हेलो दोस्तों, मैं दिल्ली से आर्यन हूँ. अभी मैं 24 साल का हूँ, कद 5 फुट 10 इंच का है और रंग सांवला है. फिलहाल मैं दिल्ली में ही एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब कर रहा हूँ.
आज मैं आप सभी अन्तर्वासना के पाठकों को मेरे 6 इंच लम्बे लंड द्वारा एक लड़के की गांड की चुदाई के बारे बताना चाहता हूँ, मैंने उसकी गांड बड़ी मस्त तरीके से मारी है. ये सेक्स कहानी कुछ समय पहले की सर्दी के मौसम ही है.
यूँ तो मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. वैसे तो मुझे भाभियों को चोदने का बहुत शौक है लेकिन कुछ दिन पहले एक लड़के ने कैसे गांड मरवाकर मेरे लंड को मज़ा दिया था. आज इस सेक्स कहानी में मैं आपको यही बता रहा हूँ.
मैं दिल्ली में एक किराये के मकान में अकेले रहता हूँ. कुछ दिन पहले दिल्ली में बारिश हुयी थी और ओले भी पड़े थे, जिससे ठंड बढ़ गई थी.
उस दिन मेरे दोस्त के रिलेशन का कोई जानने वाला लड़का दिल्ली आया था, उस लड़के को दिल्ली में कुछ ज़रूरी काम था.
मेरे दोस्त ने मुझे कॉल करके बोला कि आर्यन इस लड़के को 2-3 दिन अपने पास रख लो यार.
मैंने उसकी बात मान ली और वो लड़के को पिक करके मैं अपने रूम पर ले आया.
उस लड़के की उम्र 20-22 साल रही होगी. वो दिखने में बड़ा गोरा चिट्टा और चिकना था.
मैंने खाना बनाया, उस लड़के के साथ में खाना खाकर मैंने उसको दूसरे वाले कमरे में बिस्तर लगा करके एक कम्बल दे दिया और मैं अपने कमरे में आकर सो गया.
मैं एक नींद सोकर पेशाब करने बाथरूम गया, तो देखा कि अभी एक बजे थे और वो लड़का अब तक जगा ही हुआ था.
मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ … नींद नहीं आ रही है क्या?
वो दबी आवाज़ में बोला- मुझे ठंड ज़्यादा लग रही है.
मैंने कहा- हां ठंड तो ज्यादा है ही.
फिर वो बोला- क्या मैं आपके रूम में आपके साथ सो सकता हूँ.
मुझे भी ठंड लग रही थी तो मैंने उसको मना नहीं किया. उसको मैं अपने साथ अपने कमरे में ले आया. वो मेरे रूम में मेरे ही बिस्तर में आ गया.
मैं भी पेशाब करके आ गया. अब हम दोनों ने दोनों कम्बलों को एक साथ करके ओढ़ लिया और सोने की कोशिश करने लगा.
इससे पहले मैं कभी किसी के साथ नहीं सोया था. उसका बदन से टच होने के बाद मेरे बदन में भी अजीब हलचल होने लगी थी. अब मुझे नींद नहीं आ रही था. उसके जिस्म की गर्मी पाकर मेरे मन में भी गन्दे ख्याल आने लगे थे.
चूंकि मैं अन्तर्वासना पर गांड की चुदाई के बारे की कहानियां पढ़ चुका था. इस वक्त मेरा भी मन करने लगा कि इसकी कैसे गांड मारी जाए. मेरा लंड लोअर में तम्बू बनने लगा था. मैं कैसे भी करके अपने लौड़े को सम्भालने में लगा था.
फिर एक बार जैसे ही उस लौंडे ने करवट बदली, मेरा लौड़ा सीधे उसकी गांड की फांकों से लग गया. शायद उसको मेरे लौड़े का अहसास हो गया था.
कुछ देर बाद उस लड़के ने मुझसे धीरे से पूछा- क्या आपका कुछ मन कर रहा है?
मैं कुछ नहीं बोला.
थोड़ी बाद उसने सीधा मेरा खड़ा हुआ लौड़ा लोअर के ऊपर से ही पकड़ लिया और बोला- मैं इसकी (लौड़े) गर्मी को शांत कर देता हूँ, फिर आपको नींद आ जाएगी.
मैंने इससे पहले किसी की चूत या गांड की चुदाई नहीं की थी. आज पहली बार मैं किसी की गांड चोदने जा रहा था.
इतने में वो लड़का ऊपर से ही मेरा लौड़ा सहलाने लगा. मैंने भी मना नहीं किया क्योंकि मुझे भी मज़ा आ रहा था.
मैंने उससे पूछा- पहले कभी किसी से गांड मराई है?
उसने बोला- आज तक तो नहीं मराई … लेकिन ब्लू फ़िल्म में गांड मरवाते हुए कई बार देखा है. आज पहली बार आपसे मरवाने का मन है.
मैंने बोला- गुड.
फिर मैं बोला- तूने ब्लू फ़िल्म देखी है. पहले ब्लू फ़िल्म के जैसे करो.
वो समझ गया कि लंड चूसने के लिए कहा गया है.
मैंने उसको पूरे कपड़े उतारने के लिए बोला. उसने झट से अपने कपड़े उतार दिए. ठंड तो थी पर दो जिस्मों की गर्मी से ठंड का असर खत्म हो गया था. उसके कपड़े उतरने के साथ ही मैंने भी अपने पूरे कपड़े उतार दिए.
हम दोनों नंगे हो कर बिस्तर में आ गए. मैं उसके हाथ में अपना लौड़ा देकर कम्बल के अन्दर ही हिलाने को बोला और मैं उसके गांड में उंगली करने लगा. उसकी गांड बड़ी टाइट थी.
उधर वो मेरे लंड बड़ी मस्ती से आगे पीछे कर रहा था. जब लौड़ा पूरी तरह से तैयार हो गया और जिस्म में गर्मी आ गई, तो मैंने कम्बल हटाकर उसको घोड़ी बनने को बोला.
वो घोड़ी बनकर मेरे सामने हो गया. मेरा लौड़ा फुंफकार मार रहा था. चूंकि उसकी गांड टाइट थी, इसलिए मैं उसकी गांड में थूक डालकर फिर से उंगली करने लगा, जिससे उसकी गांड थोड़ी ढीली हो जाए.
अब उसकी गांड थोड़ी ढीली हो गई थी, मैंने उसको बोला कि एक बार लौड़े को मुँह में लेकर गीला कर दो, जिससे आसानी से गांड में चला जाएगा.
पहले तो उसने मना किया, लेकिन दुबारा कहने पर थोड़ी देर लौड़ा भी चूसकर गीला कर दिया.
अब वो लौड़ा लेने के लिए एकदम तैयार था. मैंने बोला कि थोड़ा दर्द होगा … बर्दाश्त कर लेना.
वो बोला- ठीक है.
फिर मैंने उसकी गांड की फांक को चीर कर छेद पर थूक लगा दिया. मेरा लंड उसकी गांड में जाने के लिए तैयार था. मैंने लंड को एक हाथ से लेकर उसके छेद पर टिका कर जोरदार झटका दे दिया. मेरे लंड का सुपारा उसकी गांड में घुस गया.
उसको भारी दर्द हुआ, वो दर्द के मारे कहने लगा- आह मर गया … मुझे नहीं मरवानी … लंड निकालो … आह जल्दी निकालो.
मैंने लंड को बाहर निकालकर उसको समझाया. कुछ देर उसको पुचकारा. वो फिर से मान गया.
मैंने फिर से उसकी गांड में थूक लगाया और एक जोरदार झटका दे मारा, जिससे आधा लौड़ा उसके गांड में उतर गया. उसको दर्द हो रहा था … मगर इस बार वो दर्द झेल रहा था.
आधा लंड पेल कर मैं थोड़ी देर रुका रहा, वो दर्द से कराहते हुए चुप हो गया था. मेरे लंड ने उसकी गांड में जगह बना ली थी. मैं साथ में अपना थूक भी उसकी गांड और लंड के साथ माल्टा जा रहा था, जिससे चिकनाई हो गई थी और लंड से होने वाले दर्द से उसे राहत मिल गई थी.
इसके बाद मैंने लौड़े को हल्का हल्का अन्दर बाहर करना शुरू किया, जिससे उसकी गांड के छेद का रास्ता खुल गया. अब उस लौंडे को थोड़ा आराम लग रहा था. फिर थोड़ा थोड़ा करके मैंने अपना पूरा लौड़ा उसकी गांड में घुसेड़ दिया. पूरा लंड अन्दर करने के बाद मैंने धीरे धीरे उसकी गांड चुदाई करने लगा.
मैं थोड़ी थोड़ी देर में उसकी गांड में थूक डालता जा रहा था, जिससे गांड में चिकनाई बनी रहे और लंड आराम से आगे पीछे होता रहे.
मैं आज पहली बार किसी की गांड मार रहा था. पहली बार गांड चुदाई करने पर मुझे अजीब सी फीलिंग हो रही थी, मगर गजब का मज़ा भी आ रहा था.
मैं उसकी कमर पकड़कर जबरदस्त तरीके से चुदाई किए जा रहा था. लंड सटासट गांड में अन्दर बाहर हो रहा था. मैंने उसके चूतड़ों पर थापें मारता जा रहा था. इसमें मुझे बड़ा मजा आ रहा था. हम दोनों को ठंड नाम की चीज ही नहीं लग रही थी.
वो बोल रहा था- अब तो छोड़ दो भाई … कब तक मेरी गांड चुदाई करोगे?
मैंने बोला- साले तूने ही तो कहा था न कि लौड़े की गर्मी को शांत कर लो … अब लंड शांत तो हो जाने दे भोसड़ी के.
वो चुप हो गया.
मैं थूक डालकर धुंआधार तरीके से उसकी गांड मार रहा था. जब लंड गांड के अन्दर जाता और गांड की गर्मी लगती, तो मुझे काफी मज़ा आने लगता था.
फिर पोज़ बदलकर मैंने उसको लेटने के लिए बोला. वो टांगें हवा में उठाकर लेट गया. मैंने उसकी टांग पकड़ कर उसकी गांड में लौड़ा घुसेड़ दिया और गांड चुदाई करने लगा. उसे भी इस पोज में गांड मराने में मजा आ रहा था.
थोड़ी देर में मेरा निकलने वाला था, मैंने भी चुदाई की स्पीड को बढ़ा दिया और पूरा माल उसकी गांड में ही छोड़ दिया.
कसम से गांड चुदाई में बहुत मज़ा आया था. अब निढाल होकर हम दोनों कम्बल में नंगे आ गए. थोड़ी देर बाद मैंने अपना लंड फिर उसके हाथ में सहलाने के लिए दे दिया.
इस बार बगल से मैंने उसे वैसलिन लेकर दिया. उसने मेरे लौड़े पर वैसलिन डालकर खड़ा किया. जब लौड़ा तैयार हो गया, तो मैंने उसको अपने लौड़े पर बैठने को बोला. वो मेरे लौड़े पर बैठ कर मस्ती से चुदने लगा. मैंने उसकी गांड पर वैसलिन लगा दी थी. अब तो मेरे लंड किसी पिस्टन की तरह उस लड़के की गांड में आ जा रहा था.
वो दो दिन मेरे साथ रहा, दोनों दिन मस्ती के साथ उसकी गांड मारी. सच में मज़ा आ गया.
कैसी लगी उसकी गांड की चुदाई की कहानी, अपनी राय ज़रूर दें.
धन्यवाद.
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