यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
इन चारों सहेलियों ने एक अपना व्हाट्सएप्प ग्रुप बना रखा था, पर सबने आपस में एक दूसरे को कसम दे रखी थी कि वे इस ग्रुप को अपने पतियों को भी नहीं बतायेंगी. और इस राज को उन्होंने आज तक बनाये रखा था. इस ग्रुप में ये सभी नॉन वेज जोक्स, सेक्स क्लिपिंग्स, विडियोज, एडल्ट स्टोरीज, एडल्ट कार्टून्स डालती रहती थीं.
सीमा कई बार ग्रुप सेक्स की क्लिपिंग्स डाल देती तो और उससे पूछतीं कब करा रही हो… बात मजाक की मजाक में ही ख़त्म हो जाती.
आज बृहस्पतिवार है, आज चारों ने पिंकी के घर इकट्ठा होना है. सीमा ने पिंकी से तय कर लिया था कि वो 11 बजे तक आ जायेगी क्योंकि पार्लर से वेक्सिंग के लिए दो लड़कियां 11 बजे तक आ जानी थीं.
पिंकी और सीमा ने सोचा कि नायरा और शबनम के आने से पहले वो अपनी वेक्सिंग ख़त्म करा लेती हैं ताकि जब तक वो दोनों कराएंगी तब तक सीमा और पिंकी लंच लगा लेंगी.
सीमा समय से आ गयी … पार्लर को फोन किया तो मालूम पड़ा लड़कियां अभी आधा घंटे देर से पहुंचेंगी.
पिंकी से सीमा बोली- चल चाय पिला!
इतने में ही नायरा और शबनम भी आ गयीं. नायरा पकोड़े बना कर लायी थी. पिंकी ने फटाफट चाय बना ली.
शबनम ने चाय पीते पीते सिगरेट जला ली. दो-चार सुट्टे मारने के बाद उसने सिगरेट पिंकी को दे दी. पिंकी ने भी एक-दो सुट्टे के बाद जबरदस्ती एक-एक सुट्टा नायरा और सीमा से भी लगवा दिया.
इस बीच शबनम ने एक और सुलगा ली तो नायरा बोली- बस कर वर्ना मर जायेगी.
तो शबनम बोली- अगर मस्ती किए बिना मर गए तो बड़ा अफ़सोस होगा.
सीमा बोली- चलो मैं तुम्हें दिखाती हूँ मस्ती कैसे होती है. तुम्हें एक विडियो दिखाती हूँ, इंडियन है, नाम है ‘सैटरडे क्लब’ यहाँ दोस्तों का एक ग्रुप है और वो हमारी तरह हर सैटरडे को किसी होटल के स्वीट में इकट्ठे होते हैं. साथ खाते पीते है और फिर आपस में ड्रा निकाल कर अपने पार्टनर्स बदल कर सेक्स भी करते हैं.
यह सुनकर सबने कहा- नहीं, ये अच्छा नहीं है.
पर सीमा बोली- मैं ये नहीं कह रही कि हम लोग भी ऐसा करें, पर आपसी रजामंदी से सब ऐसा करते हैं तो इसमें बुरा क्या है? अगर दोस्ती पक्की है तो बाहर बात भी नहीं जाती और मस्ती भी हो जाती है.
ये सब बकवास हो ही रही थी कि वेक्सिंग वाली लड़कियां आ गयीं. पहले सीमा और पिंकी ने शुरू करवा लिया.
पिंकी तो मस्ती के मूड में थी … उसने तो स्पोर्ट्स ब्रा और एक बरमूडा पहन लिया ताकि वेक्सिंग अच्छे से हो जाए.
सीमा ने भी चेंज करके शबनम की वार्डरॉब से शॉर्ट्स और टी शर्ट पहन ली.
गाते गुनगुनाते चारों वेक्सिंग से डेढ़-दो बजे तक निबट गयीं. अब भूख भी लग आई थी और लंच भी लगभग तैयार था. वेक्सिंग से शरीर चिप चिप हो रहा था. तो शबनम तो बाथरूम में घुस गयी शावर लेने … पीछे पीछे नायरा ने भी दरवाजा पीटना शुरू कर दिया … जबरदस्ती शबनम से दरवाजा खुलवा कर वो भी अंदर घुस गयी.
शबनम तो बेशर्म है, वो अंदर नंगी ही खड़ी थी … नायरा ने भी हँसते हुए अपने कपड़े उतार दिये. इतने दिनों की दोस्ती में आज पहली बार शबनम और नायरा ने एक दूसरे को नंगी देखा था. नायरा के बड़े बड़े मम्मे देख कर शबनम बोली- नायरा की बच्ची, मेरा एक काम कर दे. एक बार अपने मम्मे मुश्ताक को चुसवा दे, वो तो पागल हो जाएगा.
नायरा ने शबनम के होंठों पर एक गरमागर्म किस दिया और दोनों चिपट कर नहाने लगीं.
बाहर जब पिंकी और सीमा को होश आया कि ये दोनों क्या कर रही हैं तो उन्होंने शोर मचाया कि हमें भी नहाना है.
अब कुछ ही मिनटों में चार जवां कलियाँ पानी में अठखेलियाँ कर रही थीं. ये सब आज अचानक हुआ, वर्ना आज तक नंगी नहाना तो दूर शायद एक दूसरे को ऐसे देखा भी नहीं था. कई बार माल में ट्रायलरूम में कभी ब्रा में या कभी बिना ब्रा के देखा तो था पर हरकत कभी नहीं हुई.
आज तो बेशर्मी की सभी हदें पार थीं. पिंकी ने हैण्ड शावर से मोटी धार सेट करके सबकी चूत की मालिश की तो सभी ने नायरा के मम्मे दबाये. नायरा और शबनम तो फ्रेंच किस में काफी देर चिपकी रहीं.
काफी समय हो गया था, भूख भी लग आई थी. चारों, जो कपड़े हाथ लगे, वही पहन कर फटाफट खाने की मेज पर आ गयीं. अंडरगारमेंट्स तो किसी ने पहने नहीं थे. शबनम तो केवल एक लम्बी सी शर्ट डाले थी, नायरा ने एक टी शर्ट डाल ली और एक शॉर्ट्स भी पहना क्योंकि टी शर्ट तो उसके पेट पर ही रुक गयी थी. पिंकी और सीमा ने भी फ्रॉक या शार्ट नाईटी जो मिला डाल ली.
लंच में पिंकी ने फ़्राईड राईस और हनी चिल्ली पोटैटो बनाए थे. बियर चिल्ड हो रही थी. चारों ने लंच बेड पर बैठ कर ही किया.
लंच लेते समय बातचीत सीमा के सैटरडे क्लब वाली टॉपिक पर आ गयी. चारों की आज बेशर्मी से मस्ती तो हो ही चुकी थीं और अब कुछ बियर का सुरूर भी था, तभी अब उबकी सैटरडे क्लब पर सोच दो घंटे में बदल गयी थी.
शबनम बोली- मुश्ताक की तो मस्ती हो जाए अगर उसे नायरा के मम्मे चूसने को मिल जाएँ तो!
इस पर नायरा बोली- चूसते चूसते अगर मुश्ताक अंदर भी घुस गया तो?
पिंकी बोली- धीरज को सेक्स में फंतासी का बहुत शौक है. वो तो कन्हैया है, कब क्या कर बैठेगा पता ही नहीं चलेगा.
इस पर शबनम बोली- उसे तो सीमा दिलवा देंगे क्योंकि सीमा का सेक्स ज्ञान कुछ ज्यादा ही है.
सीमा बोली- अगर इतना सब कुछ हो गया तो फिर ग्रुप सेक्स में क्या बुराई है?
अब सबको होश आया कि बातचीत कहाँ चली गयी है. सब हंस पड़ीं.
शबनम बोली कि बात यहीं हंसी मजाक तक ख़त्म है.
पिंकी ने कहा- चलो एक काम करते हैं, इस सैटरडे हम सब डांस करेंगे और अगर मर्द चाहें तो वो पार्टनर्स बदल कर भी डांस कर सकते हैं.
इस पर नायरा बोली- न बाबा न, डांस करते करते मेरा मूड बन गया और चूमा चाटी शुरू हो गयी तो फिर न कहना!
सबने हंसी मजाक में ये तय किया कि इस सैटरडे कुछ नया करेंगे. पार्टनर्स बदल कर डांस या गेम करेंगे. चूमा चाटी बस आखिरी सीमा होगी, इससे ज्यादा कभी नहीं.
शबनम ने पिंकी से कहा- तू धीरज को संभाल लेना, वो कब हाथ अंदर डाल दे, पता नहीं. और ऐसा न हो कि वो किसी की चूत में वाइब्रेटर लगा दे.
सीमा ने पिंकी से कहा- जरा दिखा तो कौन सा नया वाइब्रेटर लाया है तेरा कन्हैया?
पिंकी हंसती हुई उठी और अलमारी से एक 10 इंच लम्बा और मोटा गुलाबी रंग का वाइब्रेटर निकाल लायी. बैटरी ऑन करके शबनम ने नायरा से कहा- ला तेरी मुनिया की मालिश कर दूं.
पर कोई तैयार नहीं हुई उस मोटे हथियार को अपनी चूत में करवाने के लिए.
पांच बजने को हो गए थे. सब उठी, कपड़े बदले और अपने अपने घर … इस वादे से कि इस बार सैटरडे पार्टी में धमाल होगा.
अगले दो दिन चारों ने अपने अपने आइडिया व्ट्सऐप ग्रुप पर शेयर किये. मीटिंग की जिम्मेदारी पिंकी को ही दी गयी. उसी के घर पार्टी होने का तय किया. डिनर सारा होटल से मंगवाना तय हुआ. बियर व्हिस्की सब इंतजाम शबनम को लाना था.
एक काम जो इस बीच में चारों ने किया … वो ये कि अपने अपने मियाँ के मन में ये विश्वास जगा दिया कि अगर पार्टनर बदल कर डांस किया जाए तो कोई बुराई नहीं है. और डांस के दौरान अगर पार्टनर को बुरा नहीं लग रहा तो थोड़ी बहुत इंटिमेसी चल सकती है.
हालाँकि राहुल ने नायरा से साफ़ कह दिया- अगर छूट मिल रही है तो कोई गारंटी नहीं है कि क्या हो जाए … क्योंकि मर्द जात तो मर्द जात ही रहेगी.
नायरा ने भी हुंकारा भर दिया- इस बार फ्रेंच किस का डेमो वो दूसरे के साथ दे देगी.
उधर धीरज ने भी पिंकी से कह दिया- डांस के दौरान या तो पिंकी ही उसके साथ डांस करे, और अगर कोई और होती है और धीरज का हाथ इधर उधर चला जाए तो वो कोई शिकायत नहीं करेगी.
लड़कियों को तो मस्ती चढ़ चुकी थी, उन्होंने हर बात पर हाँ कर दी कि कोई बुरा नहीं मानेगा और यही बात शनिवार कि सुबह चारों ने आपस में कह ली कि अगर किसी को कोई बात बुरी लगे तो वो बिना तमाशा बनाये, चुपचाप बस अलग हो जाए.
हालांकि सब पर खुमार चढ़ा था तो सभी बढ़ चढ़ कर कह रही थीं कि ऐसा कुछ नहीं है, सभी आपस में दोस्त हैं.
सीमा तो यहाँ तक कह बैठी- अगर मूड बन जाए तो ग्रुप सेक्स का भी मूड बना लेना!
पर इसके लिए अभी कोई तैयार नहीं थी.
असल में उन सभी के मर्दों ने ऐसा कभी उनसे जिक्र भी नहीं किया था, तो बिना बात किये ग्रुप सेक्स का प्रश्न ही नहीं उठता था. पर ये तय था कि अगर मर्दों को लड़कियों ने उकसाया तो कसर कोई छूटेगी नहीं.
रात का ड्रेस कोड पहले से ही तय था, बस एडीशन ये हुआ कि सभी रेड नेल पेंट और रेड लिपस्टिक लगा कर आएँगी.
शनिवार को रात साढ़े आठ बजे तक सब पिंकी धीरज के घर पहुँच गए. पिंकी ने आज स्पेशल इंतजाम किया हुआ था. हाल में वेस्टर्न म्यूजिक चल रहा था. भीनी भीनी खुशबू माहौल को मदमस्त बना रही थी.
मेज पर एक ओर तो स्नैक्स रखे थे और दूसरी ओर ड्रिंक्स. उसने अपना माइक्रोवेव यहीं रख लिया था ताकि जो स्नैक्स गर्म सर्व होने हों वो हाथ की हाथ गर्म होकर सर्व हो जाएँ.
हॉल बिलकुल ठंडा हो रहा था.
कहानी अगले भाग में समाप्त होगी.
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