प्यासी अन्तर्वासना की दुविधा-4

मैंने कुछ पल सोचा कि कम से कम ये चाट कर ही मुझे झड़ने में मदद करे, तो कुछ राहत मिले. तो मैंने उसकी बात मान ली और अपनी साड़ी कमर तक उठा कर पैंटी निकाल दी.

जीजा साली का ट्रेन में संगम

एक बार मैं, मेरी बहन और मेरे जीजाजी ट्रेन में गोवा जा रहे थे. ट्रेन में हालात कुछ ऐसे बने कि मैं अपने जीजा से चुद गयी. कैसे चुदी, कैसे मेरे जीजा ने मेरी चूत की सील तोड़ी, पढ़ें ओर मजा लें!

ट्रेन में मिला मोटा लंड

मैं ट्रेन से दिल्ली से बंगलौर जा रही थी. मेरे सामने वाली सीट पर एक हैंडसम लड़का था. वो मुझे अच्छा लगा. उससे कैसे मेरी दोस्ती हुई और हम दोनों ने ट्रेन में क्या क्या किया? पढ़ें.

ठंडी रात के सफ़र में चूत की गर्मी

नमस्ते दोस्तो, मैं राजीव खंडेलवाल जालना महाराष्ट्र में रहता हूँ. मेरी उम्र 40 साल है और शादीशुदा हूँ. मेरी हाइट 5 फुट 3 इंच और हथियार 6 इंच का है. मेरी सेक्स लाइफ अच्छी चल रही है. आज मैं अपने साथ घटी एक घटना बता रहा हूं. बात है दिसंबर 2016 की है, उस समय […]

चलती ट्रेन में मेरी चुदाई

मैंने कभी चुदाई नहीं की थी. अम्बाला से जोधपुर जाते हुए ट्रेन में मुझे एक आंटी मिली और मुझे अपने जीवन की पहली चूत चुदाई करने को मिली. आप पढ़ें और आनन्द लें कि ये सब कैसे हुआ.

हुस्न की गर्मी से मची चूत में खुजली-2

जब हुस्न की दो परियाँ एक जगह इकट्ठी हो जाएँ तो उनमें आपस में इर्ष्या स्वभाविक है. मेरे पड़ोस में दो खूबसूरत भाभियाँ इस जलन के कारण क्या क्या कर गुजरने पर उतारू हो गयी. पढ़ें इस कहानी में!

मैडम को सिनेमा हाल में चोदा

मैं एक दिन कम्पनी मैं एक कम्प्यूटर को ठीक करने गया. वहाँ मुझे एक लड़की चोदने लायक माल लगी. मैंने उसको चोदने के लिए कैसे प्लान बनाया इस सेक्सी स्टोरी में पढ़कर मज़ा लें।

बस स्टॉप के पीछे मजेदार सेक्स

मेरे काल सेण्टर में काम करने वाली एक लड़की मुझे पसंद करने लगी, उससे मेरी दोस्ती हो गयी. एक बार सिनेमा हाल में हम दोनों आपस में चूमाचाटी से गर्म हो गए और …

लेस्बियन सेक्स मस्ती बस में

मैं अपनी सहेली के साथ स्लीपर बस में हरियाणा से राजस्थान जा रही थी. रात का सफ़र था. चलती बस में हम दोनों ने कैसे एक दूसरी को लेस्बियन सेक्स का मजा दिया. पढ़ें!

गैर लंड से चुदाई का सुख

मेरी सहेली ने रोज नए नए लंड लेने की बात बतायी तो मेरी चूत भी गीली हो गयी गैर मर्द के लंड की तमन्ना से … लेकिन इसमें डर लगा बदनामी का … फिर मेरी चाह कैसे पूरी हुई?