प्यासी अन्तर्वासना की दुविधा-1
मेरे पति शुरू से ही यौनक्रिया में थोड़े फिसड्डी रहे हैं, मैं अक्सर अतृप्त ही रही. इसी कारण ना चाहते हुए भी मेरे शारीरिक सम्बन्ध गैर मर्दों से बनने लगे थे. इसी सिलसिले में अगली घटना आपके लिए लाई हूँ.
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan
Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband
मेरे पति शुरू से ही यौनक्रिया में थोड़े फिसड्डी रहे हैं, मैं अक्सर अतृप्त ही रही. इसी कारण ना चाहते हुए भी मेरे शारीरिक सम्बन्ध गैर मर्दों से बनने लगे थे. इसी सिलसिले में अगली घटना आपके लिए लाई हूँ.
मेरे पड़ोस की एक आंटी ने मुझसे कुछ पैसे उधार लिए जिसे वो समय पर नहीं चुका पायी. मैंने सोचा कि आंटी की चूत मार कर अपना ब्याज तो वसूल करना चाहिए. क्या मैं ऐसा कर पाया?
मामा के घर में मामी को गैर मर्द से चुदते देख मेरी चूत में खुजली शुरू हो गई. मैंने मामी से बात की तो मामी ने एक अंकल को मेरे साथ सेक्स के लिए बुलाया. फिर क्या हुआ? मेरी इस कहानी में पढ़कर मज़ा लें.
शायरा को अपने नंगेपन का अहसास हुआ तो वो तुरन्त उठकर बैठ गयी. उसने हाथ पैरों से अपना नंगा बदन छुपाया और अपने कपड़ों को ढूँढने लगी जो इधर उधर बिखरे पड़े थे.
उसकी चुत चाटते चाटते मैं खुद ही होश खोने लगा. जैसे जैसे मेरी जीभ शायरा की चुत पर चल रही थी … वैसे वैसे मेरी उसकी चुत के प्रति दीवानगी बढ़ती जा रही थी.
गांड मरवाई की इस कहानी में आपका स्वागत है, मेरी पोस्टिंग दूरदराज गांव में हुई. वहां एक डाक बंगला था. उसके केयरटेकर को गांड चुदाई करने का शौक था. एक दिन मैंने उसे एक लड़के की गांड मारते देखा और फिर …
शायरा मेरे सामने सिर्फ़ गुलाबी पैंटी में थी. जो आगे से पूरी भीगी हुई थी. भीगी पैंटी देख उसकी चुत की महक लेने को अपने आप ही मेरा सिर उसकी जांघों के बीच झुक गया.
जहां एक चूत का भूखा लंड और एक लंड की भूखी चूत साथ में रह रहे हों, वहां पर कोई खुद को भला कब तक कंट्रोल करके रख सकता है. मगर अक्ल की ज़रूरत तो पड़ती है इन कामों में …
मकर संक्रांति को मैं अपने दोस्त के घर गया, उसकी भाभी से पहली बार मिला तो उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया. उस प्यार के पीछे का राज क्या था, मेरी हिंदी सेक्स कहानी पढ़ कर पता लगाएं!
लखनऊ में मैं बंगाली परिवार के घर में किराये पर रह कर पढ़ रहा था. भाबी भैया से काफी छोटी थी. मैं उस हसीं बंगालन को छोड़ने की फिराक में रहने लगा. मेरी हसरत कैसे पूरी हुई?