दोस्तो और मेरी सहेलियो, ये बात उन दिनों की है, जब सभी जगह लॉकडाउन लगा हुआ था.
हम सभी लोग अपने अपने घरों में ही रहते थे.
मेरे घर में सिर्फ 3 लोग ही रहते हैं. मॉम और बहन और मैं.
मेरे पापा नेवी की जॉब में हैं तो वो घर पर नहीं थे.
उन्हीं दिनों कुछ ऐसा हुआ जो मैंने कभी नहीं सोचा था.
इस हॉट माँ Xxx कहानी को पढ़ कर आप भी नहीं सोच सकेंगे कि ऐसा हुआ होगा.
मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. सदर बाजार के पास में ही मेरा घर है.
उस दिन सुबह का समय था तो सभी लोग सो रहे थे.
मैं भी सो रहा था.
मॉम ने मुझे जगाया पर मैं नहीं जागा. मैं उस टाइम गहरी नींद में था.
मम्मी ने बार बार आवाज देकर मुझे जगाया- आदर्श आदर्श उठ जा. चाय पी ले.
पर मैंने कुछ नहीं सुना.
कहीं जाना होता नहीं था तो रात देर तक मोबाइल चलाता रहता था, सुबह जल्दी उठने की कोई चिंता नहीं रहती थी.
इसलिए उस टाइम मैं मस्ती से सो रहा था.
उन दिनों सभी के घरों में सभी लोग नाइट में पहनने वाले कपड़ों में ही सारे दिन रहते थे.
मेरी मॉम भी सारे दिन नाइट में पहनने वाली मैक्सी पहनती थीं और बहन पजामा और टी-शर्ट पहनती थी. मैं लोवर और टी-शर्ट पहन रहता था.
मैं मॉम के जगाने के काफी देर तक सोता रहा.
मेरी बहन के साथ मॉम थोड़ी देर बाद फिर से आईं.
उन्होंने मेरे पंखे का स्विच ऑफ कर दिया और चादर भी खींच ली.
मुझसे मॉम ने जागने के लिए कड़क आवाज में बोला, तभी मैं जागा.
मैंने देखा कि मेरा लोअर गीला था.
मॉम ने चादर खींच ली थी, तो मेरा गीला लोअर मेरी बहन ने भी देख लिया.
वो मम्मी से बोली- मम्मी, आदर्श सोते सोते ही सुसु कर रहा है.
तभी मॉम करीब को आईं, तो देखा कि मेरा लोअर गीला ही था.
वो कुछ नहीं बोलीं और चली गईं.
मुझे काफी झेम्प सी लगी तो मैंने जल्दी से उठ कर बाथरूम में जाकर अपने कपड़े चेंज किए और नहाने के लिए शॉवर चालू कर दिया.
कुछ देर बाद मैं नहाकर आया और चाय पीने लगा.
कुछ टाइम बाद मॉम ने मुझसे पूछा- तुम रात को कौन सा सपना देख रहे थे?
मैंने बोला- मैंने तो कुछ भी नहीं देखा.
तभी मॉम ने मेरा फोन देखा और तो गूगल की हिस्ट्री निकाली.
उसमें कुछ पोर्न साइट्स उन्हें दिख गईं.
अब मॉम बोलीं- हम्म … ये सब देख रहा था, तभी रात को तूने कपड़े गंदे किए थे.
मैं चुप था.
मॉम ने मुझे डांटा भी.
मेरी बहन तब उधर नहीं थी, वो छत पर चली गई थी.
मैं कमरे में आ गया और टीवी देखने लगा.
फिर दो घंटा बाद मॉम ने मुझसे कहा- चलो खाना खा लो.
मैं खाना खाने गया, तो मॉम नहाने की तैयारी कर रही थीं.
वो उस समय ब्रा और पेटीकोट में थीं.
उन्होंने अपने पेटीकोट को अपने मम्मों तक चढ़ाया हुआ था.
ये उनका रोज का काम था तो मैंने भी कुछ ज्यादा ध्यान नहीं दिया.
मैं खाना खाने लगा और मॉम नहाने चली गईं.
उनको ध्यान नहीं रहा और वो अपनी पैंटी और ब्रा आदि लेकर बाथरूम में नहीं गई थीं.
उन्होंने नहाने के समय ही आवाज दी कि आदर्श मेरे कपड़े दे दो. मैं लाना भूल गई हूँ.
मैंने कहा- मैं खाना खा रहा हूँ मॉम.
वो बोलीं- खाना बाद में खा लेना.
मैं उठा और मॉम की नई वाली ब्रा पैंटी लेकर गया.
वो बोलीं- मैंने कपड़े मांगे थे ना कि ब्रा पैंटी मांगी थी. पेटीकोट भी ले आ.
मैं वापस गया और पेटीकोट लेकर मॉम को देने के लिए बाथरूम के बाहर रख आया.
थोड़ी देर बाद मॉम की फिर से आवाज घबराई हुई आई- आदर्श जल्दी से आ … बाथरूम में बिच्छू निकल आया है.
मैं जल्दी से गया और बाथरूम में घुस कर मैंने बिच्छू को मार डाला.
तभी मेरा ध्यान मॉम की तरफ़ गया तो देखा कि वो बिल्कुल नंगी होकर नहा रही थीं.
मेरे अन्दर आ जाने की वजह से मॉम ने अपने बदन पर तौलिया लपेट ली थी.
मुझे न जाने क्या हुआ, मैं मॉम की तरफ पीठ करके बिच्छू को उठाने का ड्रामा करता रहा और अपने फोन को वीडियो रिकॉर्डिंग मोड पर करके साबुन रखने वाली जगह के पास एक कोने में रख दिया.
मैं बाहर आ गया और जब मॉम नहा ली, तब मैं बाथरूम में आ गया और अपना फोन उठाकर ऊपर आ गया.
अपने रूम में मैं इयरफोन लगाकर वीडियो देखने लगा.
तभी मॉम मेरे कमरे में आईं.
मगर इयरफोन लगे होने से मैं ध्यान नहीं दे पाया.
मैं वीडियो देख रहा था तो उन्होंने मुझे देख लिया.
उन्होंने गेट को लॉक कर दिया और बोलीं- आदर्श, मेरे पैर शायद उसी बिच्छू ने काट लिया है या पता नहीं क्या हुआ है. मुझे बड़ी जलन हो रही है. तुम उस पर ये दवा लगा दो.
मैं मॉम के पैर में दवा लगाने लगा.
मैं कुछ डर डर कर दवा लगा रहा था तो वो बोलीं- मिर्ची सी लग रही है, धीरे धीरे लगाओ.
मैंने कहा- मॉम तेल भी लगवा लो.
वो हां कहती हुई रसोई में गईं और तेल लेकर आईं.
मॉम बोलीं- ये लो, अभी ये काम में आएगा.
ये कह कर उन्होंने अचानक से मुझे दो झापड़ खींच कर लगा दिए और बोलीं- तू इतनी गंदी वीडियो देखता है और नहाने की रेकॉर्डिंग भी कर ली. ले आज सच में देख ले.
इतना कह कर उन्होंने सामने से खुलने वाली अपनी नाइटी का फीता खोल कर उसे अलग कर दी.
मैं मॉम को देखने लगा.
तभी मॉम ने अपनी ब्रा भी उतार दी.
मेरी मॉम अब सिर्फ एक पैंटी में रह गई थीं.
एक पल बाद उन्होंने वो भी उतार दी.
फिर मॉम अपनी कमर पर हाथ रख कर एकदम नंगी खड़ी होकर बोलीं- ले देख ले … क्या देखना है.
मेरे मुँह से कुछ निकल ही नहीं रहा. मैंने एक झलक मॉम की बालों वाली चूत को देखा और सर झुका लिया.
फिर मॉम मेरे पास आईं और मेरे मुँह पर अपनी चूत लगाकर बोलीं- देख ले मादरचोद … और चाट ले अपनी मॉम की चूत.
मैं एक पल के लिए अपनी मॉम की इस भाषा को सुनकर चौंक गया था.
मॉम ने कहा- तू मेरी चूत से नहीं निकला है तो क्या हुआ … तू अब हो तो मेरा बेटा ही गया है. साले रात को मां बेटे की चुदाई देखता है और लंड झाड़ देता है.
दोस्तो, अब वक्त आ गया है कि मैं आपको अपनी मॉम के बारे में कुछ बता दूँ.
दरअसल मेरी मॉम की एक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी.
उस वक्त हम दोनों भाई बहन छोटे थे, तो डैडी ने मौसी से शादी कर ली थी और मौसी हम दोनों भाई बहन की नई मॉम बनकर घर आ गई थीं.
डैडी नेवी में हैं तो उन्होंने मॉम यानि मेरी मौसी के साथ ज्यादा वक्त नहीं गुजारा था.
शायद इसी वजह से मेरी नई मॉम को जिस्मानी भूख बनी रहती थी.
मैंने ये सब सोचते ही समझ लिया कि अब वक्त आ गया है कि अपनी Xxx माँ को अपनी माशूका बना लूं.
मैंने मॉम से कहा- आपकी इस पर बाल हैं.
वो बोलीं- तो क्या हुआ … ब्लू फिल्म में झांटों वाली चूत को चूसते हुए नहीं देखा क्या?
मैंने फिर मॉम की चूत चाटना शुरू कर दी. मैंने पूरे दस मिनट तक मॉम की चूत चूसी और उनकी प्यासी चूत से रस झड़वा दिया.
फिर मॉम ने मेरे कपड़े उतारे.
अब तक मॉम की चूत चाट कर मेरा पानी निकल गया था.
मॉम ने मेरा लंड खड़ा किया और चूत खोल कर लेट गईं.
मैंने मॉम की चूत में अपना लंड लगाया और झटका मारकर पूरा लौड़ा पेल दिया.
मॉम की मादक कराह निकलने लगी और मैं धकापेल चुदाई करने लगा.
मेरा तो कुछ टाइम बाद फिर से रस निकल गया और मुझे दर्द भी होने लगा था.
पर मॉम अभी भी गर्म थीं और उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा था.
मॉम बोलीं- चोद साले ओर चोद … आज मैं तेरा सारा सेक्स निकाल दूँगी.
मैं कुछ देर बाद फिर से लंड खड़ा करके मॉम को चोदने में लग गया.
तभी मेरी बहन मेरे कमरे के गेट को बजाने लगी.
मैं- मॉम कोई आया है.
जब मॉम बिस्तर से उठी थीं तब उनकी चूत से ढेर सारा पानी निकला था जो मेरे बिस्तर की चादर को गीला कर गया था.
मॉम ने न जाने क्या सोचा और नंगी ही जाकर गेट खोल दिया.
नंगी मॉम को देख कर बहन ने आंख बंद कर ली … क्योंकि मैं और मॉम दोनों नंगे थे.
मॉम की चूत से पानी टपक रहा था.
मेरी बहन ये सीन देख कर कुछ नहीं बोली और नीचे चली गई.
मॉम दरवाजा खुला छोड़ कर मेरे कमरे के बाथरूम में चली गईं.
मैं भी उनके पीछे पीछे बाथरूम में आ गया.
इधर मैंने उनकी चूत में हाथ डाला और उंगली से सारा पानी निकाल दिया.
तभी मॉम के मुँह से एकदम से दर्द भरी आवाज निकली- आ आह.
तब तक मेरी बहन भी वापस कमरे में आ गई थी और बाथरूम के अन्दर आ गई थी.
वो भी हम दोनों को देख रही थी.
तभी बाहर से किसी कि आवाज आई. मैं तौलिया लपेट कर देखने चला गया.
मगर उधर कोई नहीं था जो कोई भी आया था, वो मेरे देर से आने से बाहर से ही वापस चला गया था.
उधर मॉम बाथरूम में थीं.
मैंने रसोई से एक चम्मच लिया और बाथरूम में आ गया. मैंने मॉम की चूत में चम्मच डाली और उनकी चूत से सारा सफ़ेद पानी निकालने लगा.
मुझे डर था कि कहीं मॉम प्रेग्नेंट ना हो जाएं.
चम्मच डालने से मॉम की चूत से खून भी आने लगा था और वो चीख भी रही थीं.
तभी मॉम ने एकदम से पिचकारी छोड़ी और मेरे मुँह पर ही मूत दिया.
उनकी पेशाब में खून भी था तो लाल पेशाब से मेरा मुँह खराब हो गया था.
तभी मेरी बहन रोने लगी.
मॉम- तुम्हें क्या हुआ?
वो मॉम की चूत से खून देख कर रोने लगी थी.
मॉम बोलीं- कुछ नहीं हुआ … मैं ठीक हूँ.
फिर मैं और बहन दोनों ने मिलकर मॉम को सहारा दिया और रूम में ले लाए.
मैंने मॉम को लिटा दिया और अपने कपड़े पहन लिए. फिर मैं मॉम को कपड़े पहनाने लगा.
तब तक मॉम का दर्द बंद नहीं हुआ था.
मॉम मुझसे बोलीं- ऐसा तो होता ही रहता है, तुमने चम्मच क्यों डाली थी, ये बताओ?
मैं बोला- कहीं आप प्रेग्नेंट ना हो जाओ इसलिए.
मॉम हंस कर बोलीं- इतनी उम्र के बाद औरत प्रेग्नेंट नहीं होती है समझे.
मॉम बिस्तर पर लेट गईं.
उसी टाइम मैंने देखा कि मेरी बहन की चूत से भी कुछ निकल रहा था और उसकी हाफ पैंट गीली होने लगी थी.
मैंने उससे कहा- अब तेरी पैंट क्यों गीली होने लगी है?
वो भी अपनी हाफ पैंट उतारती हुई नंगी होने लगी. वो मॉम के सामने ही नंगी हो गई.
तभी मॉम ने मुझसे कहा- आदर्श इसकी भी ले ले … और ध्यान रखना इसकी चूत में पानी नहीं जाने देना, नहीं तो ये प्रेग्नेंट हो जाएगी.
मैंने हामी भरी और अपना लंड सहलाने लगा.
तभी मॉम बोलीं- आदर्श मेरे कमरे में बेड के नीचे कुछ रखा है, पहले उसे लेकर आ.
मैं मॉम के कमरे में गया तो उधर काफी कुछ रखा था. एक नकली लंड और कंडोम के पैकेट थे. मैं सब ले आया.
मैंने मॉम को सब सामान दे दिया.
मॉम बोलीं- मैंने तो कंडोम की कही थी, तू सब ले आया.
अब मॉम ने मेरी बहन स्वीटी से कहा- स्वीटी, तुम आदर्श का लंड मुँह में ले लो और चूसो.
मगर उसने नहीं लिया तो मॉम ने मेरा मुँह में ले लिया और चूसती हुई बोलीं- लो अब साफ़ हो गया, अब चूसो.
वो मेरा लंड चूसने लगी.
इधर मैं भी मॉम की चूत का पानी पीने लगा.
मेरी मॉम बहुत खुश हो रही थीं.
फिर मॉम ने स्वीटी की चूत चाटी और उसकी चूत का पानी निकाल दिया.
मॉम मुझसे बोलीं- आदर्श, ये लो तेरी बहन की चूत का दही निकल गया.
स्वीटी की चूत का पानी बहुत ही गाढ़ा था, एकदम दही जैसा.
मगर उसकी चूत के पानी से कुछ बदबू भी आ रही थी.
मॉम ने कहा- लो इसकी चूत चूसो.
मैंने बहन की चूत को चाटा, तो मेरे मुँह का स्वाद खराब हो गया.
मैंने मुँह हटाया तो मॉम ने पूछा- क्या हुआ?
मैंने कहा- आपकी चूत जैसा स्वाद नहीं है.
मॉम ने ज़बरदस्ती चूत चाटने को बोला.
मैंने 69 में आकर अपनी बहन चूत कुछ देर चाटी तो बहुत ही नमकीन स्वाद आने लगा.
कुछ देर बाद चूत से रस टपकना बंद हो गया.
अभी तक स्वीटी मेरा लंड चूस रही थी और मेरा पानी भी निकलने वाला था.
मॉम ने स्वीटी से कहा- इसका आधा पानी तू पी लेना और आधा मुझे पीने देना.
जब मैं झड़ा तो स्वीटी के मुँह में ही झड़ गया.
स्वीटी ने मेरे लंड का पानी अपने मुँह में भर लिया और अपना मुँह मॉम के मुँह से लगा दिया.
उसने मुँह से मुँह लगाकर पानी टपका दिया और दोनों ने पी लिया.
कुछ पल बाद मॉम ने बहन की चूत में उंगली डाली, तो उंगली गर्म हो गई.
मॉम ने नकली लंड चूत में डाला तो वो स्वीटी रोने लगी.
उसकी चूत से खून आने लगा.
मॉम ने मुझसे कहा- चूस इसकी चूत को और पी ले इसका खूनी रस.
मैंने बहन की चूत का रस पिया और स्वीटी की चूत की चुदाई करने लगा.
उस दिन हम तीनों ने बहुत देर तक चुदाई की.
मेरी मॉम ने मेरे लंड का खूब मजा लिया था मगर मेरी बहन स्वीटी की चूत का तो हलुआ बन गया था.
उस दिन मौसी मॉम और बहन की चूत चोदकर उनका पानी निकाल कर मुझे बहुत मजा आया.