ले गया.

इधर मेरा भी पानी उनकी चुदाई और साहिल का चूत में उंगली करते रहने से छूट चुका था।
फिर भी मेरा मन उस मूवी को पूरा देखने का कर रहा था, उधर साहिल भी जबरदस्त थे, मेरा पानी छूटने के बाद भी वो लगातार मेरी चूत में उंगली करते जा रहे थे।

‘फिर क्या हुआ?’ मैंने पूछा तो बोली- सक्षम, मूवी मुझे बहुत अच्छी लग रही थी, एक बार अपना लंड चुसवाने के बाद लड़की के चूतड़ को उस आदमी ने थपथपाया तो लड़की सोफे पर एक कुतिया की तरह लेट गई और अपने घुटने को मोड़कर अपनी गांड को उठा लिया, वो आदमी लड़की के क्रास हो गया, अपने लंड को उसकी गांड में डाल दिया और चोदने लगा. अब वो आदमी उसकी गांड को दो-चार बार चोदता और अपने लंड को बाहर निकालता और उस लड़की की गांड जो अब पूरी तरह से आदमी के लंड के गोलाई के आकार में खुल गई थी, उसमें वो लार बनाकर थूकता और फिर चोदता.
इस तरह उसने करीब सात-आठ मिनट किया और उसके बाद अपना लंड निकाला और लड़की के मुंह में दे दिया, लड़की ने उसके लंड को दो-चार बार चूसा और फिर उस लंड से निकलने वाले स्पर्म को वो पूरा पी गई।

जब मूवी खत्म हो गई तो साहिल मेरी तरफ देखने लगे, मैं समझ गई कि वो क्या चाहते है?

कहानी जारी रहेगी.
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