अधूरे सपनों की दास्तान-4
मैंने अपनी बहन और भी को सेक्स करते देखा तो वे दोनों मुझे समझाने लगे कि वे क्या कर रहे थे. उन्होंने मुझे बताया कि वे दोनों एक दूसरे के यौन अंगों की खुजली मिटा रहे थे. फिर वे मुझे करके दिखाने लगे.
अन्तर्वासना सेक्स कहानी with thousands of hindi sex stories in hindi.
नोन वेज यानी की चोदने की और चुदवाने की रसीली कहानियां. पता नहीं इसका नाम नोन वेज किसने रखा था! लेकिन हमारे बहुत सब वाचक मित्रों को इसी नाम से हिंदी सेक्स कहानियाँ खोजने की आदत है!
Non veg story jisme chudne aur chodne ki baatein aap ke lie sex ke anubhaw karne wale ya use dekne wale logo ne likhi hui he.
Sexy non-veg sex stories of people who either experienced it or they saw it live being done. These horny Indian Hindi stories will make you give a hard-on or watery pussy!
मैंने अपनी बहन और भी को सेक्स करते देखा तो वे दोनों मुझे समझाने लगे कि वे क्या कर रहे थे. उन्होंने मुझे बताया कि वे दोनों एक दूसरे के यौन अंगों की खुजली मिटा रहे थे. फिर वे मुझे करके दिखाने लगे.
मेरे दोस्त की बीवी मुझे अपने सेक्स जीवन के बारे में बता रही थी. एक बारिश वाली रात में उसने अपनी बहन और भाई को एक अकेले कमरे में नंगे देखा, भाई नंगी बहन के ऊपर लेटा हुआ था और उसके चूतड़ ऊपर नीचे हो रहे थे.
मैनेजर ने मेरी चूत चुदाई के लिए जीजा को बाहर भेज दिया और मेरी चूत को चाट कर गर्म किया, फिर मुझे चोदना शुरू कर दिया. मैं भी उसके मोटे लंड से चुदकर मस्त होने लगी.
अपनी बहन को सेक्स की गोली खिला दी क्योंकि मैं सेक्स के लिए उत्तेजित करना चाहता था. मैं छिप कर अपनी बहन की हरकत देखने लगा तो पता चला कि वह भी लंड की प्यासी है.
मैं अपने गांव गया तो मेरी बुआ भी आई हुई थी. वैसे तो सब नॉर्मल था लेकिन मेरे ताऊ जी और बुआ के बीच मुझे कुछ खिचड़ी पकती हुई दिखाई दी. मैंने जासूसी की तो पता चला कि
अपने भाई की ये अदा मुझे बड़ी पसंद थी. वो धीरे धीरे प्यार करते करते अचानक से जंगली हो जाता था, जब मैं इसकी कामना भी नहीं कर रही होती थी. यह बात मुझे और उत्तेजित करती थी.
मेरा भाई मुझे कई तरीकों से गर्म कर रहा था. पहले हॉल में, फिर सड़क पर, फिर यहां अपनी ही बिल्डिंग में मुझे नंगी घुमा रहा था. मैं अब इतनी गर्म हो चुकी थी कि मुझे जिस मर्द का भी लंड मिले, मैं उससे चूत खोल कर चुद जाऊं.
सबसे ज्यादा मस्ती तो एक क्रॉसी को तब आता है, जब कोई उसकी गांड को अपनी जीभ से कुरेदता है और वही मजा इस वक्त मुझे मिल रहा था.
यह कहानी बताते हुए बहुत शर्म आ रही है पर मैं करूं भी तो क्या … मुझे अपने दिल का बोझ हल्का करना है. मेरी माँ की फिगर अच्छे अच्छों का ध्यान भटका देती है. एक बार क्या हुआ कि
नम्रता आयी, उसने अपनी गीली चूत को सीधा मेरे मुँह पर रख दिया. उसकी चूत से पेशाब की गंध आ रही थी. दूसरी तरफ नम्रता ने मेरे सोये हुए लंड को मुँह में भर लिया.