सालगिरह की यादगार चुदाई की कहानी-4
हाई फ्रेंड्स! मेरी कहानी के तीसरे भाग सालगिरह की यादगार चुदाई की कहानी-3 से आगे पढ़िए… रात के 10:30 बजे थे कि मेरे फ़ोन की घण्टी बजी। मैंने फोन उठाया- हलो! ‘मेमसाब सो गई क्या, दरवाजा खोलिये!’ अब यह कौन है? यही सोच रहे हैं ना, शहर के फ्लैट में क्या गुल खिल रहा है। … Read more