यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
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मीना ने उन दोनों से कहा- चलो बेड पर चलो.
कुणाल बलिष्ठ था, उसने मीना को बाँहों में उठा लिया और तौलिया में लपेटकर बेड पर आराम से पटक दिया.मीना उठी और अपने बदन को पौंछा. तब तक कुणाल और रवि भी गाउन लपेटकर आ गए. मीना ने अपना तौलिया लपेट लिया था और कुणाल और रवि के बीच में खड़ी हो गयी.
कुणाल ने उसका मुंह अपनी ओर करके उसे चूमना शुरू किया. मीना ने भी उसका साथ देते हुए अपने दोनों हाथों से उसका चेहरा लपेट लिया. पीछे से रवि ने उसके नंगे कन्धों और पीठ पर जीभ से चाटना शुरू किया जो मीना को उकसाने के लिए काफी था.
वो जैसे ही रवि की ओर घूमी, कुणाल ने उसका तौलिया नीचे गिरा दिया. अब दोनों मर्दों के बीच मीना बिल्कुल नंगी खड़ी थी. उसने भी कुणाल का तौलिया ढीला किया और उसका लंड पकड़ लिया. अब मीना नीचे घुटनों पर बैठ गयी और कुणाल का लंड चूमने लगी.
कुणाल का लंड बहुत मजबूत और तना हुआ मोटा मूसल जैसा था. मीना ने कुणाल का लंड चूसते चूसते रवि का लंड भी गाउन से निकाल दिया. अब मीना नीचे घुटनों के बल बैठ गयी और कभी कुणाल कभी रवि का लंड बारी बारी से चूसने लगी.
अब तीनों नंगे थे और कुणाल और रवि खड़े खड़े अपना लंड चुसवा रहे थे और मीना के निप्पल दबा रहे थे.
जब मीना पूरी चुदासी हो गयी तो वो खड़ी हुई और कुणाल का हाथ पकड़ कर बेड की ओर जाने लगी. पीछे पीछे रवि भी चल दिया.
असल में मीना अपने कालेज के दिनों से ही पक्की चुदक्कड़ रही थी. अब शादी के बाद उसे ऐसा मरदूद पति मिला जिसे पीने से ही फुर्सत नहीं तो वो उसे क्या चोदता. तो मीना ने चुदाई को अपने व्यापार का हिस्सा बना लिया. जो उसे एक बार चोद लेता, वो उससे फिर हट नहीं पाता, कुछ ऐसी ही अदाएं थीं मीना की.
मीना बेड पर जाकर लेट गयी और कुणाल को अपनी ओर इशारे से बुलाया … कुणाल के नजदीक आते ही उसने अपने होंठ कुणाल के होंठों से मिला दिए और साथ ही अपनी टांगें चौड़ा दीं. अब उसकी चूत का खुला निमंत्रण रवि को था.
रवि ने नीचे बैठकर मीना की चूत में उंगली शुरू कर दीं. जैसे जैसे उसकी उंगली की स्पीड बढ़ती गयी मीना के होंठों का दबाव कुणाल के होंठों पर बढ़ता गया. मीना अब अपने एक हाथ से अपने मम्मे भी दबा रही थी … अब कुणाल ने उसके मम्मों पर अपनी जीभ लगा दी और नीचे रवि ने भी अपनी जीभ उसकी चूत में घुसा दी.
थोड़ी देर में ही मीना मछली की तरह तड़पने लगी क्योंकि ऊपर तो कुणाल ने बारी बारी से उसके मम्मे चूस चूस कर लाल कर दिए थे और नीचे रवि ने अपनी जीभ से उसकी चूत को अंदर तक छोड़ दिया था.
अब मीना अपनी चूत में लंड लेने को तड़प उठी. उसने कुणाल के सर को नीचे की ओर धक्का दिया मानो कह रही हो कि अब तो बस चोद दो.
कुणाल उठा और नीचे जाकर मीना की दोनों टांगों को फैलाकर अपने लंड का टोपा उसकी चूत पर रख कर धीरे धीरे आगे पीछे करके उसे तरसाने लगा.
मीना के मुंह से गर्म आहें निकल रही थी. उसने कुणाल से कहा- अब मत तरसाओ, अंदर आ जाओ.
कुणाल ने उसकी बात मानते हुए एक झटके से अपना लंड मीना की चूत में घुसेड़ दिया.
मीना की चूत ने कितने लंड खाए थे आज तक, शायद मीना को याद भी नहीं होगा पर कुणाल का लंड सबसे घातक था, ये पक्का है. मीना छटपटा गयी पर चुदास इतना जोर पकड़ चुकी थी कि वो सारा दर्द भूल कर कुणाल कि एक्सप्रेस चुदाई का मजा लेने लगी.
रवि ने भी अपना लंड उसके मुंह में कर दिया. मीना की चूत पानी छोड़ चुकी थी और पूरे कमरे में वासनामय सीत्कारें गूँज रही थीं. मीना उछल उछल कर चुद रही थी और बोल रही थी- कुणाल सर, आज आपने मजा दिला दिया. सच इतना हॉट सेक्स मैंने कभी एन्जॉय नहीं किया.
रवि तो बस एक बंधुआ मजदूर की तरह चुदाई को बाधा और रंगीन बना रहा था. कमरे में फच फच की आवाज हो रही थी.
अब मीना ने पूरा जोर लगा कर कुणाल का लंड बाहर निकला और कुणाल को बेड पर खींचा. अब मीना को अपना आखिरी हथियार चलाना था, जिसमें वो बहुत माहिर थी.
कुणाल को नीचे लिटा कर मीना उसके ऊपर चढ़ कर बैठ गयी और अपने लम्बे रेड-पेंटेड नाखूनों को कुणाल के चेहरे से नीचे लंड तक गड़ाती हुई लाने लगी. उसने कुणाल के निप्पल्स को दांत से हल्का सा काट लिया. ऐसा सब करके उसने कुणाल की काम वासना में धधका लगा दिया.
अब वो कुणाल के लंड के ऊपर अपनी चूत टिका कर बैठी और अपने मम्मों से उसकी छाती की मालिश करते हुए कुणाल के मुंह से अपना मुंह चिपका दिया और अपनी जीभ उसके मुंह में डाल दी, दूसरे हाथ से उसने कुणाल का लंड पकड़ कर अपनी चूत में कर दिया.
अब वो तन कर बैठ गयी और कुणाल की छाती पर अपने हाथ टिका कर जोर जोर से उछल कर कुणाल की चुदाई करने लगी. कुणाल बलिष्ठ था, उसने मीना के चूतड़ों के नीचे हाथ टिका कर उसे नीचे से धक्का देने लगा.
मीना की सीत्कारें माहौल को और वासनामयी बना रही थीं.
कुणाल ने अब उसके दोनों मम्मों को जोर जोर से मसलना शुरू किया और धक्के भी बढ़ा दिए.
अब मीना थक गयी थी तो कुणाल ने उसे झटके से नीचे किया और उसकी टांगें ऊपर उठाकर अपना औज़ार पूरा घुसेड़ दिया और लगा रेलम पेल करने. मीना की तो जान ही निकल गयी … वो पागल हो रही थी … उसे चुदाई का ऐसा मजा जिन्दगी में कभी पहलें नहीं मिला था.
कुणाल ने रवि को बेड पर लेटने का इशारा किया और फिर चुदाई रोक कर मीना से कहा कि वो रवि का लंड अपने चूत में बैठ कर ले.
मीना समझ गयी कि आज तो उसकी चूत फटने वाली है, पर उसे अमेरिका जाने का लालच था, उसे मालूम था कि आज अगर उसने कुणाल के लंड को खुश कर दिया तो लंड अपनी चूत को साथ लेकर ही जाएगा.
मीना ने रवि के ऊपर बैठ कर उसका लंड अपनी चूत में किया और लगी उछलने.
कुणाल बेड पर चढ़ गया और अपनी टाँगें फैलाकर उसने अपना लंड भी मीना की चूत में घुसेड़ दिया. मीना बहुत चिल्लाई पर कुणाल ने एक न सुनी. अब मीना की चूत में दो दो लंड थे. कुणाल की स्पीड फिर बढ़ गयी थी.
मीना तो बस हांफ रही थी. उसे लग रहा था कि अब दम निकलने वाला है.
कुणाल का भी होने वाला था. उसने अपना लंड निकाल लिया और सारा माल मीना के मम्मों पर निकाल दिया और अपना लंड मीना के मुंह में दे दिया. हालाँकि मीना ने खाली लंड जो वीर्य से लसा हुआ हो, कभी नहीं चूसा था, पर आज की बात कुछ और थी. मीना रवि के ऊपर से हठी और कुणाल का लंड चाटने लगी.
रवि का अभी नहीं निकला था तो मीना ने सोचा कि काम तो ये हरामी ही आएगा तो उसने रवि का लंड हाथ से हिला कर और चूस कर खाली कर दिया.
तीनों थक कर बेड पर ही लेट गए.
12 बज गए थे. मीना उठी और वाशरूम में फ्रेश होकर ड्रेस अप हुई और कुणाल और रवि को बाय बोलकर रपट ली.
मीना सुबह 1 बजे तक अपने घर पर सोती रही. उसका शरीर दर्द कर रहा था. कुणाल ने सांड की तरह उसे रौंदा था.
रवि का फोन आया तो मीना ने कह दिया कि वो कल ही ऑफिस आएगी.
अगले दिन ऑफिस में पार्टी हुई. ब्रांच के इतिहास में इतना बड़ा बिजनेस एक पार्टी से कभी नहीं मिला था.
रात को रवि के फोन पर रवीना का फोन आया, उसे खबर मिल गयी थी. वो फोन पर रवि से बहुत गुस्सा हुई कि उसका इन्तजार क्यों नहीं किया.
रवि ने उसे समझाया कि ऐसा नहीं हो सकता, बिजनेस मीना ढूंढ कर लायी थी और ऊपर से रवीना यहाँ थी नहीं तो वो क्या करता.
रवीना फिर अकड़ी तो रवि ने टका सा जवाब दे दिया.
रवीना बोली- अपना व्हाटसैप देखो फिर बात करना.
रवीना ने अपनी और उसकी न्यूड फोटो भेजी थी और लिखा था कि क्या वो चाहता है कि ये फोटो रवीना रवि की घरवाली को भेज दे.
अब रवि ने घुटनों पर बैठ कर रवीना से माफ़ी मांगी और वादा किया कि आगे से वो ध्यान रखेगा.
कह तो दिया पर अब वो करे तो क्या करे.
मीना का डंका रीजनल ऑफिस तक बज गया था … रवीना आ चुकी थी … मीना का अमेरिका का प्रोग्राम बन गया था 15 दिनों के बाद जाने का.
अब रवि के पास एक ही रास्ता था कि या तो वो अपना ट्रान्सफर करा ले!
पर ऐसी स्थिति में रवीना तो उसे जिन्दगी भर ब्लैक मेल करेगी.
रवि के दिमाग में एक खुराफात आई. उसने मीना को समझाया कि फिलहाल अब एक महीने सारा बिजनेस रवीना को करने दे. और इसके बाद जैसे ही मीना वापिस आएगी वो रवीना की एजेंसी कैंसिल करवा देगा.
रवि ने मीना को बता दिया कि रवीना के पास कुछ उसके फोटो हैं और वो फंस गया है.
मीना भी समझ गयी कि अब रवीना को हटाना जरूरी है तो उसने हाँ कह दी.
अब वापिस सारा छोटा बड़ा बिजनेस रवीना को मिलने लगा तो वो खुश हो गयी, उसे मालूम था कि एक हफ्ते बाद मीना पंद्रह दिनों को बाहर जा रही है.
मीना के अमेरिका जाते ही रवि ने अपना प्लान शुरू किया और एक नए क्लाइंट से बिना रवीना के मुलाकात की.
रवीना को पता चला तो वो फिर रवि पर चढ़ी. अब रवि ने अपना दांव खेला और कहा- हर बात यहाँ नहीं हो सकती, रात को मेरी उसी क्लाइंट से दोबारा मीटिंग है, उसके बाद तुम मेरे होटल आ जाओ वहीं बात कर लेंगे और उसके बाद ही तय करेंगे कि ये बिजनेस किसके खाते में जायेगा.
रवि ने एक बार कठोर होकर उससे कह भी दिया कि क्या होगा ज्यादा से ज्यादा उसकी गृहस्थी खतरे में पड़ जायेगी, पर फिर क्या रवीना की शादी कहीं हो पायेगी या कंपनी उसे रहने देगी.
रवीना को बात समझ में आ गयी.
वो रात को 9 बजे रवि के होटल पहुँच गयी. रवि से फोन पर बात की तो रवि बोला कि वो क्लाइंट के साथ ही है और उसे 11 बज जायेंगे. रवीना चाहे तो वापिस चली जाए.
अब रवीना डर गयी और बोली कि नहीं वो उसका इन्तजार करेगी.
रवि 1 बजे तक लौट कर आया. रवीना ने डिनर नहीं किया था. रवि ने फोन पर ही होटल वालों को बोल दिया था कि 10 बजे दो लोगों का डिनर रूम में चाहिए. अब रूम में रवीना रवि से चिपट गयी और बोली कि रवि उसे माफ़ कर दे. उसे तो सिर्फ बिजनेस चाहिए, वो रवि को कोई परेशानी नहीं देना चाहती.
रवि ने तो तैयारी पूरी की थी. उसने बड़े प्यार से रवीना को समझाया कि वो घबराए नहीं, ब्रांच का पूरा बिजनेस रवीना को मिलेगा. मीना के बाहर से आते ही वो उसकी एजेंसी कंपनी से टर्मिनेट करवा देगा. बस रवीना को अपनी हरकतें बंद करके रवि का ध्यान रखना पड़ेगा. क्योंकि उन दोनों के बीच जो पहले हुआ वो उन दोनों की आपसी सहमति से हुआ.
रवीना रवि से चिपट गयी और उसके होंठों को चूमकर बोली कि अब वो सारी फोटो डिलीट कर देगी और रवि की दोस्त बन कर रहेगी.
डिनर आ गया था. दोनों ने डिनर किया. रवि ने कॉफ़ी भी मंगा ली और रवीना की निगाह बचा कर नशे की गोली रवीना की कॉफ़ी में टपका दी.
रवीना अब खुश थी. उसने रवि के सामने ही सारी फोटो मोबाईल से डिलीट कर दीं. हालांकि उसने ये सब अपने लैपटॉप में सेव कर रखी थीं.
रवि ने उससे कहा- चलो नए क्लाइंट का बिजनेस भी तुम्हें ही दिलवा देता हूँ पर मुझे क्या मिलेगा?
रवीना मुस्कुरा दी.
तो रवि बोला- आज रात रुक जाओ!
फिर वही सब हुआ जब वासना में जल रहे दो गर्म जिस्मों के बीच होता है. फर्क इतना था कि चुदाई के चरमोत्कर्ष पर पहुँचते पहुँचते रवीना नशे की गिरफ्त में सुध बुध खो चुकी थी.
रवि ने जम कर उसकी नंगी फोटो और विडियो बनायीं और फिर बेसुध रवीना के बगल में सो गया.
अगले हफ्ते भागदौड़ करके रवि ने अपना ट्रान्सफर दूर करवाया और जाते जाते रवीना को भी कह गया कि उसे मालूम है कि रवीना के पास उसकी फोटो हैं. पर अब उसके पास भी रवीना की फोटो हैं और दोनों के लिए अच्छा ये रहेगा कि आपस में एक दूसरे को भूल जाएँ.
तो दोस्तो, कैसी लगी वासनामयी और सस्पेंस से भरी यह कहानी?
लिखियेगा मुझे [email protected] पर.