यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
दोस्तो, यारों के महायाराना के आगाज़ की पहली चुदाई की शुरूआत हो चुकी है. कहानी के पिछले भाग में आपने देखा कि मेरा दोस्त रणविजय मेरी ही बीवी की चुदाई के लिए हमारे रूम में पहुंच गया था.
अब रणविजय और रीना की चुदाई उन्हीं के शब्दों में:
हम दोनों एक दूसरे के चुम्बन में मदहोशी के साथ डूब गए। उसने नाइटी के अंदर कुछ नहीं पहना था। मैं नीचे लेटा हुआ था और चुम्बन करते हुए ही हम दोनों एक दूसरे से लिपट गये.
रीना के मखमली गोरे बदन और शानदार बनावट वाले शरीर के उस कोमल स्पर्श से मेरे बदन में सेक्स का ज्वालामुखी सा उबलने लगा. उसकी छुअन से मेरे पूरे शरीर में गुदगुदी सी हो रही थी. मैं सिहर रहा था.
मैंने उसकी नाइटी को उतारा और उसकी ब्रा में कैद दो कबूतर जैसे आजाद होने के लिए फड़फड़ाते दिखाये दिये. मैंने उसकी ब्रा में कैद स्तनों को बहुत ही प्यार के साथ चूम लिया. इससे उसके होंठों से जैसे रस टपकने हो गया.
स्तनों पर चुम्बन देने के बाद मैंने उसकी गर्दन पर हल्का सा चूमा. उसके होंठों, गालों, आंखों और माथे पर चूम कर उसकी वक्षरेखा के बीच में चूम लिया. मेरे चुम्बनों की बौछार से उसका बदन जैसे टूटने लगा.
रीना की सांसें तेजी के साथ चलने लगी थीं जो उसके स्तनों को और ज्यादा आकर्षक रूप से प्रस्तुत कर रही थीं. फिर मैंने उसकी नाभि और पेट पर चूम कर उसकी ब्रा को खोल दिया. उसके स्तन नंगे हो गये.
उनको देख कर कभी ऐसा नहीं लगता था कि इन्हें दोबारा देख रहा हूं. ऐसे सुडौल स्तन की नजरें हटें ही न. फिर मैंने उसकी पैंटी को भी उतार दिया और उसकी योनि को भी नंगी कर दिया.
रीना के सारे कपड़े उतार कर मैंने उसे पूर्ण रूप से नग्न कर दिया। यह करते हुए मुझे पिछली बार का हाफ स्वैपिंग वाला किस्सा याद आ गया, जिसमें उस दिन उसे शर्म आ रही थी. लेकिन आज वह खुली हुई सी लग रही थी. उसके हाथ मेरे पूरे बदन पर रेंग रहे थे जो मुझे उत्तेजना की अलग ही दुनिया में ले जा रहे थे.
रीना ने मेरी टीशर्ट के बटनों को खोल दिया. मेरे सीने पर एक गर्म चुम्बन किया और फिर मेरे बाजुओं को ऊपर उठाकर मेरी टीशर्ट को निकलवा दिया. उसकी हरकतों में आज अलग ही प्यास सी थी जो मुझे बहुत मजा दे रही थी.
टीशर्ट को निकाल कर उसने मेरी पैंट की ओर हाथ बढ़ाये. मेरे लंड मेरी पैंट में किसी मोटे रॉड के जैसे एक तरफ निकल आया था. उसने मेरे लंड पर हाथ फिराया तो मेरे मुंह से आह्ह… निकल गयी. उसके कोमल हाथों के स्पर्श से लंड झनझना गया.
पैंट को खोल कर उसने नीचे खींचते हुए मेरी जांघों से नीचे कर लिया. मैंने भी पैरों को चलाते हुए पैंट को निकाल लिया. अब मेरे बदन पर सिर्फ मेरा अंडरवियर रह गया था जिसमें मेरा लौड़ा उधम मचा रहा था. रीना ने मेरे लंड पर अंडरवियर के ऊपर ही एक कोमल सा चुम्बन दे दिया और मैं मस्ती में भर गया.
मेरे पेट को चूमते हुए उसने कहा- आह्ह… तुम्हारे सिक्स पैक एब्स तो अभी तक मेंटेन्ड हैं.
वो मेरे पूरे बदन को जैसे शीशे में उतार रही थी.
फिर उसने मेरे अंडरवियर को भी मेरी जांघों से खींच कर अलग कर दिया और हम दोनों के दोनों अब पूर्ण रूप से नग्न हो गये. मेरे दोस्त की बीवी का दूध जैसा सफेद जिस्म होटल के उस कमरे की चकाचौंध भरी लाइट में इतना जोर से चमक मार रहा था कि ऐसा लगा कि सामने कोई अंग्रेज विदेशी महिला नंगी हो रखी हो.
उसका अदा खान जैसा प्यारा उत्तेजक चेहरा मुझे उसके मुंह में अपना लन्ड ठूसने के लिए प्रेरित कर रहा था। एक बार फिर से हम एक दूसरे के होंठों के रस को अपने अपने मुंह में खींचने लगे. दो मिनट के बाद हमने एक दूसरे के होठों को एक दूसरे से आजाद किया।
अपना खड़ा लंड मैंने हाथ में हिलाते हुए रीना के मुंह के पास कर दिया. वो भी इस मुस्कराते हुए मेरे लंड को हवस भरी नजर से देखने लगी. वो जान गयी थी कि मेरी इच्छा क्या करने की हो रही है.
उसने मेरी भावनाओं को समझते हुए मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया. लंड को मुंह में लेकर उसने अपनी जुबान से चाटते हुए चूसना शुरू कर दिया. वो मेरे लिंग को ऐसे चूस रही थी जैसे किसी एग्जाम में अपना शत-प्रतिशत देने की कोशिश कर रही हो. उसका ये प्रयास देख कर मुझे और भी मजा आ रहा था.
जब रीना मेरा लिंग चूस रही थी तो उसके सुडोल गोरे गोल स्तन मेरे सामने झूल रहे थे जोकि एक अद्भुत नजारा था। इतने सेक्सी स्तन देखकर मेरे हाथ अकस्मात ही उसके स्तनों पर चले गए और मैंने उन्हें अपने हाथों से निचोड़ना शुरू कर दिया।
थोड़ी देर तक मेरा लिंग चूसने के बाद रीना ने अपनी चूत को मेरे मुंह पर टिकाया और सीधा मेरे मुंह पर बैठ गई। इस तरह उसकी चूत मेरे मुंह से सट गई। अतः मैंने भी उसे अपनी जीभ और मुंह का कमाल दिखाया।
रीना की गांड इतनी सेक्सी थी कि मैं उसकी चूत चाटते चाटते उसकी गांड चाटने से खुद को रोक नहीं सका। अतः उसकी गांड को भी पागलों की तरह चाटने और चूसने लगा।
इससे उत्तेजित होकर रीना ने अपना निचला हिस्सा मेरे मुंह पर जोरदार तरीके से दबा दिया। मेरे हाथ अब भी लगातार उसके स्तनों पर थे जोकि मैं निचोड़े जा रहा था।
अब रीना ने मेरे मुंह पर से अपना पिछवाड़ा हटाया और अपने पिछवाड़े को मेरे पेट के ऊपर टिका कर अपने स्तनों को मेरे मुंह की तरफ झुका दिया. मैंने उसके स्तनों को चूस चूस कर अपने मन की मर्जी पूरी की।
रीना थोड़ा और नीचे झुक गई और मेरे लिंग को हाथ से पकड़ कर अपनी चूत में डाल लिया। अब मैं सीधा लेटा हुआ था और रीना मेरे ऊपर बैठकर मेरे लिंग को अपनी चूत में डाल कर मुझसे चुदवा रही थी। इस तरह कभी वह ऊपर तथा कभी वह नीचे करके हमने घनघोर चुदाई की।
अपने दोस्त की बीवी के साथ चुदाई के मैंने दो राउंड पूरे किये। रीना की गांड मारने का मेरा मन फिर से हो रहा था. वहीं गांड जिसकी चुदाई का उद्घाटन मैंने ही किया था. मगर रीना ने यह कह कर मुझे रोक लिया कि हम यहां पर शायद पूरे सप्ताह के लिए हैं. अगर आज ही सब कर लिया तो बाकी दिनों में करने के लिए कुछ खास नहीं रह जायेगा.
अतः हम एक दूसरे की बांहों में चिपक कर सो गए और इतने दिनों में जो घटित हुआ उसकी बातें एक दूसरे से करने लगे। करीब 2:00 बजे थे और बातें करते करते हमारे नीचे के सामान (लंड और चूत) फिर तैयार हो गए थे और हमने तीसरे राउंड की चुदाई की।
आज की रात मैंने अपने दोस्त की बीवी की गांड नहीं मारी थी. केवल चूत की चुदाई की थी। दोनों संतुष्टि वाली चुदाई करके सो गए। फिर मैं सुबह 4:00 बजे के अलार्म बजने का इंतजार करने लगा. इस बीच मुझे कब नींद आ गई पता ही नहीं चला।
दोस्तो, श्लोक की बीवी सीमा के साथ नील की कहानी अब नील के शब्दों में पेश है:
नील- जब मैंने अपनी चाबी से श्लोक की बीवी सीमा के कमरे का दरवाजा खोला तो देखा कि सीमा बिकनी में अपने आप को शीशे में निहार रही थी। शायद वह बीच पर आकर्षक दिखने की भविष्य की तैयारी कर रही थी।
आहट पर उसे लगा कि श्लोक है लेकिन मुझे देखकर वह आश्चर्य में आ गई।
सीमा- ओह माय गॉड! नील तुम यहां?
नील- हां, वह एक्चुअली क्या है कि श्लोक और मैं, तुम्हें और रकुल को यहां एकदम से मिल कर सरप्राइज़ देना चाहते थे। मगर तुम्हें बिकनी में इस रूप में देखकर उल्टा मैं सरप्राइज़ हो गया हूं।
सीमा हंसने लगी और बोली- ओह्ह ओके, थैंक यू।
नील- क्या लगती हो यार तुम! बिल्कुल कृति सेनन का चेहरा और वैसी ही टांगें। वैसा ही पतला आकर्षक शरीर।
सीमा- माय गॉड। इतनी तारीफें! तुम भी कम नहीं नील। डैशिंग लगते हो. ऊपर से तुम्हारा वो लम्बा तगड़ा हथियार, जो किसी तलवार से कम से नहीं है. लंड तो मैंने पोर्न फिल्मों में भी बहुत देखे हैं लेकिन तुम्हारे औजार की बात ही कुछ अलग है. अच्छा हुआ कि तुम यहां मिल गये. मुझे लगा कि कहीं श्लोक और मैं यहां पर बोर ही न हो जायें पूरे सप्ताह की छुट्टियों में.
सेक्स की बातें शुरू होते ही हम दोनों एक दूसरे की ओर आकर्षित होकर, दोनों ही बातें बन्द करके एक दूसरे को चूमने लगे।
मैंने ब्रा के ऊपर से ही सीमा के स्तनों को मसलना शुरू किया और सीमा ने भी अपने हाथ को मेरी जींस में घुसा डाला और मेरे लिंग को पकड़ कर आगे पीछे करने लगी ।
मैंने सीमा को उल्टा किया और उसकी आर्मपिट को चूसने चाटने लगा। यह करते हुए मैंने खड़े-खड़े ही उसकी ब्रा और पैंटी को उसके शरीर से आजाद कर दिया और उस मॉडल जैसी दिखने वाली परी को पूर्ण रूप से नग्न कर दिया।
उसने मेरी पैंट की जिप खोली और किसी पोर्न नायिका की तरह खड़े खड़े ही मेरे लिंग को निकाल कर मुंह में लेने लगी। तभी मैंने उसे रोकते हुए अपने आप को कपड़ों से आजाद कर दिया ताकि कपड़े बीच में इस आनंद में बाधा ना बनें।
मैं खड़ा था और सीमा घुटनों के बल बैठकर मेरे लिंग को चूसने लगी थी। वो तब तक मेरे लिंग को मुंह में लेकर मस्ती में चूसती रही जब तक कि उसका मुंह नहीं थक गया।
फिर मैंने उसे बेड पर धक्का दिया. इस तरह वह बैठकर उल्टी गिर गई. उसके कूल्हे ऊपर की तरफ थे. मैंने अपनी जीभ को उसके कूल्हों के बीच में फ़ंसाकर उसे चूसना शुरू किया. उसकी सेक्सी पीठ को चूमा तथा उसे सीधा करके उसके स्तनों को जोर जोर से चूस चाट कर उसको उत्तेजित किया।
इतना ही कर पाया था कि सीमा ने पूर्ण रूप से उत्तेजित होकर अपनी टांगें चौड़ी कर दीं तथा मेरे 10 इंच लंबे खड़े लिंग ने सीमा की चूत में प्रवेश कर दिया।
हालांकि सीमा मेरा लंबा लिंग पहले भी कई बार ले चुकी थी लेकिन लंबा लिंग तो लंबा ही होता है। मेरा लंड सीमा की चूत में उतर चुका था और मैंने उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया.
जल्दी मेरा लंड सीमा की चूत में अंदर तक जाने लगा. वो आह्ह सी … सी… ओह्ह.. आहह् जैसे कामुक सीत्कार लेने लगी. उसकी ये आवाजें उसकी चूत में मेरे लंड द्वारा दिये जाने वाले आनंद को बयां कर रही थीं. सीमा की कामुक सिसकारियों की आवाज से कमरा जल्दी ही गूंजने लग गया।
सीमा की चूत को मैंने लगभग 25 मिनट तक अपने खीरे जैसे लंड से रगड़ा. उसकी चूत को चोदते हुए मेरा लंड पच-पच… गच-गच … की आवाज करता हुआ अंदर बाहर हो रहा था.
कुछ ही देर में मैं स्खलन के करीब पहुंचने वाला था. मगर उससे पहले सीमा की चूत में ही उबाल आ गया. उसने मेरे लिंग को अपनी चूत में जैसे कैद करके जकड़ सा लिया और उसकी चूत से निकलने वाली कामरस की गर्म धार सी मुझे मेरे लंड के इर्द गिर्द और लंड के टोपे पर महसूस हुई.
उसको झड़ता हुआ महसूस करके मेरे लंड में भी कड़कपन और ज्यादा तीव्र हो गया. मैंने उसकी चूचियों को कस कर भींचते उसकी चूत में दनादन धक्के लगाने शुरू कर दिये.
दो मिनट के बाद ही मेरा स्खलन भी होने के कगार पर था. दो चार धक्के लगाये कि मेरे लंड से भी गर्म गर्म लावा निकल कर सीमा की चूत में गिरने लगा. आनंद की उस घड़ी में हम दोनों ही मदहोशी के आलम में थे. न तो सीमा को ही होश था और न ही मुझे.
लम्बी टांगों वाली उस अप्सरा को मैंने रात में 3 बार चोदा. उसकी चूत चुदाई के लगभग सारे आसन मैंने पूरे किये. फिर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में नंगे ही सो गये.
दोस्तो, नील का लम्बा लंड लेकर सीमा की चूत तो खुश हो गयी थी. उसको नींद भी गहरी आई. सीमा और नील की चुदाई की कामुक स्टोरी ने वाकई मेरा लिंग कड़ा कर दिया था. नील दिखने में भी हैंडसम और डैशिंग बन्दा है और सीमा के बदन की खूबसूरती के तो कहने ही क्या हैं.
नील और सीमा दोनों ही चुदाई का मजा लेकर सो गये. मगर अभी तो महायाराना के इस आगाज़ में चुदाई की कुछ बेहद गर्म कहानियां शुरू भी नहीं हुई थीं. उन्हीं कहानियों में से एक है रणविजय की बीवी प्रिया की विक्रम के द्वारा चुदाई.
विक्रम और प्रिया की चुदाई की स्टोरी का मजा लेने के लिए आपको कहानी के अगले भाग का इंतजार करना होगा.
दोस्तो, महायाराना में बीवियों की अदला बदली की सेक्स स्टोरी में आपको मजा आ रहा है ना? कहानी पर अपनी राय जरूर दें.
शीघ्र ही महायाराना के आगाज़ का अगला अंक प्रकाशित होगा जिसमें आप विक्रम और प्रिया के सेक्स का मजा लेंगे. जुड़े रहिये. कमेंट और मैसेज के द्वारा कहानी पर अपनी राय देना अवश्य याद रखें.
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