मेरे लंड ने भुला दी चाची को शराफत-1
यह चुदाई की कहानी मेरी और मेरी पड़ोसन हसीन और भरे हुए जिस्म की मालकिन चाची की है. मैंने उन्हें कैसे गर्म करके पटाया और उनकी चूत का मजा लिया?
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यह चुदाई की कहानी मेरी और मेरी पड़ोसन हसीन और भरे हुए जिस्म की मालकिन चाची की है. मैंने उन्हें कैसे गर्म करके पटाया और उनकी चूत का मजा लिया?
मेरे पति और मुझे सेक्स खूब पसंद है. बिना चुदाई किये रात को नींद ही नही आती. ऐसे में जब मेरे पति का एक पक्का दोस्त हमारे घर आया तो … क्या हुआ?
हमारा चुम्बन प्रगाढ़ होता जा रहा था, एक दूसरे को जैसे पी जाना चाह रहे थे हम. मैंने मेरे हाथ उसके पेट को सहलाते सहलाते फिर से पल्लू के अंदर डाल दिए.
मैं अपने बेटे का एडमिशन कराने गयी तो प्रिंसिपल मेरा पुराना सेक्स पार्टनर निकला. मैं काफी दिन से चुदी नहीं थी तो मेरी चूत भी लंड मांग रही थी. तो मैंने क्या किया?
मैं सोच रही थी समाज में पुरुष और स्त्री के लिए अलग-अलग मानदंड क्यों हैं? पुरुष अपनी मर्जी से किसी से सेक्स कर सकता है पर स्त्री अगर करे तो सारा दोष स्त्री पर?
मैंने अपनी बहन के सर को पकड़कर उसके होंठों पर किस किया और अपना होश खो दिया. मेरी तमन्ना पूरी हो गयी जिसका मुझे बेसब्री से इंतजार था. वो भी मेरा साथ दे रही थी.
उसने मेरी कुँवारी अनचुदी गुलाबी चूत को बड़े गौर से देखा और कहा- मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि मैं खुद अपनी सबसे अच्छी दोस्त की सील तोड़ूँगा!
गौरी की कसी खूबसूरत गुलाबी गांड मारने के लिए मैं मरा जा रहा हूँ। चूत का उदघाटन तो आराम से हो गया था पर उसे गांड के लिए तैयार करना जरा मुश्किल लग रहा है।
मुझे अपने घर में हर तरह की छूट मिली हुई थी. मैं अपनी सहेलियों के साथ मौज मस्ती करती थी. इस छूट का फायदा उठा कर मैंने अपने चचेरे भाई से अपनी अपनी चूत भी चुदवी ली.
मैं मधुर के गालों को चूमते हुए और उसके नितम्बों पर हाथ फिराते हुए यही सोच रहा था पता नहीं गौरी के नितम्बों को चूमने और मसलने का मौक़ा कब मिलेगा।