हाई फ्रेंड्स, मेरा नाम नेहा है. मैं अपनी एक दूसरी कहानी आपको बता रही हूँ. इस कहानी में मैं अपनी सहेली से दोस्ती की और हम दोनों में इतनी अधिक दोस्ती हो गयी कि मैं अपनी सहेली के भाई से चुद गयी.
मेरे पड़ोस में एक लड़की रिम्पी रहती है. उसका परिवार भी उसके साथ रहता है. हम दोनों लोग कभी कभी एक दूसरे से बात करते थे. पहले हम दोनों में कोई खास दोस्ती नहीं थी, सिर्फ नार्मल बातें ही होती रहती थीं.
रिम्पी थोड़ी अमीर है, लेकिन वो मेरे सामने कभी भाव नहीं मारती थी इसलिए हम दोनों की दोस्ती हो गई थी. धीरे धीरे मैं उसके घर जाने लगी और वो भी मेरे घर आने लगी. मुझे ये बात तो पता थी कि अमीर लोग अय्याश किस्म के होते हैं. रिम्पी भी वैसी निकली.
जब मैं उससे बहुत ज्यादा क्लोज हो गई, तो मालूम हुआ कि उसके भी बहुत ब्वॉयफ्रेंड थे. शुरुआत में तो उसने मुझे कुछ नहीं बताया था, लेकिन धीरे धीरे उसकी अपने ब्वॉयफ्रेंड्स से फ़ोन पर बातों से मुझे समझ आने लगा. फिर जब कभी उसका कोई ब्वॉयफ्रेंड उसके घर आ जाता, तो रिम्पी मेरे सामने ही अपने उस ब्वॉयफ्रेंड को किस कर लेती थी.
मुझे थोड़ा अजीब लगता था, लेकिन उसके परिवार में सब लोग खुले विचार के थे. इसलिए उसके लिए ये सब सामान्य था.
अब संगत का असर कब तक नहीं होता, रिम्पी की दोस्ती का असर मेरे ऊपर भी होने लगा और मैं भी रिम्पी के साथ रहते रहते उसके भाई कुलीन से पट गयी.
हालांकि रिम्पी इस बात से अनजान थी कि मैं उसके भाई कुलीन से बात करती हूँ. कुलीन भी निकम्मा था, लेकिन था बहुत स्मार्ट. वो मुझे पहले दिन से लाइन मार रहा था. मैं रिम्पी के साथ जब भी उसके घर जाती थी, तो वो मेरे सामने बहुत बार आता था.
दिखने में मैं अपनी सहेली से भी ज्यादा सेक्सी थी क्योंकि मेरी चूची और गांड का आकार काफी सुडौल और बहुत बड़ा था. रिम्पी की चूचियों और गांड का उभार बहुत छोटे साइज़ का था.
तो कुलीन मुझ पर लाइन मारने लगा था और ऐसे ही हम दोनों लोग की दोस्ती भी हो गयी. जब कभी मैं रिम्पी के घर जाती और वो घर में न होती, तो मैं कुलीन से बैठ कर बात करने लगती. यदि रिम्पी मुझसे ये कहती कि जब मैं घर में नहीं थी, तो तुम देर तक क्या करती रहीं. तो मेरे पास उसके पास बैठ कर बात करने का एक बहाना ये था कि कुलीन ने कहा था कि तुम बस आने वाली हो, इसलिए थोड़ी देर बैठ कर इन्तजार कर लो. हालांकि ये सब बातें मेरे दिमाग में ही आती थीं. जबकि रिम्पी के दिमाग में ये सब बातें नहीं आती थीं कि मैं उसके घर में इतनी देर से क्यों बैठी हूँ. खैर आगे चलते हैं.
उसके भाई से मेरी बढ़ती नजदीकियों से अनजान मेरी सहेली रिम्पी अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ ही लगी रहती थी. मैं कुलीन के साथ बात करती रहती थी. हम दोनों में बातें काफी बोल्ड किस्म की भी होने लगी थीं. इस बातों में अब सेक्स वाली डिस्कशन भी होने लगी थी.
आप खुद सोचो, जब उसकी बहन अपने ब्वॉयफ्रेंड से बात करने में लगी हो और मैं उसके साथ न होकर उसके भाई के साथ बातचीत कर रही होऊं, तो चर्चा में सेक्स का मसाला कब तक नहीं आएगा.
यही हुआ, कुलीन मुझसे सेक्सी बातें करके रिझाने में लगा रहता. मुझे तो वो शुरू से ही अय्याश लगता था एक तो वो हमेशा बियर पीने के लिए बार में जाता था. मैं उससे पूछती थी तो बोलता था कि वो कभी कभी बियर पीने जाता था. लेकिन कुलीन इतना अधिक स्मार्ट था कि मैं उसको पसंद करने लगी थी. तब भी मैं आदतों को पसंद नहीं करती थी, बाकी उसके अन्दर सब कुछ ठीक था.
अब हम दोनों आपस में चिपका चिपकी भी करने लगे थे. कुलीन मेरी उठी हुई गांड में ज्यादा दिलचस्पी लेता था. क्योंकि हम दोनों लोग जब भी अकेले में मिलते थे, तो वो मुझे अपने गले से लगा लेता था और मुझसे बात करते करते अपना हाथ मेरी गांड पर फेरने लगता था. हम दोनों लोग ब्वॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड भी बन गए थे, इसलिए मैं भी उसका साथ देती थी. हम दोनों लोग के बीच अब चुम्मा चाटी भी शुरू हो गयी थी.
अब मैं रिम्पी के घर में जब भी जाती थी, तो हम दोनों लोग मौका देखकर एक दूसरे को किस करने का मौका तलाशते रहते थे. कुछ ही दिनों में मुझे उसके साथ इस तरह से चूमाचाटी करने में मजा आने लगा था. हम दोनों पहले से ज्यादा बदतमीज हो गए थे. हम दोनों के बीच सेक्स की आग भड़क गई थी. कभी कभी तो हम दोनों एक दूसरे को बहुत देर तक किस करते थे.
मैं अपनी सहेली से बहुत कुछ सीख गयी थी क्योंकि वो कभी कभी अपने ब्वॉयफ्रेंड से मिलने के लिए जाती थी, तो मुझे भी अपने साथ ले जाती थी. मैं उन लोगों की बातें तो नहीं सुन पाती थी क्योंकि मैं कुछ दूर पर खड़ी रहती थी और वो अपने ब्वॉयफ्रेंड से बात करती रहती थी.
जब वो वापस आती, तो मुझे सब कुछ बताती थी. मुझे महसूस होने लगा था कि अपनी सहेली के साथ रहकर मुझे भी कुछ कुछ अमीरों की तरह रहना आ गया था. मुझे उसके साथ रहकर लड़कों से बात करने का भी अनुभव हो गया था.
अब तो मैं भी कभी कभी अपनी सहेली के ब्वॉयफ्रेंड से बात कर लेती थी, लेकिन इतना ख्याल रखती थी कि उसके ब्वॉयफ्रेंड से बात की लिमिट उतनी ही रहे, जिससे मेरी सहेली को बुरा न लगे. फिर मैं तो कुलीन को पसंद करती थी, इसलिए मैं उससे ही ज्यादा बात करती थी.
एक दिन रिम्पी ने मुझे अपने घर बुलाया, तो मैं उससे मिलने के लिए उसके घर गयी. वो अपने ब्वॉयफ्रेंड के बारे में मुझसे सारी बातें बताती रहती थी. आज भी बातों के चलते उसने मुझे बताया कि वो अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ डेट पर जा रही है, इसलिए मैं उसको स्कूटी से छोड़ दूँ.
मैं रिम्पी को स्कूटी से एक होटल के सामने छोड़ के आ गयी. उसने मुझे कहा कि मैं इसके बारे में उसके घरवालों को कुछ नहीं बताऊं और वो जब फ़ोन करेगी, तो मैं उसको स्कूटी से लेने के लिए आ जाऊं.
रिम्पी के मम्मी पापा दोनों लोग जॉब करते थे इसलिए वो बस अपने भाई से बचती थी. मैं उसको उसके भाई से बचाने में सहायता भी करती थी. मैं अपनी सहेली को होटल में छोड़ कर आई, तो कुलीन ने मुझसे पूछा कि रिम्पी कहाँ है?
तो मैं उससे झूठ बोल गई कि वो डॉक्टर के पास गयी है.
अब चूंकि उस समय घर में सिर्फ हम दोनों ही थे, तो कुलीन मुझे हवस भरी नजरों से देखने लगा था. उसने मुझे अपनी बांहों में ले लिया और मुझसे बोला कि आज तो घर में कोई नहीं है. मम्मी पापा जॉब पर गए हैं और मेरी बहन को तुम डॉक्टर के पास छोड़कर आई हो. हम दोनों लोग आज अकेले हैं. आज तो मैं तुमको बहुत प्यार करूँगा. मैं तुम्हारे कब से अकेले में ये सब करना चाहता था.
मैं भी सेक्स के मूड में थी क्योंकि मैं रिम्पी को होटल में छोड़कर आई थी और वो अपने ब्वॉयफ्रेंड से होटल में चुदवाने के लिए गयी थी. ये सब बातें जानकर मेरा भी चुदवाने के लिए मूड बन गया था.
मैं और कुलीन एक दूसरे को किस करने लगे. लक्किली मैंने अपनी चूत को भी उसी दिन साफ़ किया था.
अब सीन ये था कि मेरी सहेली अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुदवाने के लिए होटल में गयी थी और इधर मैं उसके भाई से चुदवाने के लिए उसके घर आ गयी थी.
हम दोनों एक दूसरे को किस करते करते एक दूसरे के कपड़े निकालने लगे. जल्द ही मैं ब्रा और पेंटी में हो गयी. मैं ब्रा-पेंटी में एकदम क़यामत लग रही थी. कुलीन मेरे बूब्स को दबाने लगा. मेरे बूब्स बड़े साइज़ के हैं तो उसके हाथ में नहीं आ रहे थे. उसने मेरी ब्रा को निकाल दिया और मेरे मम्मों को चूसने लगा.
अगले दो मिनट बाद कुलीन ने मेरी पेंटी को भी निकाल दिया और मुझे नंगी करके बिस्तर पर लिटा दिया. मैं भी चूत खोल कर दाना रगड़ने लगी तो वो मेरी चूत को चाटने लगा. उसके चूत चाटने से मैं भी एकदम से उत्तेजित हो गयी. उसके बाद मैंने भी नीचे बैठ कर उसका लंड चूसा. हम दोनों ने एक दूसरे को ओरल सेक्स देने के बाद एक दूसरे को किस किया और उसके बाद चुदाई की कबड्डी शुरू होने की स्थिति बन गई.
उसने मुझे फिर बिस्तर पर लिटा दिया और मेरी चूत में अपना लंड डालने लगा. मेरी मदभरी सिसकारियां निकलने लगीं. कुछ ही देर में कुलीन ने अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया और मुझे चोदने लगा.
मेरी चूत में मेरी सहेली के भाई का लंड जा रहा था और मेरी चूत उसका लंड पूरा अन्दर ले रही थी. हम दोनों लोग धकापेल चुदाई करने लगे. उसके लंड पर झांटें उगी थीं, लेकिन मेरी चूत साफ़ थी. मुझे उसकी झांटें भी रगड़ सुख दे रही थीं. हम दोनों बड़ी मदहोशी से सेक्स कर रहे थे. जब कभी मैं जोर से सिसकारी लेती थी तो वो मुझे और तेजी से चोदने लगता था. वो मुझे चोदते चोदते खूब किस भी कर रहा था.
जब वो मुझे चोद रहा था तो मेरी चूचियां हिल रही थीं. इससे वो और अधिक सांड जैसा होकर मुझे चोदने लगता था. अब वो मुझे इतनी तेजी में चोद रहा था कि मेरी चीख निकल जा रही थी. कुछ ही देर में मेरी चूत से पानी निकलने लगा और मेरी चूत चिकनी हो गयी. वो मेरी चिकनी चूत में अपना लंड डाल कर मेरी चूत को फचाफच चोदे जा रहा था.
उधर मेरी सहेली अपने ब्वॉयफ्रेंड से होटल में चुदवा रही थी और इधर मैं अपनी सहेली के भाई से चुदवा रही थी. हम दोनों लोग चुदाई का मजा ले रहे थे.
कुलीन अब तेजी में झटके मारने लगा और मैं आह आह करने लगी. हम दोनों सेक्स के चरम पर आकर मजा लेने में लगे थे. हम दोनों ही तेज तेज आवाजों में कामुक सिसकारियां ले रहे थे. हमको किसी के सुन लेने का कोई डर नहीं था.
तभी वो मुझे तेजी में चोदने लगा और कुछ ही शॉट्स में उसके लंड से पानी निकल गया. उसी वक्त मेरी चूत से भी पानी निकल गया. हम दोनों झड़ने के बाद बिस्तर पर ढेर हो गए और आराम करने लगे.
मजेदार सेक्स करने के बाद कुछ देर के लिए हम दोनों सो गए थे. बाद में मैं जब उठी, तो देखा कि मेरी सहेली का भाई मेरी चूत को चाट रहा था. मेरी टांगों को वो अपने कंधे पर रखे था और मेरी चूत को चाट रहा था.
तभी मेरी सहेली रिम्पी ने मुझे फ़ोन किया कि मैं उसको कुछ देर के बाद होटल में लेने आ जाऊं. मैंने उससे कुछ देर इन्तजार करने का कहा.
इधर कुलीन मेरी चूत चाट रहा था. मेरी चूत को चाटने के बाद उसने मुझे घोड़ी बना दिया और अपना लंड मेरी चूत में डालने लगा. लेकिन उसका लंड मेरी चूत में नहीं जा रहा था. मेरी चूत में चिकनी हो गयी थी इसलिए उसका लंड मेरी चूत पर से फिसल जा रहा था. उसने मेरी चूत को एक कपड़े से साफ़ किया और उसके बाद वो अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मुझे चोदने लगा. वो मुझे घोड़ी बनाकर मेरी चूत में अपना लंड डाल कर मेरी चूत को चोद रहा था. इस बार उसने मुझे जल्द ही चोद कर लंड झाड़ दिया और हम दोनों का पानी निकल गया.
मैं अपनी चूत को साफ़ करने के लिए बाथरूम में गयी और अपनी चूत को साफ़ करने के बाद मैं अपने कपड़े पहनकर रिम्पी को लेने के लिए जा रही थी कि उसका भाई मुझे अपनी बांहों में लेकर मुझे किस करने लगा.
मैंने कैसे भी करके उसको मनाया और उसके बाद मैं रिम्पी को लेने के लिए होटल में गयी. मेरी सहेली भी बहुत खुश लग रही थी और उसको देखकर ही लग रहा था कि उसके ब्वॉयफ्रेंड ने उसको बहुत अच्छे से चोदा है. मैं भी अपनी सहेली के भाई से चुदकर बहुत खुश थी.
चुदाई की ख़ुशी के बाद हम दोनों सहेलियां बाजार में गई और एक होटल में जाकर खाना खाया और उसके बाद हम दोनों घर आ गई.
इस बीच हम दोनों में इतना अधिक बहनापा सा हो गया था कि मैं कभी कभी अपनी सहेली के घर भी रुक जाती थी और वो भी कभी कभी मेरे घर रुक जाती थी.
अब सीन ये हो गया था कि मेरी सहेली जब भी अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुदवाने के लिए होटल में जाती थी, तो मैं अपनी सहेली के भाई से चुदवा लेती थी. आज भी ये सिलसिला चल रहा है. बस अब कुलीन के सामने उसकी बहन रिम्पी का भेद खुल गया है कि सहेली डॉक्टर के यहां नहीं, बल्कि अपनी चुदाई के लिए जाती थी.
आप सबको मेरी कहानी कैसी लगी. आप सब मुझे मेल करके बताएं. मैं आप सबके मेल का इंतज़ार करूँगी. अगर आप सबका अच्छा सपोर्ट मिला, तो मैं अपनी दूसरी कहानी आपको बहुत जल्द बताऊँगी.
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