यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
रीमा पानी में फ्लोट करने आगे बढ़ी तो राहुल को उसकी जाँघों के नीचे हाथ लगा कर उसके पैरों को सीधा करना पड़ा. इस कोशिश में राहुल के हाथ में उसके मम्मे आ गए. राहुल ने संकोच में हाथ हटाया तो रीमा फिर पानी में गिर सी गयी.
इस पर रीमा ने कहा- राहुल, तुम बिना संकोच के मुझे सिखाओ, मैं मिरांडा हाउस की पढ़ी हुई हूँ, पता नहीं कितनी बार मेरे मम्मे मेरी सहेलियों ने दबाये हैं.अब राहुल उसको लेकर पूल की दीवार के सहारे सहारे चलने लगा और अब उसका हाथ रीमा के मम्मे टकरा भी जाते थे तो उसे कोई संकोच न था.
पर जो भी हो … रीमा ने फ्लोटिंग में काफी बढ़त ले ली थी.रीमा ने सुस्ताते हुए पंकज सारिका के बारे में बताया कि दोनों बहुत एडवेंचरस हैं. सारिका बहुत सेक्सी है और दोनों का सेक्स के प्रति रुझान सोसाइटी में बहुत चर्चित है.
अब आगे:
दोनों को बातें करते देख सीमा चिल्लाई- राहुल, क्या रीमा को ही सिखाओगे … मुझे नहीं?
राहुल तैर कर सीमा के पास आया. सीमा वाल पकड़ कर प्रैक्टिस कर रही थी पर उसके पैर सीधे नहीं हो पा रहे थे. राहुल ने उसकी जांघें पकड़ कर उसे सपोर्ट दी तो पीछे से आकर रीमा ने उसके कान में कहा- इसकी बड़ी चिकनी है, हाथ लगा लो कुछ नहीं कहेगी, ये तो तुम्हारी दीवानी हो गयी है.
सीमा ने सुन लिया तो बोली- कमीनी भाग यहाँ से. राहुल तुम सिखाओ मुझे.
राहुल ने मुस्कुराते हुए अबकी बार एक हाथ उसकी चूत के ऊपर रख दिया तो हँसते हुए सीमा खड़ी हो गयी.
राहुल बोला- क्या हुआ?
सीमा बोली- इधर नहीं, उस वाली वाल पर करती हूँ. वहां अँधेरा था.
इधर आते ही सीमा ने राहुल को एक लिप किस दिया और लगी प्रैक्टिस करने. अबको बार राहुल ने उसके स्विम सूट के ऊपर से ही उसकी चूत सहला दी.
वो दोनों कपल और नीता तो बाहर निकल कर चले गए. पूल में राहुल के साथ सिर्फ सीमा और रीमा रह गये.
सीमा राहुल से बोली- चलो अब बस करो, अब बाहर चलो.
सीमा राहुल का हाथ पकड़ के बाहर ले आई और रीमा भी बाहर आ गयी.
सीमा और रीमा ने कपड़े चेंज किये और राहुल को बाय बोल कर चल दीं.
राहुल कुछ समझ नहीं पाया.
तभी सीमा का फोन आया, बोली- मेरे घर आओ.
राहुल सोच में पड़ गया.
तभी सीमा का दोबारा फोन आया- क्लब के बराबर वाली रोड पर दूसरे टावर में फिफ्थ फ्लोर पर 504 नंबर में आ जाओ.
राहुल ने सोचा पता नहीं क्या माजरा है, देखते हैं.
राहुल सीमा के घर पहुंचा, तो फ्लैट का दरवाजा सीमा ने ही खोला. राहुल अंदर गया तो सीमा उससे चिपट गयी और उसे पागलों की तरह चूमने लगी.
राहुल ने पूछा- घर पर कोई नहीं है क्या?
सीमा बोली कि उसके पति कॉल सेंटर में सीनियर एग्जीक्यूटिव हैं. इस हफ्ते नाईट ड्यूटी है. आठ बजे गए हैं. सुबह 4 बजे आयेंगे.
सीमा राहुल को बेड रूम में खींच ले गयी. उसने राहुल से कहा- लो अब कर लो मेरी चूत में उंगली.
राहुल कुछ बोलता … इससे पहले सीमा ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और नंगी हो गयी.
सीमा गजब की सुंदर लग रही थी … गोरा मखमली बदन … चिकनी चूत … खुले घुंघराले बाल …. सीमा ने राहुल का बरमूडा नीचे खींच दिया और उसका लंड मुंह में ले लिया.
राहुल का लंड 8″ लम्बा और मोटा था. सीमा लंड की टोपी पीछे करके लोलीपॉप की तरह राहुल का लंड चूस रही थी.
अब राहुल से भी बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था. उसने भी सोचा कि अब बहुत हो गया, आज जवानी का ये रूप भी चख लेते हैं.
सीमा ने राहुल की गोटियों तक को नहीं बख्शा. राहुल खड़ा खड़ा कसमसाता रहा और सीमा के घुंघराले बालों में उंगलियाँ फिराता रहा. राहुल को लगा कि वो झड़ने वाला है. उसने सीमा से खुशामद सी की कि वो उसे छोड़ दे, उसका होने वाला है.
सीमा बोली- होने दो!
राहुल ने अपना लंड बाहर निकालना भी चाहा तो सीमा ने उसे और कस के पकड़ लिया और अपनी चूसने की रफ़्तार और बढ़ा दी. राहुल ने एक साथ अपना फव्वारा उसके मुंह में छोड़ दिया. सीमा ने एक बूँद भी बाहर नहीं आने दी … वो उसका सारा माल पी गयी.
राहुल के लिए यह पहला अनुभव था जब किसी ने उसका लंड खाली किया हो और वो ही उसको पी गयी हो.
सीमा के मुंह से कुछ बूंदें बाहर आ गयी थी और एक दो बूंद उसके मम्मों पर टपक गयी थीं.
सीमा की आँखों में एक चमक थी, वह खड़ी हुई और राहुल का टॉप उतार कर उसे भी नंगा किया और फिर वो राहुल का हाथ पकड़ कर बेडरूम में ले गयी. उसने राहुल को जोर से बेड पर धक्का दिया और उसके बगल में लेट कर उसकी आँखों में आँखें डाल कर उसे कभी देखती कभी चूमती.
उसने अपनी एक टांग कुछ इस तरह से राहुल की टांग के ऊपर रखी थी कि राहुल का लंड उसकी चूत से टकरा रहा था. अब जब लंड चूत का मिलन हो रहा था तो लंड का खड़ा होना वाजिब था. थोड़ी देर की चूमा चाटी में ही लंड महाराज दोबारा सलामी देने लगे.
अब सीमा राहुल के ऊपर चढ़ गयी और अपने हाथों से राहुल का लंड अपनी चूत के मुहाने पर रख लिया और फिर आगे पीछे होने लगी. राहुल का लंड उसकी चूत से रगड़ने लगा. अब राहुल से भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था, उसने ताकत लगा कर सीमा को नीचे धकेला, उसकी टाँगें चौड़ायीं और अपना फनफनाता लंड उसकी गुलाबी चूत में एक ही झटके में कर दिया.
सीमा की चीख निकल गयी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
पर अब दोनों एक जान होकर चुदाई में लग गए थे. राहुल का पूरा लंड सीमा कि चूत में अंदर बाहर हो रहा था. सीमा भी नीचे से उछल रही थी. पता नहीं सीमा राहुल के लंड की भूखी थी या उसकी प्यास उसका पति मिटा ही नहीं पाया था, सीमा आज अपनी हर चाहत पूरा कर लेना चाहती थी.
थोड़ी देर के धकापेल के बाद सीमा ने राहुल से नीचे आने को कहा. फिर वो राहुल के ऊपर बैठ कर जोर जोर से उछलने लगी. थोड़ी देर में सीमा को लगा कि वो थक गयी है और झड़ने वाली है, राहुल ने भी कहा- मेरा होने वाला है, कहाँ निकालूँ?
सीमा ने उसे बाहर नहीं आने दिया और उसकी छाती से अपने मम्मे मिला कर उसकी होंठों से अपने होंठ मिला दिए. उसके घुंघराले बाल राहुल के चेहरे को ढके थे.
तभी राहुल ने एक हल्का सा झटका लिया और सीमा को कस के भींच लिया. उसके वीर्य से सीमा की चूत भर गयी थी.
उसने बाहर आना चाहा तो सीमा ने कहा- ऐसे ही लेटे रहो.
पर अब सीमा की चूत से राहुल की मलाई बाहर निकल रही थी तो बिस्तर न खराब हो इसलिए सीमा ने बेड की ड्रावर से दो छोटे तौलिये निकाले. एक से उसने अपनी चूत पौंछी, दूसरे से उसने राहुल का भी लंड पौंछ दिया.
राहुल उठा और सीमा से बाथरूम पूछकर गया और शावर लेने लगा. पीछे से सीमा भी आ गयी और पीछे से उससे चिपटकर वो भी शावर लेने लगी.
थोड़ी देर बाद राहुल अपने फ्लैट पर वापिस आ गया.
रजनी उसे नीचे ही मिल गयी, बोली- क्या बात है, कोई बात नहीं करते?
राहुल बोला- ऐसी कोई बात नहीं!
फिर उसने विजय के लिए पूछा. रजनी ने बताया कि कल विजय आ गए थे और एक दो दिन में ही असम जाना है, एक हफ्ते का टूर है.
रजनी ने विजय से कहा- चलो कोल्ड कॉफ़ी पिला दो.
दोनों सोसाइटी के क्लब में गए.
राहुल को भूख भी लगी थी. दोनों ने कॉफ़ी और बर्गर लिया. वापिसी में लिफ्ट में रजनी ने राहुल को होंठों पर किस किया और बोली- फ्रेंड्स … इतना तो चलेगा न! बस इससे ज्यादा कुछ नहीं. राहुल को उसकी बेबाकी में ईमानदारी दिखी और उसने भी दोस्ताना प्यार से उसके माथे पर किस किया … और मुस्कुरा दिया. अब दोनों के मन में कोई पछतावा नहीं था.
अगले पांच सात दिन इसे ही निकल गए. संगीता अपने पति के साथ 15 दिनों के लिए यूरोप चली गयी थी. रजनी से राहुल की रोज ही मुलाक़ात होती, अक्सर सुबह कि चाय साथ साथ पी लेते. रजनी कभी कॉफ़ी बनाती तो कभी चाय … वो कपड़ों से उतनी ही लापरवाह थी, पर अब राहुल और उसके मन में कोई पाप नहीं था.
रजनी का पति जब भी यहाँ होता तो उसको दबा कर चोदता. तो रजनी का चुदाई का कोटा पूरा ही रहता.
पर एक बात जो राहुल को नयी लगी कि पंकज-सारिका अब कुछ ज्यादा ही बेशर्म होते जा रहे थे. अब वो राहुल को शायद दिखाने के लिए भी ज्यादा ही खुराफात करने लगे थे. रीमा को शायद सीमा से राहुल की नजदीकी का अंदाज लग गया था तो वो अब सीमा और उसे छेड़ने लगी थी. पर अब राहुल भी उसकी बेबाकी की वजह से उससे निश्चिन्त था.
अब कभी उसका हाथ ऐसी वैसी जगह लग जाता तो रीमा बस हंस कर कह देती- सब समझ रही हूँ … तुम फीस वसूल कर रहे हो. कोई बात नहीं, फ्लोटिंग सीख गयी तो टिप भी दूँगी.
शनिवार को सीमा उसके साथ ही रात को राहुल के फ्लैट तक आ गयी. असल में उसे राहुल से ये समझना था कि वो चूंकि अभी बच्चा नहीं चाहती तो वो क्या उपाय करे. वैसे उसने कॉपर टी लगवा रखी थी.
सीमा के पति को आज रात को वापिस नहीं आना था. उसकी 24 घंटे की ड्यूटी थी. तो सीमा ने आज राहुल से बोल दिया कि वो भी डिनर राहुल के साथ ही करेगी तो राहुल दो लोगों के लिए डिनर आर्डर करे.
डिनर से पहले सीमा की रजामंदी पर राहुल ने बियर की दो कैन खोलीं … एक अपने लिए और एक सीमा के लिए. सोफे पर बैठ कर बियर पीते बातें करते कब वक़्त निकल गया.
पर आज सीमा और राहुल दोनों ही संयमित थे. बस बियर देते समय सीमा ने राहुल को एक गहरा चुम्बन दिया था, उसके बाद कुछ नहीं हुआ.
रात के दस बज चुके थे … सीमा ने डिनर माइक्रोवेव में गर्म करके मेज पर लगा दिया.
दोनों डिनर कर ही रहे थे कि तेज बादल गड़गडाने लगे और बिजली चमकने लगी.
सीमा बोली- मैं चलती हूँ बारिश होने वाली है.
राहुल बोला- जल्दी से फिनिश कर लो, मैं छोड़ आऊंगा.
डिनर करके दोनों सीमा के फ्लैट के आधे रास्ते में ही पहुंचे ही थे कि एक साथ तेज बारिश शुरू हो गयी.
सीमा बोली- कि मैं भाग कर चली जाऊँगी, तुम लौट जाओ.
राहुल बोला- किन्हीं अकेली नहीं जाने दूंगा. अब भीग तो गए ही हैं, मैं वापिस आकर कपड़े बदल लूँगा.
बारिश एकदम तेज आई थी. सीमा के फ्लैट तक पहुँचते पहुँचते दोनों तरबतर हो गए.
तभी अचानक सीमा के फ्लैट के टावर में कोई इलेक्ट्रिक फाल्ट हुआ और लाइट चली गयी. अब पांचवीं मंजिल तक सीमा को पैदल सीढ़ियों से जाना था, वो भी अकेले … सीमा को डर लग रहा था. राहुल ने स्थिति को समझा और वो उसका हाथ पकड़ कर सीढ़ियों की ओर चला.
सीमा ने कहा भी कि मैं चली जाउंगी, पर राहुल नहीं माना.
ऊपर फ्लैट तक पहुँचते पहुँचते दोनों थक गए थे. सीमा बोली- तुम अब रुक कर कपड़े बदल कर कॉफ़ी पीकर जाना, वर्ना बीमार पड़ जाओगे.
राहुल ने मना भी किया पर सीमा के भीगे बदन से निकलती आग और उसकी नजदीकी ने राहुल को रुकने पर मजबूर कर दिया. फ्लैट के अंदर आते ही सीमा राहुल चिपट गए और फिर तो उनके बढ़ते कदम बेड पर ले जाकर ही रुके. रास्ते में ही दोनों ने अपने अपने भीगे बदन से कपड़े उतार लिए थे.
सीमा ने एक बड़ा तौलिया राहुल को दिया और एक तौलिया से उसने अपने बदन को सुखाया. पर वो तौलिया भी उनके अंदर जलती कामाग्नि को रोक नहीं पाया.
सीमा ने फटाफट कॉफ़ी बनायी और कॉफ़ी के घूँट लेते लेते दोनों चूमाचाटी में लग गए. कॉफ़ी से शरीर में नयी उर्जा भर गयी थी. सीमा ने राहुल के तौलिया में तम्बू से झांकते बम्बू को हवा लगाने के लिए राहुल का तौलिया खींच दिया और नीचे बैठ कर उसका खड़ा लंड अपने मुंह में ले लिया.
सीमा की लंड चुसाई तो राहुल को पहले भी घायल कर चुकी थी. अब राहुल ने भी सीमा का तौलिया अलग किया और सीमा को गोदी में उठाकर सीधा बेड पर ले गया. राहुल से भी सीमा की जवानी बर्दाश्त नहीं हो रही थी … उसने सीधे ही उसकी चूत पर धावा बोल दिया और अपना लंड एक ही झटके में सीमा की चूत में घुसेड़ दिया.
सीमा भी चुदासी हो रही थी. राहुल ने सीमा के चूतड़ों के नीचे एक तकिया लगाकर सीमा की चूत को अपने और पास किया और लगा अपनी बुलेट ट्रेन को चलाने. पूरा कमरा सीमा की सीत्कारों से भर गया- उम्म्ह… अहह… हय… याह… और चोदो … और जोर से राहुल … आज तो फाड़ ही दो तुम मेरी चूत को …
उसकी चीत्कार राहुल की स्पीड और बढ़ा देती.
अब राहुल उसके मम्मों पर झुका. वो चूसने और चोदने का काम एक साथ कर रहा था. सीमा को भी चुदाई के साथ मम्मे चुसवाने में बहुत मजा आ रहा था. उसने अपने दोनों हाथों से अपने मम्मे गोल करके राहुल के मुंह में दे रखे थे. वो बड़बड़ा रही थी- लो खा लो इन्हें … आज कुछ छोड़ना नहीं … आज निकाल दो सारी कसर.
15-20 मिनट के घमासान चुदाई के बाद राहुल ने सारा माल सीमा की चूत में निकाल दिया.
रात के 11.30 बज रहे थे, राहुल को पहनने के लिए सीमा ने अपने पति की शॉर्ट्स और टी शर्ट दीं. चलते समय एक फ्रेंच किस देकर राहुल निकला.