नमस्ते दोस्तों, आज जो सेक्स कहानी मैं आप सबको सुना रहा हूँ मेरे जीवन की एक सच्ची घटना है. उम्मीद है मेरी कहानी आपका भरपूर मनोरंजन करेगी. जो पाठक नये हैं उनके लिए मैं अपना परिचय फिर से देना चाहूंगा.
मेरा नाम गौरव है और मैं पुणे का रहने वाला हूं. मैं एक साधारण सा दिखने वाला 28 साल का लौंडा हूं. शादी अभी तक हुई नहीं है. किंतु औरतों के साथ सुहागरात मानने का बहुत शौकीन हूं. मुझे शादीशुदा औरतें बहुत पसंद हैं. मैं हमेशा ऐसे किसी मौके की तलाश में रहता हूं जहां मुझे कोई नई चूत मिल सके.
बात एक साल पहले की है. मैं अपने ऑफिस में कुछ काम ना होने की वजह से अपने लैपटॉप पर अपने पोस्ट किए हुए विज्ञापनों को रिव्यूव कर रहा था. जहां मैंने एड पोस्ट की थी उसमें जो मेल आईडी मैंने दिया हुआ था वहां पर एक लेडी का कमेंट भी था.
उसमें लिखा था कि वो मुझसे मिलना चाहती है. मैंने उससे उसका पता व फोन नम्बर देने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया. आप लोग तो जानते ही हो कि अपने देश में फेक आईडी चलाने वाले भी बहुत लोग होते हैं.
मुझे लगा कि कोई मेरे साथ मजाक कर रहा है इसलिए मैंने उस पर ध्यान नहीं दिया. उस मेल में मैंने अपना नम्बर छोड़ दिया. मुझे लगा कि अगर यह कोई रियल फीमेल होगी तो मुझे खुद ही कॉल कर लेगी.
3-4 दिनों के बाद मुझे एक अन्जान नम्बर से कॉल आया. मैंने उससे पूछा- कौन बात कर रहा है?
तो दूसरी तरफ से एक लेडी की आवाज आ रही थी. उसने अपना नाम स्नेहा बताया था.
मैंने उससे पूछा- आपको ये नम्बर कहां से मिला?
तो वह बोली- आपने ही एक विज्ञापन में ये नम्बर दिया था.
मैं समझ गया कि शायद मेरे मेल से किसी ने कॉल किया है. मुझे याद आ गया कि 3-4 दिन पहले मैंने अपना नम्बर मेल में छोड़ा था. फिर मैं उससे बात करने लगा.
उसने कहा कि उसकी उम्र 38 साल है और उसका तलाक हो चुका है. वो भी पुणे में ही जॉब करती है. उसको उस शादी से कोई बच्चा भी नहीं हुआ था.
फिर मैंने उसको अपने बारे में बता दिया. मैंने कहा कि मैं एक साधारण सा दिखने वाला लड़का हूं. मेरी उम्र 28 साल है. मुझे शादीशुदा औरतें और भाभियां ज्यादा पसंद हैं. वो भी मेरी जरूरत को समझ गयी.
उसके बाद हमने मिलने का प्लान किया. एक कॉफी शॉप में हमने मिलने का प्लान किया.
मैं तय समय पर पहुंच गया था. तभी मुझे उसका कॉल आया. उसने कहा कि वो भी पहुंच गयी है. फिर मैंने उसे अपनी पहचान बताई.
चूंकि हमने व्हाट्सएप पर एक दूसरे की तस्वीर शेयर करके देख ली थी तो हमें पहचानने में कोई दिक्कत नहीं हुई. जब मैंने उस भाभी को करीब से देखा तो मेरे लंड ने उसे उठ कर सलामी दे दी.
वह महिला भले ही देखने में किसी हिरोइन के जैसी नहीं थी लेकिन मगर फिर भी आकर्षक लग रही थी. उसकी चूचियां 38 के साइज की थीं. मेरी नजर उसके उभारों से हट नहीं रही थी. वह एक सिंपल सी पंजाबी ड्रेस में आई थी. उसका ड्रेस बहुत ही टाइट था. जिससे मुझे उसके बूब्स का साइज भी साफ समझ में आ रहा था.
हमने कॉफी ऑर्डर की और बातें शुरू हो गयीं.
मैंने उससे पूछा कि उसका डाइवोर्स क्यों और कब हुआ?
उसने बताया कि उसका पति कोई काम नहीं करता था और उसी की कमाई से जीता था और साथ में शराब पी कर उसे मारता था. इसलिए डाइवोर्स ले लिया.
कुछ देर हमारी इधर उधर की बातें हुईं. फिर उसने कहा- चलो घर चलते हैं, वैसे भी ये कोई कॉफी पीने का टाइम नहीं है कुछ और पिलाती हूं.
ये सुनते ही मेरे मन में लड्डू फूटने लगे.
मैंने अपनी बाइक ली और उसके साथ निकल पड़ा. वो भी स्कूटी पर आई थी. वो मेरे घर के रास्ते पर ही चली जा रही थी और मैं उसके पीछे पीछे चल रहा था.
मेरे घर से कुछ 3-4 किमी की दूरी पर ही वो एक बिल्डिंग में रहती थी. वहां पहुंच कर वो बिल्डिंग की पार्किंग में गाड़ी पार्क करने लगी. मैंने भी वहीं अपनी गाड़ी लगाई और स्नेहा के साथ चल पड़ा.
उसका फ्लैट सबसे ऊपर वाले फ्लोर पर था. हम लोग लिफ्ट से गये. मन तो कर रहा था कि लिफ्ट में ही उसकी चूचियों को दबा दूं लेकिन मैंने खुद को रोके रखा.
फिर मैंने उससे दोबारा कन्फर्म किया कि वो अकेली ही रहती है या कोई और भी रहता है साथ में?
तो वो कहने लगी कि मैं तुम्हें खा नहीं जाऊंगी. इतना घबराने की जरूरत नहीं है.
फिर मैं मुस्कराने लगा और वो भी हंसने लगी.
हम उसके घर में गये और उसने मुझे सोफे पर बैठने के लिए कहा. वो मेरे लिये किचन से पानी लेने गयी. उसकी मस्तानी चाल देखकर मेरा लौड़ा उछल पड़ा. उसको चोदने का मन करने लगा.
कुछ देर के बाद वो एक पानी की बोतल लेकर मेरे पास आई. उसने टीवी ऑन कर दिया.
मुझसे बोली- तुम टीवी देख लो, तब तक मैं चेंज करके आती हूं.
उसके बाद वो दोबारा से अंदर चली गयी.
मैं उसका इंतजार करने लगा. फिर वो थोड़ी देर के बाद चेंज करके वापस आई. उसने एक पतला सा गाउन पहना हुआ था. उसके घुटने तक ही उसको कवर कर रहा था उसका गाउन.
मेरे पास आकर वो बोली- क्या लेना पसंद करोगे? व्हिस्की या वोडका?
मैंने कहा- व्हिस्की ही ठीक है.
फिर वो व्हिस्की की एक बोतल लेकर आई. उसके साथ में गिलास और सोडा भी.
हम दोनों साथ में बैठ कर पीने लगे.
मैंने उससे पूछा कि आपने मेरी कौन सी ऐड देखी थी तो उसने बताया कि मसाज वाली एड देखी थी.
मैंने कहा- तो फिर मसाज करवाना चाहोगी?
वो बोली- पहले अपनी ड्रिंक तो खत्म कर लो.
मैंने अपना पैग खत्म कर लिया. इतने में ही उसने दूसरा पैग बना दिया था.
फिर वो बोली- तुम इस प्रोफेशन में कब से हो?
मैंने उसको सब सच-सच बता दिया कि मैं कोई प्रोफेशनल मसाजर नहीं हूँ.
वो बोली- तो फिर वो ऐड कैसे?
मैंने कहा- वो तो मैंने इसलिए पोस्ट की हुई है कि लेडी मुझे उसके जरिये कॉन्टेक्ट कर सके और अगर किसी को मेरे साथ सेक्स करना हो तो वह भी ऑप्शन होता है. इसके लिए मैं कोई पैसा नहीं लेता हूं क्योंकि यह मेरा शौक है और मुझे ये सब करना पसंद है.
ये सब सुन कर वो अब थोड़ा खुलकर बातें करने लगी.
फिर मैंने कहा- अब प्वाइंट की बात करते हैं. मुझे ये बताओ कि मसाज कहां पर करनी है.
वो बोली- बेडरूम में चलो.
मैंने उससे तेल की शीशी लेने के लिए कह दिया. फिर हम दोनों उसके बेडरूम में चले गये. वहां अंदर जाकर मैंने उसको पेट के बल लेटने के लिए कहा.
उसने वैसा ही किया. अपना गाउन निकाल कर वो पेट के बल लेट गयी.
स्नेहा को ब्रा और पैंटी में देख कर मेरे होश उड़ने लगे. हम दोनों को नशा भी हो रहा था. मैंने उसको ब्रा भी निकालने के लिए कह दिया. उसने तुरंत ब्रा को निकाल कर अलग कर दिया. मैंने उसकी पीठ पर तेल लगा दिया.
फिर मैंने उसको मसाज देना शुरू कर दिया. वह आराम से अपनी आंखें बंद करके लेटी हुई थी. मेरे हाथ उसकी पीठ को मसाज दे रहे थे. धीरे धीरे मेरे हाथ उसकी चूचियों को छूकर लौट रहे थे.
नीचे आते हुए मैं उसकी पैंटी में भी हाथ डाल देता था. कभी उसको पैंटी को नीचे की ओर खींच लेता था. उसके बाद काफी देर तक मैंने उसे मसाज की. उसकी चूचियों के निचले भाग को कई बार दबा चुका था मैं. उसको मजा आ रहा था.
जब उससे रहा न गया तो वह एकदम से उठ गयी और मेरे लंड पर हाथ से सहलाने लगी. उसने मुझे चूमना शुरू कर दिया. मैंने भी उसके होंठों को पीना शुरू कर दिया.
अब वो मुझे पागलों की तरह चूमने लगी. मैं भी उसको चूसने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था. मेरे हाथ उसकी चूचियों को दबा रहे थे और उसके मम्मों को जोर से सहला रहे थे. उसके मुंह से निकलने वाली सिसकारियां तेज होने लगी थीं.
हम दोनों अब एक दूसरे की सांसों को फील कर रहे थे. मेरे हाथ उसके बूब्स की मसाज करने में व्यस्त थे. दूसरे हाथ से मैंने उसकी पैंटी को भी खींच कर अलग कर दिया था. स्नेहा अब पूरी की पूरी नंगी हो गयी थी.
फिर स्नेहा ने मेरे कपड़े निकालने भी शुरू कर दिये. उसने मेरी शर्ट निकाली और मेरे कंधों और छाती को चूमने लगी. मेरी गर्दन पर किस करने लगी. मुझे मजा आने लगा.
फिर वो मेरी पैंट को खोलने लगी. मैंने अपनी पैंट को खुद ही अपनी टांगों से अलग कर दिया. फिर उसने मेरा अंडरवियर भी खींच लिया और मुझे पूरा नंगा कर दिया. मेरा लंड देख कर उसकी आंखों में चमक आ गयी. वो मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी.
उसके कुछ देर के बाद उसने मुझे फिर से चूमना और चूसना शुरू कर दिया. वो मेरे पूरे बदन पर किस कर रही थी. अब मुझे भी जोश चढ़ गया था. मैंने उसकी गर्दन को पकड़ कर अपने लंड की ओर उसके होंठों को कर दिया.
वो मेरा इशारा समझ गयी और मेरे लंड को उसने मुंह में भर लिया.
स्नेहा मेरे लंड को तेजी के साथ चूसने लगी. मुझे बहुत मजा आने लगा. मैं उसके बालों को पकड़ कर अपने लंड पर उसके सिर को दबाने लगा. मैंने पूरा लंड उसके मुंह में दे दिया.
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गये. मैंने उसकी चूत पर मुंह रख दिया और वो मेरे लंड के साथ खेलने लगी. कभी मेरे सुपारे को चाट लेती तो कभी मेरी गोटियों को मुंह में भर लेती. मैं भी उसकी चूत को चाट रहा था. उसकी चूत में जीभ देकर उसकी चूत को गर्म कर रहा था. उसकी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था.
उसकी चूत का रस मेरे मुंह में जा रहा था. मेरे लंड का हाल बेहाल हो गया था. दोनों पूरे जोश में आ चुके थे.
फिर वो एकदम से सिसकारियां लेने लगी- अह्हह आह्ह … आह्हह … करके उसकी चूत ने बहुत सारा पानी छोड़ दिया. मैंने उसकी चूत का सारा पानी पी लिया.
उसके बाद उसको बेड पर सीधी पटक लिया. मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी चूचियों को जोर से दबाने लगा. वो भी कसमसाने लगी. मेरे होंठों से मेरी लार को खींचने लगी. मैं उसके ऊपर लेट कर उसके होंठों को पीते हुए उसके बूब्स को मसलने लगा.
कभी उसके निप्पल्स को मुंह में लेकर चूस रहा था तो कभी दांतों से काट रहा था. वो जैसे पागल हो चुकी थी. मुझे पागलों की तरह चूम रही थी. मेरी पीठ पर नाखून से खरोंचने लगी थी.
अब मैं दोबारा से उसकी नाभि को किस करता हुआ उसकी चूत की तरफ बढ़ रहा था. उसका पूरा बदन कांप रहा था. मैंने उसकी चूत में मुंह दे दिया और उसकी चूत में जीभ से चाटने लगा. वो मेरे सिर को अपनी चूत में दबाने लगी.
‘उम्म्ह… अहह… हय… याह… इसस्स .. श्स्स् … याह्हह …’ करके उसके मुंह से कामुक सिसकारियां निकल रही थीं. ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत दिनों से प्यासी हो.
मैं भी उसको पूरा मजा देना चाहता था. मुझे भी बहुत मजा आ रहा था. फिर मैंने उसकी चूत में उंगली डाल दी और उसकी चूत में उंगली चलाने लगा. दूसरे हाथ से मैंने उसकी चूचियों को मसलना शुरू कर दिया. वो एकदम से पगला गयी और तेज तेज चीखने लगी. उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा था.
हम दोनों के बदन पसीने से पूरे भीग चुके थे. वो उठी और मेरे लंड को मुंह में भरकर जो से चूसने लगी. मेरे टोपे को सहलाने लगी. अपनी जीभ से चाटने लगी. मैंने उसे हटाने की कोशिश की लेकिन वो मेरे लंड को जैसे खा जाना चाहती थी.
पांच मिनट तक मेरे लंड को चूसते रहने के बाद मैंने उसके मुंह में ही वीर्य छोड़ दिया. हम दोनों हांफ रहे थे. उसके बाद मैंने उससे कहा कि चलो साथ में शावर लेते हैं.
फिर हम उठ कर बाथरूम में चले गये. शावर में उसके गीले बदन को देख कर मेरा मूड फिर से बन गया. हम दोनों एक दूसरे के साथ लिपटने लगे. दोनों चूमा-चाटी करने लगे. मैं उसकी चूचियों से खेलने लगा और वो मेरे लंड से खेलने लगी.
हम दोनों के बदन तप रहे थे. शावर का पानी बर्फ जैसा लग रहा था. हम दोनों एक दूसरे के बदन को चूस और चाट रहे थे. फिर से जोश में आने के बाद हम दोनों बाहर आ गये और फिर से बेड पर लेट गये.
वो बोली- मैंने बहुत दिनों के बाद किसी मर्द को अपने बदन को छूने दिया है. आज तुम कोई कसर मत छोड़ना.
मैं उसका इशारा समझ गया. मैं उसकी चूचियों को पीने लगा. वो नीचे से अपनी गांड को उठाकर मेरे लंड को चूत में लेने की कोशिश करने लगी. मेरा लंड तना हुआ था. मगर उसकी कोशिश नाकाम रही और वो किसिंग का मजा लेने लगी.
फिर मैंने उसकी चूत पर लंड को रख दिया. फिर मैंने उसके होंठों को पीना शुरू कर दिया लेकिन लंड अभी भी उसकी चूत पर लगा हुआ था. वो मुझे अपनी चूत की ओर खींचने लगी. उसी वक्त मैंने उसकी चूत में लंड से धक्का दे दिया.
मेरे लंड का सुपारा उसकी चूत में घुस गया और उसकी चीख निकल गयी- आह्ह आआ … आआह …. करके वो चिल्ला उठी.
तभी मैंने दूसरा धक्का भी उसकी चूत में दे मारा और पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
वो कराहने लगी- आह्ह … मार डाला आआ … आह्ह … आराम से यार!
दर्द के मारे उसकी आंखों में पानी आ गया. ऐसा लग रहा था जैसे पहली बार वो अपनी चूत को चुदवा रही हो.
मैंने उसके दर्द की ओर ध्यान नहीं दिया और उसकी चूत की चुदाई शुरू कर दी क्योंकि मैं पूरे जोश में आ चुका था. कुछ ही देर के बाद वो गांड उठा उठा कर चुदने लगी.
अब वो बड़बड़ा रही थी- आह्ह चोदो मुझे … जोर से … ओह्ह … और जोर से … फाड़ दो चूत को।
पूरे रूम में अब फच-फच की आवाज गूंजने लगी थी. चुदाई करते हुए मैं कभी उसके मम्मों को चूस रहा था तो कभी उसके निप्पलों को काट रहा था.
20 मिनट की लगातार चुदाई के बाद उसका बदन अकड़ने लगा. मैं समझ गया कि ये झड़ने वाली है. मैंने अपनी रफ़्तार और तेज की और उसकी चीखें और ज़ोर ज़ोर से निकलने लगीं.
इसी के साथ हम दोनों झड़ गये. कुछ देर हम ऐसे ही पड़े रहे. फिर उसने कहा कि उसे बहुत मज़ा आया और ऐसी चुदाई उसकी पूरी जिंदगी में किसी ने उसके साथ नहीं की।
दोस्तो उस रात मैंने उस लेडी की चूत 3 बार मारी और फिर गांड चुदाई का भी मज़ा लिया क्योंकि किसी महान पुरूष ने कहा है कि लड़की और ऑडियो कैसेट को जब तक दोनों तरफ से नहीं बजाओ, तब तक मजा नहीं आता है.
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