गर्ल स्टूडेंट सेक्स कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली एक लड़की की है जो लॉकडाउन में मेरे पास पढ़ने आने लगी. उसका जिस्म सेक्सी था तो मन में चुदाई के ख्याल आने लगे.
यह कहानी मई 2020 में उस वक्त की है, जब देश में पहला लॉकडाउन लगा था.
गर्ल स्टूडेंट सेक्स कहानी शुरू करने से पहले में अपने बारे में बता देता हूँ.
मेरा नाम जय चौधरी है. मैं सीकर (राजस्थान) का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र 28 साल है और हाइट 5 फिट 8 इंच है. मैं रोज़ाना 5 किलोमीटर दौड़ लगाता हूँ तो शरीर एकदम देसी है.
हर एक औरत को चुदाई के लिए मेरे जैसा मर्द ही चाहिए होता है.
पाठिकाओं की पसंद के लिए सबसे जरूरी जानकारी लंड के साइज़ की होती है. मेरा लंड साढ़े छह इंच का ख़ासा मोटा है जो किसी भी चूत को फाड़ने के लिए हर समय तैयार रहता है.
पेशे से मैं एक कोचिंग में टीचर हूँ.
मैं जिस अपार्टमेंट में रहता हूँ, वहीं सामने एक फ़ैमिली रहती है. उनके घर में एक लड़की है, जो 12वीं में पढ़ती है.
लॉकडाउन की वजह से सब स्कूल और कोचिंग बंद हो गए थे तो उन्होंने मुझसे सम्पर्क किया कि हम तो एक ही बिल्डिंग में हैं तो कोरोना का ख़तरा भी नहीं है. लॉकडाउन में लड़की का कोर्स भी पूरा हो जाएगा.
मैं भी उस समय पूरा फ़्री था तो मैंने सोचा कि इस समय में कुछ आय हो जाएगी.
वैसे भी घर पर पड़ा पड़ा अकेला बोर भी नहीं होऊंगा.
मैं अपने घर में अकेला इस वजह से था कि मेरी फ़ैमिली गांव गई हुई थी.
उस लड़की का नाम निशा था. उसकी 34 साइज़ की चूचियां थीं और बदन ऐसा कि एक बार कोई देख भर ले, तो उसे रात दिन बस चोदने के सपने आने लगें.
वैसे भी आजकल की लड़कियां फ़िगर पर बहुत ध्यान देती हैं और अपनी बॉडी को एकदम मस्त बना कर रखती हैं.
निशा हमारे तय दिन और समय के अनुसार पढ़ने के लिए आने लगी.
पहले दिन तो उसका छोटा भाई भी आया था, पर जब हम पढ़ने लग गए तो वो बोर होने लगा और वापिस अपने घर चला गया.
लगभग एक महीने तक हमारी पढ़ाई ज़ोर शोर से चल रही थी और वो अच्छा परफॉर्म कर रही थी.
धीरे धीरे हम दोनों घुलने मिलने लगे; पढ़ाई के साथ साथ थोड़ी बातें भी होने लगीं.
धीरे धीरे हमारे बीच मस्ती मज़ाक़ भी हो ज़ाता था. चूंकि घर पर हम दोनों ही हुआ करते थे, तो कोई भी रोकने टोकने वाला भी नहीं था.
मुझे अब उसकी बातों और हावभाव से महसूस हुआ कि अगर कोशिश की जाए, तो इस माल को चोदा जा सकता है.
सच बताऊं तो मेरी गांड भी बहुत फट रही थी कि कहीं कोई लफड़ा हो गया तो रायत फ़ैल जाएगा.
पर लंड को नई चुत चाहिए थी, तो कोशिश करने का मन बना लिया.
अगले दिन से ही मैं उस पर जोर-शोर से ट्राई करने लगा.
कभी बातों बातों में मैं उसका हाथ पकड़ लेता, कभी हाथ दबा देता.
वो भी कुछ नहीं बोलती.
इससे मेरा हौसला और बढ़ने लगा.
एक दिन हम दोनों पढ़ाई के बीच बात कर रहे थे तो मैं उसका हाथ पकड़ कर उससे बात करने लगा.
मैंने बातों बातों में उससे पूछा- मेरा हाथ पकड़ना तुम्हें अच्छा लगता है क्या?
उसने कहा- हां बहुत अच्छा लगता है.
अब तो मैं भी बिंदास हो गया और धीरे धीरे मामला और आगे बढ़ने लगा.
मैंने उससे पूछा- तुम्हारा कोई बॉयफ़्रेंड है क्या?
उसने कहा कि पहले तो कई रहे थे, मगर बाद में एक ज्यादा पसंद आ गया था. उससे बात होती थी, पर अब लॉकडाउन की वजह से सिंगल हो गई हूँ.
फिर उसने मुझसे पूछा- आप तो इतने स्मार्ट हो, आपकी तो कई गर्लफ़्रेंड रही होंगी?
मैंने कहा- हां रिलेशनशिप तो कई से रही है, पर अब तो लॉकडाउन की वजह से मेरी भी तुम्हारे वाली ही हालत है.
वो हंस दी.
मैंने थोड़ा और आगे बढ़ते हुए उससे कहा- वैसे पसंद तो तुम भी हो, चाहो तो बिना किसी को पता चले हम दोनों कुछ कर सकते हैं. तुम्हारा काम भी हो जाएगा और मेरा काम भी हो जाएगा.
उसने पहले तो मना किया.
फिर मैंने उससे बोला- मुझे पूरा अनुभव है. तुम्हें नुक़सान नहीं होगा, फ़ायदा ही होगा … टेन्शन मत लो.
उसने मेरी तरह देखा और स्माइल करती हुई बोली- कैसा फ़ायदा?
मैंने कहा- ये तो तुम भी समझ रही हो … बाक़ी जैसा फ़ायदा तुम चाहो, मैं दे सकता हूँ.
उसने कहा- आज सोचने का टाइम दो, कल सोच कर बताती हूँ.
वैसे मुझे 100% पक्का था कि ये हां ही कहेगी इसलिए उसके जाने के बाद मैं पूरी बॉडी के बाल वगैरह साफ़ करके एकदम तैयार हो गया.
शाम को मैंने घी गर्म किया और लंड की मालिश करके लंड को नई चुत के लिए तैयार करने लगा.
वैसे जो दोस्त अपना लंड मज़बूत करना चाहते हैं, उनको सप्ताह में एक बार घी से मालिश जरूर करनी चाहिए और अंजीर भी खाना चाहिए.
मेरी ये डाइट काफ़ी सालों से चल रही है. उसका फ़ायदा ये हुआ कि मैं रात रात भर में किसी की चुत को 5-6 बार भी चोदूँ, तो कमजोरी नहीं आती है.
ख़ैर … अगले दिन वो आयी और स्टडी करने बैठ गई.
हम दोनों बातें करने लगे.
आज मेरा पढ़ाने में बिल्कुल भी मन नहीं लग रहा था; मेरे दिमाग़ में बस इस फंटिया की चुत चोदना चल रहा था.
मैंने उससे पूछा- तो क्या सोचा तुमने?
उसने बताया- वैसे तो आप मुझे पसंद हो, पर अपना रिलेशन ज़्यादा चल नहीं सकता. तब भी अभी के लिए मेरी हां है, क्योंकि आपके साथ कुछ यादें बन जाएंगी और कुछ नया टेस्ट भी हो जाएगा. इस समय हम दोनों ही सिंगल हैं.
बस फिर क्या था. उसकी हां करते ही मैंने उसको अपने पास खींचा और उसको अपनी गोद बैठने को कहा.
वो मेरे पास होकर बैठ गई, गोद में नहीं बैठी.
मैंने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और धीरे धीरे दबाते हुए सहलाने लगा.
हाथ दबाने और सहलाने की वजह से उसकी और मेरी सांसें धीरे धीरे गर्म हो रही थीं.
मैंने उससे पूछा- पहले सेक्स किया है न!
उसने कहा- नहीं, अभी मैं वर्जिन हूँ.
मेरे मुँह से निकला, ‘वाउ …’
उसने मेरी तरफ़ देखा और स्माइल कर दी.
मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रखा और मसलने लगा.
उसकी जांघें बहुत गर्म और मुलायम थीं.
हम दोनों और गर्म होते जा रहे थे.
फिर हम थोड़ा और पास पास आ गए.
मैंने उसके होंठों की तरफ अपने होंठ बढ़ाए तो उसने होंठ लगा दिए.
हमारे होंठों में पहला किस होना शुरू हो गया. मगर ये किस बहुत थोड़े से पलों के लिए हुआ था.
मैं थोड़ा सा रुक गया और उसका हाथ दबाते हुए दुबारा से होंठ उसके पास कर दिए.
इस बार मैं खुद ही उसे किस करने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी.
अबकी बार हम दोनों ही पूरे गर्म थे इसलिए किस बहुत अच्छे से हो रहा था.
किस करते हुए मैं उसके बूब्स पर हाथ ले गया.
उसके दूध बहुत ही मुलायम थे.
मैंने अपने एक हाथ से एक दूध को दबाना शुरू कर दिया.
बूब्स दबाने की वजह से वो कुछ ज़्यादा ही गर्म हो गई थी और उसके मुँह से मादक सिसकारियां निकलने लगी थीं.
मैंने थोड़ा ओर आगे बढ़ने का सोचा. उसकी टी-शर्ट खोल दी.
उसने अन्दर पिंक कलर की ब्रा पहन रखी थी.
टी-शर्ट खोलने के बाद मैं उसकी गर्दन के पास किस कर रहा था, कभी लिपकिस कर रहा था, कभी उसके होंठों को उंगली से मसल रहा था.
हम दोनों की आग धीरे धीरे बढ़ती जा रही थी.
इसी बीच मैंने उसकी ब्रा खोल दी.
ब्रा खोलते ही उसके 34 बी साइज़ के गोरे बूब्स बाहर निकल आए.
क्या गर्म सीन था यार … एक 19 साल की कच्ची कमसिन माल और उसके समोसे से इतने मस्त बूब्स कि हर कोई देख कर पागल हो जाए.
मैंने उसे गोद में उठाया और सोफ़े पर ले गया, सोफ़े पर लेटा कर मैं उसके बूब्स दबाने लगा.
उसके मुँह से सिसकारियां निकल रही थीं.
थोड़ी देर दूध दबाने के बाद मैं उसके ऊपर लेट गया और उसकी दोनों चूचियों को बारी बारी से चूसने लगा.
मुझे बहुत ही ज़्यादा मज़ा आ रहा था, उस मजा को शब्दों में बयान करना मुश्किल है.
धीरे धीरे हम दोनों और ज़्यादा बहक रहे थे.
अब वो भी पूरी गर्म थी, कभी लिप-किस तो कभी गर्दन के पास किस कर रही थी.
उसके बाद उसने मेरे लंड पर हाथ मारा और थोड़ी सी देर मसला. फिर मेरे को सोफ़े के साइड में खड़ा होने के लिए कहा.
मैं समझ गया था कि अब ये लंड चूसेगी.
इसलिए मैंने झट से हाफ़ पैंट खोल दी और अपना हब्शी लंड उसके सामने निकाल कर खड़ा हो गया.
लंड देखते ही उस के मुँह से निकला- वाओ … ये तो बहुत बड़ा और मोटा है.
उसने झट से लंड पर हाथ मारा और थूक लगा कर लंड की मालिश करने लगी.
लंड की मालिश करती हुई वो मेरे सामने सोफ़े पर बैठी थी और मैं उसके सामने खड़ा था.
वो सीन बिल्कुल किसी सेक्स फ़िल्म के जैसा था.
थोड़ी देर लंड को हिलाने के बाद उसने मेरे लंड को जैसे ही मुँह में लिया, मैं तो बस जन्नत में था … आह क्या फ़ीलिंग थी.
उसके गर्म होंठ मेरे लंड को छू रहे थे, जिसके कारण लंड और ज़्यादा सख्त हो गया था.
मेरे सामने वो बहुत ही पेशेवर रांड की तरह से लंड चूसती हुई मज़ा ले रही थी और मादक आवाज़ें निकाल रही थी.
लंड चूसती हुई वो तिरछी नज़रों से मेरी तरफ़ देख रही थी, तो मुझे वो किसी पोर्न ऐक्ट्रेस की तरह लग रही थी.
उसने बताया- आज तक चुत नहीं फड़वाई, पर लंड बहुत चूसे हैं. आज उसने ऐसा लंड पहली बार देखा है.
उसके मुँह से लंड की तारीफ़ सुन कर मैं और गर्म हो रहा था.
उसके लंड चूसने के तरीक़े से लग रहा था कि वास्तव में वो सच बोल रही है. लंड चूसने में वो कमाल थी.
काफ़ी देर लंड चूसने के बाद मेरा मन हुआ कि अब बहुत हुआ लंड चुसवाना, अब उसकी कच्ची चूत चूसने का मजा भी ले लिया जाए.
मैं उसे लेटा कर किस करने लगा और उसके बूब्स दबा रहा था.
बूब्स दबाने के बाद दुबारा चूसते हुए मैं किस करते हुए नीचे आने लगा.
मैंने उसके पेट पर किस किया, तो उससे वो और गर्म हो रही थी.
उसके मुँह से अब आवाज़ निकलने लगी थी- आह उह आह फ़क मी यस यस.
मैंने सोचा कि माल तो अच्छा गर्म हो रहा है, स्टूडेंट सेक्स के लिए तैयार है, अब सुरंग फाड़ने का काम किया जाए.
मैंने झट से उसकी जींस और पैंटी खोल दी.
मेरे सामने एक कच्ची चूत, बिल्कुल क्लीन, जलवा बिखेर रही थी. ऐसा लग रहा था कि आज साली चुदने के लिए ही अपनी चुत साफ़ करके आई है.
मैं भूखे कुत्ते की तरह उस की चूत पर टूट पड़ा. पागलों की तरह मैं उसकी चूत चाट रहा था.
जैसे जैसे मैं चूत चाट रहा था, वो और ज़्यादा आवाज़ें निकलने में लग गई थी.
उसकी चूत बहुत ही कमाल थी, बहुत शानदार टेस्ट था.
पूरा कमरा उसकी कामुक आवाज़ों से गूंज रहा था. हम दोनों की कामुकता इतनी अधिक बढ़ गई थी कि दोनों एक दूसरे में खो रहे थे.
वो पहले तो इंग्लिश में बड़बड़ा रही थी मगर अब वो किसी देसी रंडी की तरह गालियां देने लग गई थी- आंह मादरचोद चोद दे मुझे … आह आह आजा साले कुत्ते … बना ले मुझे अपनी रंडी … आह.
इस सबसे मैं भी इतने जोश में आ गया कि मैं अब उसकी चुत फाड़ने के लिए कंडोम लगाने लगा.
उसको सोफ़े से उठा कर बेड पर लेटा दिया. फिर उसकी गांड के नीचे तकिया लगा कर उसको चुदाई के लिए तैयार कर दिया.
फिर मैंने वहीं रूम में रखी क्रीम का डिब्बा उठाया और उसकी चूत पर बहुत सारी क्रीम पोत कर लंड सैट करने लगा.
तभी मुझे याद आया कि ये तो सीलपैक माल है.
अब मैं दुबारा उसकी चुत का दाना रगड़ने लगा और उसे कुछ ज्यादा सा तैयार किया.
जब मुझे लगा कि अब लौंडिया फुल गर्म है, तो मैंने लंड चुत पर सैट करके झटका दे मारा.
झटका मारते ही वो चिल्लाई- आआ आआह मर गयी …
मैंने उसके मुँह पर हाथ दिया ताकि शोर नहीं मचना चाहिए. उसका मुँह किये हुए ही मैंने दूसरा झटका मारा.
मेरा लंड लगभग अन्दर जा चुका था.
उसकी आंखों में पानी आ गया था, वो लंड निकालने की कह रही थी.
पर मुझे पता था कि अगर पहले झटके के बाद मैं हट जाता, तो आज उसकी सील नहीं टूट पाती.
लंड अन्दर जाने के बाद मैंने थोड़ी देर झटके नहीं मारे, यूं ही रुका रहा.
जब उसका दर्द कम हो गया, तो मैं झटके देने लगा.
अब भी झटकों से उसको दर्द तो हो रहा था पर अब उसे उस दर्द के साथ मज़ा भी आ रहा था.
मैंने झटके मारने तेज कर दिए और फुल जोश में उसे चोदने लगा था, साथ ही मैं उसे गालियां भी दे रहा था- साली रंडी, थोड़ी देर पहले तेरे को लंड चाहिए था ना … ले अब … ले अब कुतिया साली रांड … साली तू आज से मेरी रंडी है आह ले मादरचोद लंड ले.
अब उसे पूरा मज़ा आने लगा था, वो भी पूरा साथ दे रही थी.
लगभग 5-7 मिनट के बाद वो बोलने लगी- अब रुक जाओ, मेरा हो गया है.
पर मैं जोश में था तो मुझसे रुका ही नहीं जा रहा था, उसे मैं बिना रुके चोदता रहा.
लगभग 15 मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ गया और निढाल होकर उसके साइड में गिर गया.
बहुत लम्बे समय के बाद मैंने किसी सीलपैक लड़की को चोदा था.
वो भी मेरी चुदाई से बहुत खुश थी. वो बोल रही थी कि ये मेरा ड्रीम था कि कोई अच्छे लंड से अपनी सील तुड़वाऊं … और आज ऐसा ही हुआ है.
मैंने कहा- लंड कैसा लगा?
उसने कहा- लंड का साइज़ और इसकी स्टैमिना से मैं बहुत ज़्यादा खुश हूँ. आज तो मेरा पहला मौका था, तो ज़्यादा मज़ा नहीं ले पाई. पर आपसे कुछ दिन तक लगातार चुदना चाहती हूँ.
उस दिन तो वो चली गई थी क्योंकि टाइम बहुत हो गया था.
इस पहली चुदाई के बाद अब हमारा ये रोज का काम हो गया था.
उसको मैंने 7 जुलाई तक लगातार चोदा था.
उसके बाद मेरी फ़ैमिली आ गई तो मौका कम मिल पाता है.
पर हम दोनों कैसे भी करके महीने में 2-3 मौके निकाल ही लेते हैं
उसके बाद उसने दो ब्वॉयफ्रेंड भी बनाए, पर वो उसकी उम्र के ही थे तो वो उनसे संतुष्ट नहीं हो पाई.
इसलिए वो मुझसे बोलती है कि आपसे चुदने का मज़ा ही कुछ ओर होता है … मैं आपसे ही चुदती रहना चाहती हूँ.
मुझे क्या आपत्ति थी.