हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम लीना है, मेरी उम्र 25 और मेरे फिगर का आकार 36-29-38 है. (Hindi Sex Kahani) यह मेरी पहली मस्ती की रात, मतलब मेरी सुहागरात की कहानी है. आज तक मैंने बहुत सारी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी वो सभी मुझे बहुत मस्त मजेदार लगी और उन कहानियों से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. मैंने अपने पति के साथ ठीक वैसे ही बहुत बार अलग अलग तरह से चुदाई के मज़े लिए और हम दोनों बड़े खुश हुए, लेकिन आज पहली बार में उनके कहने पर अपनी भी एक सच्ची घटना को लिखने जा रही हूँ.
में अपनी इस कहानी में आज आप सभी को वो मेरी पहली सुहागरात को मेरे साथ कैसे और क्या क्या हुआ, वो सब पूरी तरह विस्तार से बताने आई हूँ और मुझे उम्मीद है कि यह आप लोगो को जरुर पसंद आएगी.
मेरी शादी से पहले मेरा बहुत समय तक एक सुंदर अच्छे दिखने वाले लड़के से प्यार चलता रहा और किस्मत की बात देखो उसके बाद मेरी उसी लड़के से शादी भी हो गई, मतलब जिसके साथ मैंने पूरे एक साल तक प्यार का चक्कर चलाया वो अब मेरे पति बन चुके है और मेरे पति का नाम सुनील है. मेरी तरह वो भी दिखने में और वो व्यहवार के बहुत अच्छे है और वो मुझे बहुत प्यार भी करते है.
उनकी तरह में भी बहुत सेक्सी हूँ और में भी उनको बहुत प्यार करती हूँ, उन्हे मेरी गोरी उभरी हुई सुंदर छाती बहुत पसंद है जिसको देखकर वो हमेशा अपने होश खो बैठते थे और अपनी चकित ललचाई नजरों से वो मेरे बूब्स को घूर घूरकर देखा करते थे, जब भी मौका मिलता मेरे बूब्स को पकड़कर दबाने निप्पल को मसलने लगते और अगर उनका बस चलता तो वो मुझे मेरी शादी से पहले ही चोदकर अपने बच्चो की माँ बना देते, लेकिन मेरे आगे उनकी एक भी ना चली और उन्होंने अपनी मर्जी का काम सुहागरात को किया.
हम दोनों का प्यार करीब एक साल पहले से चल रहा था और उस बीच हम दोनों ने बहुत घूमना फिरना और बड़े ही मज़े मस्ती करके उन दिनों के मज़े लिए. हम दोनों के एक दूसरे के साथ बैठना बातें करना अपना समय बिताना बहुत अच्छा लगता था और बिना मिले हमें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता था. फिर एक दिन बहुत हिम्मत करके अपने अपने घर वालों को हमारे मन की सभी सच्ची बातें बताने के बाद उनकी तरफ से कुछ सोचा विचारी करने के बाद हमारी शादी भी हो गयी.
उस एक साल तक जब तक हमारी शादी नहीं हुई थी तब तक हम दोनों ने सिर्फ़ ऊपर से ही मज़े किए थे मतलब एक दूसरे को चूमना, बूब्स को कपड़ो के ऊपर से दबाना मसलना, बहुत देर तक एक दूसरे से हम चिपकर मज़े करते और कभी भी हमने इससे ज्यादा मतलब अंदर से कुछ भी नहीं किया था, बस वो मेरे कपड़ो के ऊपर से मेरे बूब्स की निप्पल को दबाकर सहलाकर मुझे जोश से भर देते, लेकिन फिर एक दिन जब हमारी शादी की बात होने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि अब तो हमारी शादी भी होने वाली है इसलिए हम पहले से ही थोड़ा सा उसका अनुभव ले लेते है और ऐसा करने से तुम्हे पहली रात को ज़्यादा दुःख दर्द नहीं होगा और हम दोनों हमारी उस पहली रात को पूरी तरह से मज़े मस्ती करेंगे, हम दोनों को इसका अनुभव हो जाएगा. फिर मैंने उनको कहा कि नहीं यह सब अभी करना गलत होगा, इसलिए हम शादी के बाद ही यह काम करेंगे, शादी के पहले नहीं वैसे भी में पहली रात को ही सेक्स का सही मतलब और उसके मज़े के बारे में जानना चाहती हूँ. आप मुझे उस रात को सब कुछ सिखा समझा देना, में आपको तब मना नहीं करूंगी.
दोस्तों अब इसके आगे है मेरी उस मजेदार मस्त सुहागरात से हनिमून तक का सफ़र जिसमें मेरे पति ने अपनी मन मर्जी के सभी काम किए और में उनको अपनी तरफ से मना भी ना कर सकी. तो अब आप सभी थोड़ा ध्यान से मन लगाकर पढिये मेरी सुहागरात की वो सच्ची घटना मेरे सच्चे प्यार के साथ जिसमे उसने मुझे वो सब मज़े दिए.
उस रात को करीब 11 बज़े थे में अपने बेडरूम में गयी, वो मेरा वहां पर बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे. उस समय मेरे हाथ में दूध से भरा हुआ एक गिलास था और वो गिलास मैंने जाकर उन्हे दिया. तो वो मुझसे बोले कि इतने से दूध से मेरा क्या होगा जानेमन आज में तो बहुत सारा दूध पीने वाला हूँ? तभी में उनकी उस बात का मतलब तुरंत समझ गयी थी कि उनका इशारा किस तरफ है वो मुझसे क्या चाहते है, उनके इरादे मेरे साथ क्या काम करने के है? इसलिए में भी मुस्कराते हुए उनको बोली कि हाँ ठीक है आज आप जितना भी चाहे पी लो मुझे उससे कोई भी आपत्ती नहीं है और वैसे भी अब तो यह सब कुछ तुम्हारे लिए ही है.
फिर उन्होंने उस समय झटके से मेरा हाथ पकड़कर मुझे बेड पर बैठा लिया और वो दूध का गिलास अपने हाथ में ले लिया और थोड़ा सा दूध पीकर उन्होंने वो गिलास मुझे दे दिया और फिर मैंने भी उसको पीकर उस गिलास को एक साइड टेबल पर रख दिया और फिर उन्होंने मुझसे कहा.
सुनील : लीना मेरी जान आज तुम इस साड़ी में बहुत सेक्सी लग रही हो, आज तो में पूरी रात तुम्हे सोने नहीं दूँगा, क्योंकि आज तो तुम्हारा एक एक अंग मुझे देखना होगा और में तुम्हे नीचे लेकर ऊपर तक जी भरकर देखना चाहता हूँ. आज तुम मेरी इस इच्छा को जल्दी से पूरी कर दो.
में : क्या तुम आज पूरी रात भर करोगे? तुम बहुत सेक्सी हो और मुझे बहुत पसंद हो, में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ.
सुनील : हाँ मेरी जान में भी तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ.
फिर इतना कहकर उन्होंने मेरे गले में हाथ डालकर मुझे वो किस करने लगे, पहली बार फ्रेंच किस करके उन्होंने ही मुझे करना सिखाया था और वो बहुत ही अच्छा किस करते है. मेरे होंठो को अपनी जीभ से चाटते हुए मज़े से चाटते है और फिर अपने दांतों से धीरे धीरे दबाते भी है और मेरी जीभ को वो मज़े से चूसते भी है वो मेरे साथ जब भी ऐसा करते है तब मुझे बहुत मज़ा आता है और जब भी वो किस करते है तब उनका एक हाथ मेरे बूब्स पर ही रहता है इसलिए वो अपने साथ से बहुत धीरे धीरे मेरे बूब्स को मसलते भी रहते है अहह्ह्हह उफफ्फ्फ्फ़ मुझे यह सब बहुत अच्छा लगता है और जब वो मेरे बूब्स को दबाते है तब उन्हे भी बड़ा मज़ा आता है, क्योंकि उन्हें भी मेरे बूब्स बहुत पसंद है.
मेरे ही नहीं बल्कि सभी लड़कियों के बड़े आकार के सुंदर आकर्षक बूब्स उनको बहुत लुभाते है. अब उन्होंने मेरे गहनो को उतारना शुरू किया और जहाँ जहाँ मेरे शरीर का हिस्सा उनको खुला हुआ दिखता वो वहीं पर किस भी करते जा रहे थे. उन्होंने मेरी गर्दन पर, कंधो पर, मेरे होंठो पर अपने होंठो से मुझे कई बार चूमा और उसके बाद वो मेरे बूब्स को भी दबा रहे थे और तभी एकदम से उन्होंने ज़ोर से मेरे बूब्स को दबा दिया, जिसकी वजह से मुझे बड़ा दर्द हुआ मेरे मुहं से अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ की आवाज निकल गई और में उनको कहने लगी कि प्लीज थोड़ा धीरे से करो ना मुझे बहुत दर्द होता है.
सुनील : मेरी जान तुम बस इतने से दर्द से ही घबरा गई, अभी तो तुम्हे और भी ज्यादा दर्द होगा जब में तुम्हारी सील तोड़ूँगा तो तुम्हे वो सब आज सहना पड़ेगा.
में : सील का क्या मतलब होता आप किस सील को तोड़ने की बात मुझसे कह रहे है?
सुनील : मेरी जान आज जब तुम्हारी चूत में पहली बार मेरा लंड जाएगा, तब उन धक्को से तुम्हारी कुंवारी चूत की सील टूट जाएगी और उसके बाद तुम वर्जिन नहीं रहोगी, अब तुम देखती जाओ मेरी जान में क्या क्या करता हूँ और शादी के पहले तो तुमने कभी मुझे कुछ करने नहीं दिया, इसलिए आज में तुम्हे एक कुंवारी लड़की से शादीशुदा औरत बनाने वाला हूँ.
में : में अपने पति की वो सभी बातें सुनकर शरमाते हुई बोली तुम बहुत शरारती हो तभी तो देखो तुम मुझसे कितनी गंदी गंदी बातें करते हो? तुम्हे बिल्कुल भी शरम नहीं आती.
सुनील : मेरी जान इसी में तो असली मज़ा आता है देखना तुम्हे भी थोड़ी देर के बाद मेरे साथ बड़ा मज़ा आएगा और अभी तो तुम कुँवारी हो इसलिए तुम्हे इतना डर लग रहा है, लेकिन एक बार मेरे साथ चुदाई के मज़े लेने के बाद तुम भी मुझसे खुद आगे होकर अपनी चुदाई करने के लिए कहोगी और मेरे साथ बहुत मज़े करोगी.
मुझसे इतना कहकर उन्होंने तुरंत मुझे बेड पर लेटा दिया और वो भी मेरे पास में लेट गये. उसके बाद वो मुझे किस करने लगे और कुछ देर मुझे चूमने के बाद उन्होंने मेरी साड़ी को मेरे बूब्स के ऊपर से हटा दिया और अब वो मेरे ब्लाउज के ऊपर से ही मेरे दोनों बूब्स को चूमने लगे, अहहह्ह्ह मुझे उनका मेरे साथ यह सब करना बहुत अच्छा लगा और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि आज में तुम्हे बहुत जमकर चोदने वाला हूँ. उससे में तुम्हारा सारा दर्द मिटा दूँगा और वैसे भी तुमने मुझे इसके लिए बहुत बार सताया है, में आज तुम्हारे बूब्स के निप्पल को काटने भी वाला हूँ. फिर मैंने उनकी बातें सुनकर शरमाते हुए उनसे पूछा कि आप आज मेरे साथ और क्या क्या करोगे?
सुनील : में आज तुम्हारे बूब्स को चूसूंगा और इनका रस पीऊँगा और ऊपर से लेकर नीचे तक तुम्हे किस करूँगा, तुम्हारे हर एक अंग को में किस करूँगा.
फिर मुझसे इतना कहकर उन्होंने मेरे ब्लाउज के बटन खोल दिए और फिर ब्रा के ऊपर से वो मेरे बूब्स को दबाने लगे और उनको सहलाने लगे. फिर कुछ देर बाद उन्होंने मेरे ब्लाउज को पूरा उतार दिया, जिसकी वजह से अब में ब्रा थी और उसी समय उन्होंने मेरी कमर के पीछे अपने एक हाथ को ले जाकर मेरी ब्रा के हुक को भी खोल दिया, जिसकी वजह से अब मेरे दोनों एकदम गोरे मुलायम बूब्स उनके सामने आ चुके थे और वो बहुत ही सेक्सी उनकी निप्पल जोश में आकर तनकर खड़ी थी.
फिर अपने आप को वो रोक ना सके और तुरंत मेरे निप्पल को अपने मुहं में लेकर वो चूसने लगे और साथ में दूसरे बूब्स को वो अपने एक हाथ से दबाते भी रहे और अब में आहें भरने लगी उफफफ्फ़ अहहह सुनिल आहहहह स्सीईईई. तभी सुनील ने अपने मुहं से निप्पल को बाहर निकालकर मुझसे पूछा क्यों कैसा लगा? मैंने कहा कि बहुत अच्छा और अब मैंने उनको कसकर पकड़ लिया और फिर वो मुझे धीरे धीरे किस करते हुए मेरे गोरे मुलायम पेट पर किस करने लगे और अब उनका एक हाथ मेरे पेटिकोट के अंदर जा रहा था और वो मेरी गोरी गोरी और मोटी जांघो पर घूम रहा था.
में अपने मन की सच्ची बता कहूँ तो में अब उनके यह सब काम करने की वजह से बहुत गरम हो चुकी थी, तब उन्होंने अपनी शर्ट को उतार दिया और लूँगी के अंदर हाथ डालकर अपनी अंडरवियर भी उन्होंने उतारकर दूर फेंक दिया, क्योंकि वो भी अब तक बहुत जोश में आ गये थे और तभी मेरे पेटिकोट का नाड़ा खोल दिया और उसको उतारकर नीचे डाल दिया, जिसकी वजह से अब में सुनील के सामने सिर्फ़ पेंटी में लेटी हुई थी और फिर उन्होंने मुझसे कहा.
सुनील : हाँ ऐसे तुम कुछ ज़्यादा ही अच्छी लग रही हो देखो तुम्हारा यह फिगर तो मुझ पर क्या मस्त कयामत ढा रहा है मेरी जान और तुम्हारे बूब्स तो बहुत ही अच्छे आकर्षक है और उस पर यह हल्के काले रंग के निप्पल, वाह मज़ा आ गया आज पहली बार तुम्हे मैंने पूरी नंगी देखा है वाह तुम्हारी क्या मस्त जवानी है? में आज चूम चूमकर तुम्हारे इस गोरे जिस्म को एकदम लाल कर दूँगा पहले कभी मैंने तुम्हे ऐसे देखा होता तो तुम अभी तक वर्जिन नहीं होती, मैंने तुम्हे कब का चोद दिया होता.
अब वो एक बार फिर से मेरे निप्पल को अपने मुहं में लेकर चूसने लगे और साथ ही साथ वो मेरी चूत पर हाथ भी फिरने लगे और बीच बीच में वो मेरी चूत को भी रगड़ते हुए कहने लगे, वाह मेरी सेक्सी जानेमन तुम्हारी चूत तो बहुत उभरी हुई आकर्षक है और शायद इस पर बाल भी नहीं है वाह क्या मस्त है, आज तो में इसको अपने लंड से बहुत मज़ा देने वाला हूँ जिसको तुम पूरी जिंदगी याद करोगी.
में : मुझे बहुत शरम आ रही है.
सुनील : हाँ अभी तुम्हारी सब शरम चली जाएगी और जब थोड़ी देर बाद जब में तुम्हारी इस गुलाबी चूत में मेरा 6 का लंड डालकर तुम्हारी चुदाई करूंगा तो तुम्हे शरम छोड़कर मज़े आने लगेंगे.
तब में यह सभी बातें सुनकर और उनके हाथों के स्पर्श से में अब बहुत गरम हो चुकी थी और में मन ही मन सोच रही थी कि कब मेरी वो चुदाई होगी? और बस अब तो मुझे पूरा मज़ा लेने को दिल कर रहा था और उसी समय उन्होंने मेरी पेंटी को भी उतार दिया और उन्होंने नीचे झुककर मेरी चूत के ऊपर एक किस कर दिया उफफफफ्फ़ वाह मुझे कितना मस्त मज़ा आया बस आप पूछा मत में उस समय क्या महसूस कर रही थी?
फिर मैंने उनसे कहा कि तुमने तो अब तक मेरा सब कुछ देख लिया है, लेकिन अभी तक मुझे अपना कुछ भी नहीं दिखाया. फिर वो बोले कि हाँ ठीक है देख लो और फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर उनके लंड पर रख दिया और मैंने लूँगी के ऊपर से उनका लंड पकड़ा तो में उसको अपने हाथ से महसूस करके मन ही मन डर गयी और मैंने चकित होकर कहा.
में : ऊउईईई माँ यह आपका कितना बड़ा है?
सुनील : हाँ जानेमन अभी जब यह तुम्हारे अंदर जाएगा तब और भी बड़ा हो जाएगा.
में : हाँ, लेकिन क्या यह इतना बड़ा मेरे अंदर चला जाएगा?
सुनील : हाँ शुरू में हम दोनों को थोड़ी सी मुश्किल जरुर होगी, लेकिन उसके बाद में पूरा का पूरा बहुत आराम से चला जाएगा और उसके बाद तुम्हे भी बहुत मज़ा आएगा.
में : नहीं मुझे तो सुनकर ही बड़ा डर लग रहा है इसको अंदर लेना तो बहुत दूर की बात है.
सुनील : हाँ इसलिए तो मैंने तुम से शादी के पहले ही कहा था कि हम शादी के पहले ही थोड़ा सा मज़ा मस्ती करके देख लेते है, लेकिन तुम अब बिल्कुल भी मत डरो, तुम्हे कुछ नहीं होगा, क्योंकि में बहुत आराम से करूंगा और तुम पहले इसको लूँगी के अंदर से पकड़कर देखो और थोड़ा इसको प्यार भी करो तभी वो तुम्हारी चूत को अच्छी तरह से प्यार करेगा.
अब मैंने लूँगी के अंदर से लंड को पकड़ा तब महसूस किया कि वो बहुत गरम था और उसके बाद उन्होंने अपनी लूँगी को निकाल दिया और अब हम दोनों पूरे नंगे थे. अब वो मेरे ऊपर आ गये और मुझे किस करने लगे और सभी जगह उन्होंने मुझे पागलों की तरह चूमना शुरू किया और कुछ देर बाद उन्होंने धीरे से मेरे दोनों पैरों को ऊपर उठाकर पूरा फैला दिया और उसके बाद वो मेरे दोनों पैरों के एकदम बीच में आकर बैठ गये उसके बाद उन्होंने अपने लंड को मेरी चूत के मुहं के ऊपर रखकर एक ज़ोर के धक्के से अपने लंड के टोपे को अंदर डाल दिया.
जैसे ही उन्होंने उसको अंदर डाला में दर्द से चिल्ला उठी ऊऊइईईई माँ अहहहह उह्ह्हह्ह उम्म्म्ममम नहीं बस अब रहने दो, प्लीज़ स्सीईईईइ आह्ह्ह्ह रहने दो मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज अब इसको बाहर निकालो, मुझे बहुत ज़ोर से जल रहा है, लेकिन उन्होंने मेरे इतने चीखने चिल्लाने पर भी अपने लंड को बाहर नहीं निकाला और वो एकदम चुपचाप मेरे ऊपर लेट गए और मुझे किस करने लगे और मेरे पूरे जिस्म को सहलाने लगे.
फिर तभी थोड़ी देर के बाद में शांत होने लगी और किस करते करते उन्होंने धीरे धीरे दबाव बनाते हुए अपना पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया और में अहहहहह उह्ह्ह्ह कर रही थी और अब वो धीरे धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगे थे. मैंने देखकर महसूस किया कि वो भी उस समय बहुत जोश में थे और में ज़ोर से आवाज़े निकाल रही थी आहह्ह्ह्ह सुनिल अहहहह ऊउईईईईई माँ में मर गई, सुनिल अब मुझे ऐसा लग रहा है कि जैसे कोई गरम लोहा मेरी चूत में अंदर बाहर हो रहा है. फिर कुछ देर धक्के खाने के बाद एकदम अचानक से मैंने कुछ गरम पानी जैसा मेरी चूत में गिरता हुआ महसूस किया और उसके कुछ ही देर बाद वो मेरे ऊपर चित होकर लेट गये और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि लो मेरा काम हो गया.
मैंने उनसे कहा कि तुम बहुत बेकार हो और मेरे इतनी बार मान करने पर भी तुम नहीं रुके तुमने अपने मन का काम किया और एक बार तो तुम मेरा कहा मानते, लेकिन तुम्हे तो इसके आगे कुछ भी दिखाई नहीं देता और तुम मुझे दर्द देने में लगे रहे. फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी जान पहली बार हर लड़की के साथ ऐसे ही रेप करना पड़ता है उसके बाद उसको सब कुछ समझ में आ जाता है और वैसे भी तुम्हारी चूत अभी आकार में बहुत छोटी है और यह टाईट भी कुछ ज्यादा है इसलिए मुझे अपनी तरफ से थोड़ा सा ज़ोर ज्यादा लगाना पड़ा, लेकिन हाँ अब तुम्हे अगली बार मेरे साथ यह सब करने में बहुत मज़ा आएगा, क्योंकि आज इस चुदाई से तुम्हारी चूत की सील टूट चुकी है इसलिए दर्द कम और तुम्हे मज़ा अब कुछ ज्यादा आएगा और फिर वो मुझसे यह बात कहकर अपने मुरझाए हुए लंड को मेरी चूत से बाहर निकालकर मेरे पास में लेट गये.
अब में पास ही में रखे हुए टावल से अपनी गीली बहती हुई चूत को साफ करने लगी और वो टावल उनके लंड से निकले वीर्य से खराब हो चुका था. मेरी चूत से उनका वीर्य बहुत ज्यादा मात्रा में बाहर निकलकर बह रहा था और में उसको साफ करती रही. फिर कुछ देर बाद उन्होंने भी अब टावल पहन लिया और मैंने भी उसी बेडशीट को अपने जिस्म पर डाल लिया और अब में उनकी छाती पर अपना सर रखकर लेट गयी. उनके दोनों हाथ मेरी गोरी नंगी कमर पर थे वो मुझे सहलाने लगे, जिसकी वजह से मुझे कुछ देर के बाद में थोड़ा सा अच्छा भी लगा और इसलिए मैंने उनके निप्पल पर किस किया, तो उन्होंने मुझे ज़ोर से कसकर अपनी बाहों में भर लिया और में पूरी उनके ऊपर आ गयी.
हम दोनों अब एक दूसरे को किस करने लगे. अब वो मुझसे बोले कि पहली बार चुदाई के समय सभी के साथ ऐसा ही होता है, हम थोड़ी देर के बाद एक बार फिर से करेंगे और तब तुम्हे मेरे साथ और भी ज्यादा मज़ा आएगा और आज में तुम्हारा सारा दुःख दर्द मिटा दूँगा, लेकिन हाँ तुम बहुत ज़ोर ज़ोर से आवाज़ करती हो. अभी तो सिर्फ़ यह पहली बार था और अभी तो बहुत बार हमारा बहुत कुछ करना बाकी है मेरी जानेमन और अभी तो तुम्हे बहुत कुछ सीखना भी है, तब जाकर तुम्हे इसका अनुभव और पूरा मज़ा आएगा.
में : क्यों अभी और क्या क्या सीखना बाकी है?
सुनील : अभी तो तुम्हे मुखमैथुन भी सिखाना है और उसके बाद गुदामैथुन भी बाकी है. हमे 69 पोजीशन के भी मज़े लेने है और जब तुम्हारे पीरियड्स होंगे तब भी तो मुझे मेरे लंड को चुसाना होगा ना, तब में तुम्हारे साथ गुदामैथुन करूँगा. तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, क्योंकि में तुम्हे वो सब कुछ सिखा दूँगा, जिसके बाद तुम एकदम अनुभवी हो जाओगी और अब में सबसे पहले तुम्हे सेक्स फिल्म दिखाता हूँ, क्योंकि मेरे पास मेरे कंप्यूटर में बहुत सारी सेक्सी फिल्मे है, क्या तुम वो देखना चाहोगी?
में : हाँ तुम जो भी चाहोगे में वो सब कुछ करूँगी अब यह सब तुम्हारे लिए ही है क्योंकि तुम अब मेरे पति हो तुम्हे मेरे साथ जो भी करना है करो, क्योंकि तुम जो भी करते हो मुझे अच्छा लगता है और वैसे भी तुम तो शादी से पहले भी मेरे बूब्स को बहुत बार दबाते थे, लेकिन आज मुझे तुम्हारे साथ यह सब करके बहुत अच्छा लगा, वैसे भी मुझे पता है कि तुम्हे मेरे बूब्स बहुत पसंद है.
फिर उन्होंने मेरे कहने पर अपने कंप्यूटर शुरू कर दिया और हम दोनों सेक्सी फिल्म देखने लगे, थोड़ी देर तक हम दोनों एक दूसरे से चिपककर लेटे रहे और वो फिल्म देखते रहे उसके मज़े लेते रहे और में लेटे हुए ही अपने एक हाथ से उनका लंड दबा रही थी और वो मेरे बूब्स के निप्पल को दबाकर मुझे गरम कर रहे थे. फिर कुछ देर बाद मैंने महसूस किया कि एक बार फिर से उनका लंड टाइट हो गया. तो वो मुझसे कहने लगे कि अब तुम इसको थोड़ा सा प्यार भी तो करो, इसको किस करो जैसा फिल्म में हो रहा है. तो मैंने कहा कि नहीं में यह सब नहीं कर सकती, वो काम करना मेरे लिए बड़ा मुश्किल है और वो बहुत गंदा है, मुझे ऐसा करने में बहुत घिन आएगी, में नहीं कर सकती.
सुनील : क्यों गंदा कहाँ है? में भी तो तुम्हे हर जगह पर किस करता हूँ क्यों यह भी मेरे शरीर का एक हिस्सा ही है और हर आदमी को जब उसकी पत्नी उसके लंड को चूसती है तब बहुत ज़्यादा मज़ा आता है और तभी तो वो जोश में आकर बड़ा होगा और उसके बाद तुम्हे और भी ज्यादा मज़ा देगा.
अब में उनके लंड को थोड़ी देर तक सिर्फ़ अपने हाथ से हिलाती और मसलती रही उसके बाद मैंने उनके पेट पर किस करते हुए में उनके लंड तक पहुंच गयी और तब मैंने लंड पर पहली बार किस किया. तो वो मुझसे कहने लगे कि अरे तुम अब इसका थोड़ा सा टोपा भी अपने मुहं में लेकर देखो वो भी तुम्हारे गुलाबी होंठो की तरह है और तुम इसको आईसक्रीम की तरह चूसकर देखो.
मैंने उनके कहने पर वो सब करना शुरू किया जो वो मुझसे करवाना चाहते थे, लेकिन मुझे वो सब करना इतना अच्छा नहीं लगा और फिर इसलिए मैंने कुछ देर बाद उनको यह सब करने के लिए साफ मना कर दिया और मैंने उनको बहाना बनाकर कहा कि में फिर कभी बाद में करूँगी, वैसे भी अब तक उनका लंड बहुत टाईट हो चुका था और आकार में बड़ा भी जो अब मेरे मुहं में भी नहीं आ रहा था. मुझे उसके लिए अपना पूरा मुहं जबरदस्ती खोलकर रखना पड़ा और उसमे भी मुझे दर्द होने लगा था. अब उन्होंने मुझसे कहा कि चलो आज के लिए इतना ही ठीक है, क्योंकि अब तुम एक बार करने के बाद धीरे धीरे सब कुछ करने लगोगी और फिर में उनके ऊपर लेट गयी, उनका तना हुआ लंड मेरी गर्दन को छू रहा था और मुझे उसका स्पर्श बड़ा गरम लगा.
अचानक से उन्होंने मुझे नीचे कर दिया और वो खुद मेरे ऊपर आ गये, वो मेरे होंठो को बहुत ज़ोर ज़ोर से काटने लगे और मैंने भी जोश में आकर उन्हे कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और कुछ देर बाद वो थोड़ा नीचे आकर मेरे निप्पल को चूसने लगे और में सिसकियाँ लेने लगी उफफ्फ़ अहहह और उनका वो गरम मोटा लंड कभी इधर तो कभी उधर जा रहा था, क्योंकि उसको मेरी चूत में जाने का सही रास्ता नहीं मिल रहा था और तभी मैंने अपने एक हाथ से उनके लंड को पकड़कर उसको अपनी चूत के दरवाजे पर रख दिया और उनका लंड मेरी चूत के दाने को छूकर मेरे गरम जिस्म को और भी ज्यादा जोश में ला रहा था और अब सुनील ने सही मौका देखकर तुरंत एक जोरदार झटका मार दिया, जिसकी वजह से उनका पूरा का पूरा लंड फिसलता हुआ मेरी गीली गरम चूत में समा गया और मेरे मुहं से वो आवाज़ निकल गई अहह्ह्ह्ह आईईईईइ फिर मैंने उनको ज़ोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया और मेरे नाख़ून उनकी नंगी जांघो में चुभ गए और मेरे दर्द को देखकर वो अब बिना हिले कुछ रुके रहे और मेरे निप्पल को पकड़कर सहलाने लगे और फिर जब में शांत होने लगी तो सुनील ने अपनी तरफ से मुझे तेज़ तेज़ धक्के देकर चोदना शुरू किया .
मेरे मुहं से अब अहहहहह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आईईईई और बहुत तेज आवाज़ें निकलने लगी और में कहने लगी कि प्लीज सुनिल धीरे धीरे करो उफफ्फ्फ्फ़ आह्ह्हह्ह सुनिल थोड़ा आराम से करो में क्या कहीं भागी जा रही हूँ? फिर कुछ देर धक्के खाने के बाद अब मुझे भी उसके धक्को में बड़ा मज़ा आने लगा था और सुनील धक्के देने के साथ साथ बीच बीच में रुककर कभी मेरे होंठो को काटने और कभी मेरे निप्पल को चूसने लगे थे. फिर करीब दस मिनट तक यह सब करने के बाद एक बार फिर से उनके लंड का पानी निकल गया जो मुझे मेरी चूत में महसूस होने लगा था और अब में भी उनके साथ साथ शांत होती चली गयी और फिर वो मेरे ऊपर लेटकर मुझसे एकदम चिपककर पड़े रहे.
इस तरह उन्होंने मुझे उस पहली रात को रुक रुककर करीब चार बार चोदा, जिसमें तीन बार उन्होंने मेरी चूत में अपने लंड को डालकर बड़े मस्त धक्के देकर मुझे चोदा और एक बार उन्होंने मेरी गांड में जबरदस्ती अपना लंड डाल दिया. में उस दर्द को किसी भी शब्द में लिखकर नहीं बता सकती मुझे चूत की चुदाई से ज्यादा अपनी गांड मरवाने में बहुत दर्द हुआ और उस दर्द की वजह से मेरी चाल बिल्कुल बदल सी गई. वो दर्द मेरे लिए बहुत दुखदायी साबित हुआ और पांच दिन के बाद वो मुझे हनिमून पर ले गये और उनके साथ हनिमून पर जाने के बाद मैंने बहुत मज़ा किया, तब उन्होंने वहां पर मेरे सब कुछ किया और हर बार मैंने भी उनका पूरा पूरा साथ दिया, क्योंकि अब मुझे उस काम का बहुत अच्छा अनुभव हो चुका था.