पडोसी से चूत की प्यास बुझाई
मेरे पति चुदाई तो मेरी रोज़ करते थे पर तसल्ली से नहीं. बस अपना पानी निकाल कर सो जाते थे, मैं प्यासी ही सो जाती. एक बार मैं मायके आयी तो पड़ोसी लड़के पर नजर पड़ी.
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
खुले स्थान पर जैसे छत पर, समुद्र तट या बाग बगीचे में चुदाई की कहानियाँ
Khuli jagah par jaise garden, beech, road side, chhat par chudai ki kahaniyan
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मेरे पति चुदाई तो मेरी रोज़ करते थे पर तसल्ली से नहीं. बस अपना पानी निकाल कर सो जाते थे, मैं प्यासी ही सो जाती. एक बार मैं मायके आयी तो पड़ोसी लड़के पर नजर पड़ी.
मेरी नयी शादी हुई और मेरा मर्द चला गया दिल्ली… और मैं मैं पंजाब में. मेरी सास ने बात समझ मुझे दिल्ली भेजा ट्रेन से … रास्ते में मेरी फुद्दी ने दो फ़ौजी लंड कैसे खाए?
मैं अपनी मौसेरी बहन को चोद चुका था. उसकी शादी तय हुई तो उसने एक बार फिर मुझसे चुदाई की इच्छा जाहर की. उसकी शादी से पहले दिन मैं मौसी के घर पहुँच गया और …
मौसी मुझसे 3 साल बड़ी थी, हम साथ साथ खेला करते थे। उसका तो पता नहीं … पर सिम्मी का साथ मुझे बहुत पसंद था. मैं शायद चाहता था उसे। मेरी चाहत का क्या हुआ?
मेरी फंतासी कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी माँ की चूत चुदाई की कल्पना अपने एक दोस्त पापा के साथ की. मेरी फंतासी है कि मेरी मां मेरे दोस्त के पापा से चुदे।
मैं अपनी बहन की सहेली को उसके घर छोड़ने जा रहा था. रास्ते में उसने मेरे अंदर फिर से सेक्स जगा दिया. अब मैंने उसकी चूत चुदाई का पूरा मन बना लिया! लेकिन क्या वो भी इसके लिए तैयार थी?
जब भी मैं आंटी की बेटी को किस करता आंटी मुझे घूरने लगती. आंटी की प्यास बढ़ती जा रही थी. मौका मिलते ही मैंने उनकी चूचियों को भींचकर, उनकी चूत में उंगली करके पानी निकाल दिया।
मैंने जयपुर से रात की स्लीपर बस में डबल वाली सीट पर आराम से लेटा था. तभी सीट पर एक मस्त लड़की दिखी. मैंने कैसे उसे पटाया और फिर उसके जवान जिस्म का मजा लिया.
मेरी गर्लफ्रेंड काफी खुले विचारों की थी. एक बार उसका ग्रुप सेक्स यानि कई लंड से एक साथ चुदाई करवाने का मन हुआ. तो हम दोनों ने क्या किया. पढ़ें और मजा लें!
मैं अपनी मौसी के साथ नानी के घर रात को ट्रेन से जा रहा था, ग़लती से ट्रेन में लेडीज कोच में चढ़ गए. मेरे चारों तरफ औरतें ही थी. उन औरतों ने हमारे साथ क्या किया?