अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को नमस्कार! आज की यह सेक्स स्टोरी मेरी माँ की चुदाई की है जो कुछ इस तरह से है…
मैं और मेरी फॅमिली यानि मैं मॉम, डैड दिल्ली में रहते हैं. कहते हैं टीन एज बहुत ही खराब उम्र होती है, उसमें भी 19वां साल.. जब हमारे ऊपर सेक्स का बुखार सवार हो जाता है. इस उम्र में आकर किसी को चोदने का मन करता है लेकिन ज़्यादातर लड़कों को अपनी मॉम से ही लगाव हो जाता है और हो भी क्यों ना! वही तो उनके सबसे पास होती है.
एक बार की बात है मैं 12वीं के पेपर देकर घर पर आराम कर रहा था, मेरे डैड हमेशा की तरह कहीं बाहर थे बिज़नेस के सिलसिले में… घर में मैं और मेरी सेक्सी रंडी मॉम थे.
उस दिन मेरा मन बहुत ही उत्तेजित हुआ था.
माँ नहाने गई हुई थी और मैंने उनको बोला था कि मैं दोस्त के यहाँ जाऊंगा तो उन्हें लगा कि घर पर कोई नहीं है, वो भी बड़े आराम से नहाने लगी.
मैं अपने दोस्त के यहाँ जा रहा था लेकिन बाद में पता चला कि वो बाहर गया हुआ है तो मैं पीछे वाले गेट से अंदर आ गया. मैं थोड़ी देर कुर्सी पर बैठा और रास्ते और मेट्रो में मिली सुन्दर-सुन्दर लड़कियों के बारे में सोचने लगा.
बस मुझे पेशाब लग गई, मैं जब पेशाब करने जा रहा था तो सोचा कि वहीं मुठ भी मार लूँगा.
मैं जब पेशाब करने जा रहा था तो मैंने अपने रूम में हलचल देखी, मुझे लगा कि कोई घुस गया है. कुछ ही दिन पहले मेरे पड़ोस में दिन में चोरी हुई थी तो वही मैंने भी सोचा और मैं चुपके से एक कोने में छुप गया और वहाँ से देखना चालू किया तो क्या देखा… मेरी मॉम एकदम नंगी… मैंने जब नंगी माँ को देखा तो खुद पर काबू नहीं कर पा रहा था लेकिन मैंने खुद पर काबू करके अपनी माँ की सुन्दर नाभि, चुची, चूत और गांड देखी और वहीं पर मुठ मारा और पक्का सोच लिया कि मैं माँ की चुदाई ज़रूर करूंगा. बस अब उनको चोदना मेरा टारगेट था.
मैं रोज बाथरूम में जाकर मॉम पॉर्न वीडियोस देख कर मुठ मारता.
एक दिन मेरे डैड को किसी ख़ास काम से सिंगापुर जाना पड़ गया 20 दिनों के लिए!
बस मेरे लिए तो मजा ही मजा था.
एक दिन मैंने प्लान बनाया कि कल तो मैं माँ की चुदाई करूंगा ही. वैसे भी मेरी मॉम को अब तक कम से कम 6 लोगों ने चोदा था और यह सिर्फ़ मुझे पता था क्योंकि मैंने उन्हें देखा था. कभी अच्छे से चुदवाते नहीं देखा, बस अंदर से आवाज आती रहती थी. और यह तभी होता जब मैं और मेरे डैड बाहर होते थे.
मेरे स्कल की कितनी बार जल्दी छुट्टी हो जाती थी तो मैं माँ को सरप्राईज़ देने के लिए आता तो मैं ही सरप्राईज़ हो जाता उनको चुदवाते देख कर!
मैं एक दिन मार्केट गया और एक पैकेट कंडोम खरीदा. मैंने माँ को बोला- मैं आज दोस्त के यहाँ जा रहा हूँ, शाम को आऊँगा.
इससे माँ को मौका मिल जाता अपने आशिक को बुला कर चूत चुदाई का और मैं माँ की चुदाई की वीडियो बनाना चाहता था.
मैंने रूम में कैमरा फिट कर दिया और मैं चला गया, फिर पीछे वाला दरवाजे से अंदर आ गया और घर में मैं छुप गया.
मेरी मॉम का प्रेमी आया, दोनों रूम में आए, कपड़े उतारे और चालू हो गए. दोनों ने जी भर कर चूत चुदाई की, कैमरे में वीडियो शूट हो गया.
मेरी माँ का चोदू एक घंटे बाद चला गया.
माँ नहाने चली गई, मैं चुपके से बाहर गया और एक घंटे बाद वापस घर आ गया.
हम दोनों ने खाना खाया, माँ रसोई में थी तो मैंने कैमरा उनके कमरे में ऐसे रख दिया कि उन्हें दिखाई दे जाए.
माँ अपने रूम में सोने चली गई तो उन्होंने कैमरा देखा और उसे उठा कर देखने लगी तो उसमें माँ और उनके यार का वो वीडियो चल गया.
माँ अपना पोर्न वीडियो देख कर चौंक गई, मैं बाहर छिप कर देख ही रहा था. वीडियो की आवाज सुन कर मैं जल्दी से उनके रूम में आया और पूछा- अभी कोई आवाज सी आ रही थी?
माँ कैमरा छुपाने लगी तो मैंने एकदम से कैमरा ले लिया और उनके सामने ही वीडियो चालू कर दिया.
वो पूरा शर्मा गई और रोने लगी, मुझे इमोशनल ब्लैकमेल करने लगी- देख मैं तेरी माँ हूँ, प्लीज अपने डैड को मत बताना, तू जो कहेगा, मैं वो करूँगी.
बस मुझे यही चाहिए था, मैंने कहा- मैं तुम्हें चोदना चाहता हूँ.
पहले तो वो घबरा गई लेकिन वो क्या कर सकती थी, उनकी जान तो मेरे ही हाथ में थी, उन्हें मेरे आगे झुकना ही पड़ा.
माँ की चुदाई की यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
अब क्या था, मैंने कैमरा चुपके से ओन कर दिया और एक जगह रख दिया. अब मैं धीरे धीरे उनकी साड़ी खोली, फिर ब्लाऊज खोला, फिर साया… अब वो सिर्फ़ पें टी और ब्रा में थी.
मैंने भी झट से अपने कपड़े उतार लिए और अपना लंड उनके हाथ में दे दिया.
वो मेरे लंड को पकड़ कर डर गई. मैंने गाली देकर उसकी चुदाई वाली वीडियो वाली बात याद दिलाई तो तुरन्त ही माँ मेरे लंड को अपने मुंह में डाल कर चूसने लगी. थोड़ी देर चूसने के बाद मेरा लंड एकदम कड़क और लाल हो गया, फिर मैंने उस पर कंडोम चढ़ाया.
फिर अपनी सेक्सी रंडी माँ को उठाया, पेंटी उतारी, ब्रा उतारी और चुची को जी भर के मसला. पीर मैंने उनको बेड पर लिटाया और अपने लंड को माँ की चूत में डाल दिया और चोदना चालू कर दिया.
फिर मैं और भी फास्ट हो गया, माँ चिल्लाने लगी- आअहह उम्म्ह… अहह… हय… याह… माआआ ईईईई ईईईई उउउ!
इतना ही नहीं गालियाँ देने लगी- कुत्ता मादरचोद हरामी…
इससे मुझे और उनको दोनों को जोश आ रहा था. मैं और वो दोनों झड़ गए.
तब माँ ने मुझे बताया कि क्यों वो दूसरों से चुदवाती है. क्योंकि डैड कभी उनको टाइम ही नहीं दे पाते.
माँ ने कहा कि अब उनका बेटा ही डैड की कमी पूरी कर रहा है और वो खुश हैं.
अब तो दोस्तो, समझो रात में भी सेक्स होता था, जब दिन में चाहूँ, तब भी सेक्स करता था. मैं उनके लिए काफी हूँ, अब माँ को कहीं बाहर चुदवाना नहीं पड़ता.
मैं भी अपनी माँ को छोड़ कर कहीं पढ़ें नहीं जाना चाहता था लेकिन फिर भी डैड ने मुझे हायर स्टडीस के लिए लंदन भेज दिया.
वहाँ से जब भी मैं छुट्टियों में आता और डैड घर पर नहीं होते तो मेरी और माँ की चुदाई चालू हो जाती.