शादी में मिली सुन्दर लड़की को चोदा

सुन्दर लड़की की सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि कैसे पड़ोस में हो रही शादी में एक खूबसूरत लड़की को पटाकर चोदने की जुगत में लग गया. फिर मैंने उसको गर्म करके कैसे उसकी चूत मारी?

नमस्ते दोस्तों, प्यारी-प्यारी हसीन चूतों की मल्लिकाओ और नर्म नर्म उरोजों वाली लड़कियो और महिलाओ. आपको आपके यार शौर्य का ढेर सारा धुंआधार और पलंगतोड़ प्यार!

मैं आपको अपनी पहली कहानी बताना चाहता हूं जो कि मेरे साथ एक शादी में हुई थी.
यह ब्यूटी सेक्स स्टोरी है उस कमसिन कली की जिसने अभी अभी ही जवानी की दहलीज पर कदम रखा था.

उसका नाम और रंग रूप जब आप जानेंगे तो आपको भी उससे प्यार हो जायेगा. उसकी प्यासी आंखें बयान करती थीं कि वो शर्म की इस दहलीज से आगे बढ़ कर अपनी जवानी के रस का रसपान चखना चाहती थी।

यह बात तब की है जब हमारे मौहल्ले में एक पड़ोसी के यहाँ शादी थी और सभी वहीं जाने वाले थे।

हमारे मौहल्ले में एक लड़की थी ब्यूटी नाम की. जैसा उसका नाम था वैसी ही वो थी- पूरी ब्यूटी।

उसके रंग रूप का वर्णन एक बार जान लें.
5’3″ की लंबाई, गोरा बदन, लंबे काले बाल, गुलाबी होंठ, नागिन जैसी बलखाती कमर, सुराहीदार गर्दन, 30″ के नए नए बाहर निकले जवान हो रहे चूचे, 26″ की पतली कमर और 32″ की गदराती गांड।

जब वो सामने आती तो दिल करता कि वहीं इसे रगड़ कर चोद दूं।

शादी के उस फंक्शन में वो मेरे बगल में खड़ी थी. उस वक्त सारे लोग दूल्हा और दुल्हन पर मंडप में फूल बरसा रहे थे. हर किसी का ध्यान उस वक़्त मंडप पर ही था.

मगर मेरे बगल में हुस्न की देवी खड़ी थी. मेरी निगाहें मंडप पर थीं और मेरा ध्यान अपने बगल में खड़ी ब्यूटी पर था।
ब्यूटी मुझसे इस कदर चिपक कर खड़ी थी कि उसकी गर्म गर्म साँसें मुझे अपने कंधे पर महसूस हो रही थी।

मैंने हिम्मत करके अपनी कोहनी से उसके चूचों को हल्का हल्का दबाना शुरू कर दिया. उसका विरोध न होता देख मैंने अपना दूसरा हाथ उसकी सलवार के ऊपर से गांड पर हल्के से रख दिया.

उसने मेरी ओर देखा तो मुस्करा दी.
मैंने आंखों का इशारा किया तो वो शर्म से लाल हो गयी और आगे देखने लगी.

तब मैंने अपनी पैंट के ऊपर से ही अपने तनाव में आ रहे लंड पर हाथ फेरा तो उसके चेहरे पर हवाइयां उड़ गयीं और वो थोड़ी घबरा गयी.

वो नजर बचाकर मेरे लंड की ओर देखने लगी.
जब भी वो मेरी पैंट में मेरे लंड को देखती तो मैं लंड का उछाला दे देता.
उसके होंठ जैसे खुल जाते थे मेरा लंड तना हुआ देखकर।

अब मैं ये जान चुका था कि ये कामवासना की आग दोनों तरफ लग चुकी है। वहाँ लोगों की भीड़ में और सारे जाने पहचान वालों के सामने इससे ज्यादा करना मुमकिन न था।

मैंने उसके कानों में कहा- अगर इस हसीन रात का मजा लेना है तो कहीं और चलो!
उसने एक तिरछी नजर से मेरी ओर देखा और फिर वापस आगे देखते हुए मुस्कराने लगी.

हम दोनों वहां से निकल कर नजर बचाते हुए उसके घर पहुंचे जहां सब कोई पहले ही शादी में जा चुके थे और अब वहां सिर्फ हम दोनों और हमारी काम वासना थी।

घर पहुंचते ही हम दोनों के जिस्म आपस में लिपट गए.
हमारे होंठ आपस में लड़ने लगे जैसे एक दूसरे के होंठों का सारा रस आज की रात ही पी जाना चाहते हों।

चुम्बन के बाद मैंने उसकी कमर पर हाथ रखते हुए उसकी गांड को अपने लौड़े पर टिकाते हुए उसे घुमा दिया और उसकी गर्दन पर चुम्बनों की बरसात करने लगा.
मैं उसके कान की लौ को होंठों से दबाकर खींच देता। अब धीरे धीरे मैं उसके चूचों की तरफ बढ़ने लगा और उसके सूट के ऊपर से ही उसके चूचों को सहलाते हुए हल्का दबाने लगा. वो मदहोश हुए जा रही थी और आहें भरने लगी थी।

मैंने उसके कमीज को निकाल दिया. अब वो मेरे सामने बस सलवार और ब्रा में थी. ब्रा में कैद उसके स्तन बाहर आने को बेताब हो रहे थे। मैंने पहले उसके चूचों पर ब्रा के ऊपर से चुम्बन किया.

फिर उसकी ब्रा को खोलकर चूचों को आज़ाद कर दिया। उसके चूचे मानो मुझे निमंत्रण दे रहे थे कि आओ शौर्य आज इन्हें दबा दबा कर इनका दूध निचोड़ डालो।

ब्यूटी ने मुझसे कहा- शौर्य अब मैं तुम्हरी रंडी हुई, मुझे तृप्त कर दो मेरे सैयां जी।
मैं उसकी चूचियों को चूसने लगा. उसके निप्पल को हल्का सा काट देता दांतों से, जिससे वो आहें भरते हुए आह्ह … आह्ह … करने लगी.

मैं उसकी चूचियों को जी भरकर दबा रहा था. फिर मैं काफी देर तक बूब्स को चूसने और काटने के बाद नीचे की ओर बढ़ने लगा. उसके पेट की नाभि में अपनी जीभ घुसा घुसाकर उसे गर्म करने लगा।

अब मैंने उसकी चूत पर सलवार के ऊपर से ही हाथ रख दिया. मैंने पाया कि उसकी चूत तो पहले से ही पूरी पानी पानी हो रखी थी. उसकी सलवार का नाड़ा खोलते ही उसकी फूली हुई चूत पैंटी में दिखनी लगी.

फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी और हल्की रोशनी में उसकी चूत को देखने लगा। उसकी चूत बिल्कुल चिकनी थी जो गीली हो जाने के कारण चमक रही थी.

उसकी चूत की दोनों फांकों को हटा कर मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी जिससे वो जल बिन मछली के जैसे तड़प गयी. अब मैं उसकी चूत को अपनी जीभ से कुरेदे जा रहा था और वो आहें भर रही थी।

उसके मुंह से लगातार सिसकारियां निकल रही थीं- आह-आह … आह … शौर्य, चाट जा इस कमसिन चूत को। आह्ह … आह्ह मेरे सैयां जी, आह्ह मेरे राजा. मैं तेरी रंडी हुई मेरे राजा. जब चाहे, जहाँ चाहे मुझे पटक कर चोद देना. बस मेरी इस चूत की गर्मी मिटा दे मेरे राजा।

अब ब्यूटी की चूत लंड मांग रही थी.
वो मेरे सामने गिड़गिड़ाने लगी- मेरे सैयां जी चोद दो मुझे, मेरे सैयां जी रगड़ दो आज रात मुझे पूरी तरह अपने लन्ड के नीचे।

उसकी चुदास मैं जान गया था. अब मैं खड़ा हो गया और उसका हाथ अपनी कमर पर रख दिया।

वो मुझे चूमने लगी. पहले मेरी शर्ट उतारी और मेरे सीने पर चुम्बनों की बरसात करने लगी।

फिर वो नीचे अपने घुटनों पर बैठ गई और मेरी आँखों में आंखें डालते हुए मेरी जीन्स और अंडरवियर को उतार दिया, जिससे मेरा लंबा मोटा लन्ड उसके होंठों के सामने फुंफकारने लगा.

मेरे काले नाग को उसने मुंह में भर लिया और उसको ऐसे प्यार करने लगी कि जैसे ये उसका मनपसंद लॉलीपोप हो. वो कभी लन्ड के टोपे को अपने मुंह में भर कर चूसती तो फिर टोपे के चारों तरफ जीभ को घुमाती।

चूस चूस कर उसने मेरा लन्ड पूरा टनटना दिया था। अब ब्यूटी अपनी जीभ निकाल कर मेरे लन्ड के सुपारे पर घुमा घुमा कर चाटने लगी। ब्यूटी मेरे आंडों को अपनें मुह में भर कर खूब चूसती और हाथों से मेरे लन्ड को आगे पीछे करती।

मेरी प्यारी हसीन महिलाओ और लड़कियो, कभी अगर आप सब ने लन्ड को नहीं चूसा है तो अपने यार को आपने अब तक इस लंड चुसाई के सुख से वंचित कर रखा है. एक बार आप लोग लण्ड चूस कर देखें।

इस कहानी को पढ़ रहे मेरे लण्ड वाले दोस्तो, अपने इस खड़े लण्ड को एक बार जरूर से किसी हसीना के मुँह में डाल कर चुसाई का अपरम्पार सुख जरूर लें। चुदाई के साथ ही चुसाई में भी अपना एक अलग ही आनंद है.

ब्यूटी मेरे लण्ड को पूरा मुँह में भरती, फिर हल्का बाहर निकाल कर लण्ड के टोपे को लॉलीपॉप जैसे चूसती।
लंड चुसाई का ये अहसास मेरे लिए बड़ा ही सुखद अनुभव दे रहा था.

अब मैंने ब्यूटी के बालों को मोड़कर पकड़ा और ब्यूटी के मुँह में तेज़ी से लंड चोदने लगा।
ब्यूटी का यह मुखचोदन मुझे असीम आनंद की अनुभूति करा रहा था।

उसके मुँह को अपने लण्ड से चोदते रहने के कारण उसे साँस लेने में तकलीफ होने लगी तो मैंने अपना लन्ड उसके मुँह से बाहर निकाला और उसकी चूची की पहाड़ी घाटियों में फंसा कर उसका चूची चोदन करने लगा।

मेरा लंड जब ब्यूटी की चूचियों से होता हुआ उसके होंठों तक पहुँचता तो वो अपने गुलाबी होंठों से मेरे टोपे को चूस कर गीला कर देती थी.

फिर मैं काफी देर तक उसकी चूचियों के साथ अपने लंड से चोदते हुए खेलता रहा.

अब ज्यादा देरी न करते हुए मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसकी गांड के नीचे दो तकिये लगा दिए.
मैं अपने लन्ड को उसकी चूत के ऊपर घिसने लगा.

वो तड़पने लगी; सिसकारते हुए वो कहने लगी- आप जो कहेंगे सैयां जी, मैं वो करुँगी. अब मुझे चोद दो बस … आह्ह … घुसा दो अपना मोटा लंबा लंड मेरी चूत में … और बना दो इसकी चटनी चोद चोद कर!

उसको और तड़पाना मैंने अब ठीक न समझा और घुसेड़ दिया अपना लन्ड उसकी बुर में. पहले झटके में लन्ड करीब 3 इंच घुस गया था. लन्ड घुसते ही उसे बहुत दर्द हुआ और वो छटपटाने लगी.

वो मेरी गिरफ्त से छूटने की नाकाम कोशिश करने लगी। मैंने उसके होंठों पर अपने होंठों का पहरा दे रखा था ताकि आवाज न निकले और एक हाथ से मैं उसकी चूची दबाने लगा.

करीब दो मिनट तक होंठ चूसने और चूची दबाने के बाद वो अब चुदाई के लिए तैयार होने लगी. अब उसके हाथ मेरे जिस्म को सहला रहे थे. वो अपनी गांड हिला हिला कर चोदने का सिगनल देने लगी।

मैंने अब दूसरा झटका मारा और पूरा लन्ड उसकी चूत में पेश कर दिया. दर्द के मारे उसकी आवाज अंदर ही घुट कर रह गयी और उसने मेरे होंठों पर काट लिया.

जवाब में मैंने उसकी चूची के निप्पलों को जोर से उमेठ दिया और जोर जोर से मसलने लगा। अब मैंने उसकी चूत में झटके मारने शुरु कर दिए थे. जिसका मज़ा वो गांड उठा उठाकर मेरी लय से लय मिलाकर ले रही थी।

अब मैंने उसे खड़ी कराया और दीवार के सहारे झुकाया। पीछे से उसकी चूत को भेदते हुए अपना लौड़ा उसकी चूत में पेल दिया और उसकी कमर को थामकर पकड़कर उसे चोदने लगा।

वो आहें भर रही थी- आह्ह मेरे राजा … आह्ह मेरे राजा … चोद दे … अपनी इस ब्यूटी रंडी को पेल दे, तेरे लन्ड की दीवानी ब्यूटी मैं … आह्ह मेरे सैयां जी… और जोर से … ओह्ह … आह्ह … और जोर से … ये ब्यूटी तेरे लन्ड की गुलाम हो गयी मेरे राजा शौर्य।

अब मैंने उसे बेड पर पेट के बल लेटाया और उसकी गांड को दबा कर पकड़ा, फिर इस पोजीशन की वजह से उसकी टाइट हो रही चूत में अपना लन्ड घुसेड़ दिया.

उसे इस पोजीशन में और भी मजा आने लगा और मजे के कारण उसकी आंखें बंद होने लगीं। अब मेरे लन्ड पर सवार होकर ब्यूटी सेक्स के आसमान में उड़ रही थी और चांद पर जा रही थी।

तभी उसका पूरा बदन अकड़ने लगा. मैं जान गया कि मेरी रंडी ब्यूटी अब झड़ने वाली है. मैंने अपने झटके और तेज कर दिए। कमरे में बस अब थप्प थप्प की आवाजें गूंजने लगीं.

तभी उसकी चूत ने अपना फव्वारा छोड़ दिया और मेरे लन्ड को पूरा भिगाते हुए अंदर चूत में और चिकनाई बना दी, जिससे मेरा लौड़ा और तेजी से अंदर बाहर होने लगा।

अब मेरा भी माल निकलने वाला था.
मैंने उसे पूछा- अपना माल कहां निकालूं?
उसने कहा- मेरे राजा, मेरी गांड पर ही निकालो और अपने माल से मेरी गांड के छेद और गोलाइयों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कर दो।

उसकी बात मानते हुए मैं उसकी गांड की गोलाइयों को दबाते हुए उसे चोदने लगा. जब मेरा लन्ड पूरा तन कर अब माल निकालने वाला था तो मैंने पक् … की आवाज के साथ उसकी चूत से लन्ड को निकाला और सारा माल उसकी गांड पर फैला दिया।

इतनी घमासान और धुंआधार चुदाई के बाद मैं उसकी बगल में लेट गया और वो अपने हाथों से अपनी गांड पर फैले माल को छूते हुए बोली- मेरे सैयां … आज से मैं आपकी रंडी हुई. मेरी चूत … गांड … पूरे जिस्म पर सिर्फ आपका हक़ है. आप जब चाहे मेरे कपड़े उतार कर मुझे चोद दिया करें.

मेरे होठों पर प्रगाढ़ चुम्बन करके वो मेरे बगल में कुछ देर लेटी रही। उसकी आँखों में संतुष्टि साफ साफ झलक रही थी। उसके बाद मैंने उस ब्यूटी सेक्स को कई बार चोदा और उसकी गांड का भी उद्घाटन कर दिया.

उसकी बड़ी बहन स्वीटी की भी चूत और गांड चोदी। दोनों बहनों को अपने लन्ड की गुलाम बनाकर अपनी रंडी जैसे खूब चोदा. मगर उसकी बहन की चुदाई की कहानी अभी मैं आपको नहीं बता रहा.

अभी आप इस कहानी पर अपनी राय दें. ये कहानी मेरी पहली कहानी है. यह सच्ची घटना है और मेरे साथ रियल में हुई थी.
अगर इस कहानी ने आपकी बुर में उंगली घुसवा दी, आपकी चूत से पानी निकल गया तो आपके उरोजों पर मेरे हाथों का अहसास करते हुए मुझे ईमेल में लिख डालें.

मेरी ईमेल या कमेंट बॉक्स में आप अपने सुझाव और अपनी ख्वाहिशें और फंतासी जरूर शेयर करें. मुझे बहुत खुशी होगी अगर आप सभी महिलाएं और कुंवारी लड़कियां मुझ पर अपना प्यार बरसायेंगी।

आप मुझे कहना चाहें वो कहकर संबोधित कर सकती हैं. मुझे आप सभी पाठकों की प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा. मेरा ईमेल मैंने यहीं नीचे दिया हुआ है.

अब मैं विदा चाहता हूं. अन्तर्वासना पर ही आपसे एक बार फिर मुलाकात होगी.
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