यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मेरे छोटे भाई विक्रम ने मेरी बीवी रीना को नंगी बेड पर बंधे हुए देखा और वह अपने लंड को पैंट के ऊपर से मसलने लगा.
जब मैंने अपने भाई की पत्नी वीणा को निर्वस्त्र देखा तो रीना भी वीणा के सामने फीकी लगी.
उसके बाद जब 12 बजे और रीना की आंखों की पट्टी खुली तो वह चौंक गई. बहुत समझाने के बाद वह चुदाई का यह खेल खेलने के लिए मान गई. मगर हम सामूहिक रूप से याराना को अंजाम नहीं दे सकते थे. इसलिए मैंने वीणा को उठाया और विक्रम के कमरे में ले गया. इधर विक्रम और रीना को वहीं चुदाई करने के लिए छोड़ दिया.
अब आगे विक्रम और रीना की चुदाई का वर्णन जैसा कि विक्रम ने मुझे ऑफिस में बताया:
राजवीर और वीणा के कमरे से निकलते ही विक्रम ने दरवाजे को अंदर से लॉक किया तथा रीना को मुस्कुराते हुए देखा।
रीना- वाह रे मेरे आशिक! मैं कुछ दिन के लिए घर से दूर क्या गई तुमने तो मुझे मेरे ही जन्मदिन पर नंगी करने की व्यवस्था कर ली। कैसे हुआ यह सब?
विक्रम- तुम क्या सोचती हो मेरी जान? रीनल उर्फ रीना उर्फ भाभी। अपनी चूत की खुजली मिटाने के लिए दुनिया भर के लंड लेती फ़िरोगी और हम अपना लंड पकड़े हुए ऐसे ही बैठे रहेंगे?
सच बताता हूं, जब मुझे पता चला कि रणवीर ने तुम्हें बुरी तरह से चोदा है तब से मेरे कलेजे पर छुरियां चल गईं थीं। मैंने तभी फैसला किया था कि तुम्हें रणवीर से भी बुरी तरह से चोद दूंगा। अपने भाई को बहनचोद बनाया है तो अपने देवर से चुद कर आज मुझे भी भाभी चोद बनना है।
रीना- ओह … तो तुम्हें सब पता है। वैसे सच बताऊं तो जब तक तुम्हारे भाई राजवीर ने मुझे अपने दोस्त रणवीर से नहीं चुदवाया था तब तक मैंने राजवीर के अलावा किसी और के बारे में कभी गलत नहीं सोचा था। लेकिन जब पति अदला-बदली करके नए-नए लंड लेने का चस्का लगा तो फिर मैंने अपने ख्यालों में किसी से भी चुदाई करना नहीं छोड़ा।
जब हमने यहां श्लोक और सीमा के साथ चुदाई की और उसके बाद वे चले गए और तुम दोनों यहां आए तो मैंने कई बार मन में सोचा कि कैसे ना कैसे राजवीर तुम्हें भी अदला-बदली की चुदाई के लिए राजी कर ले।
कभी-कभी रात में जब मैं राजवीर से चुद रही होती थी तुम मेरे ख्यालों में तुम मेरी चुदाई कर रहे होते थे। असल में राजवीर का लंड मुझे चोद रहा होता था लेकिन मैं ख्यालों में तुम्हारे लंड पर तांडव करती रहती थी।
विक्रम- मैं भी सब कुछ छोड़-छाड़ कर केवल तुम्हारे लिए ही यहां आया हूं। यहां आने के बाद तुम्हें देख-देख कर मेरा हाल बुरा हो जाता था। हमेशा तुम्हें चोदने के ख्वाब देखे हैं। तुम मेरे जीवन की सबसे सेक्सी महिला हो जिसे देखकर हमेशा मैंने उत्तेजना महसूस की है। भले ही वीणा का शरीर तुमसे ज्यादा भरा हुआ व उत्तेजना पैदा करने वाला हो किंतु तुम्हारी नजर ही काफी है जो कि किसी पर भी पड़ जाए तो उस पर तुम्हारी वासना का जहर चढ़ जाए।
रीना- ओह बस भी करो विक्रम! बहुत कर लिया वासना का इजहार। निकालो अपनी तलवार करते हैं प्यार!
रीना और विक्रम पलंग के पास खड़े हुए थे।
रीना ने विक्रम के गले को अपने नाखूनों से पकड़कर अपनी तरफ खींचा और खुद से चिपका लिया। रीना के नाखूनों से विक्रम की चमड़ी थोड़ी छिल गई। विक्रम ने रीना की इस हरक़त की प्रतिक्रिया में अपने दोनों हाथ रीना के कूल्हों के नीचे लगाए और रीना को उठाकर अपनी गोद में बिठा लिया। खड़े-खड़े विक्रम की गोद में बैठी रीना विक्रम के मुंह को चूमने लगी।
विक्रम ने भी अपने होंठों को रीना के होंठों के बीच में दबा दिया और दोनों एक दूसरे के होंठों का रस पीने लगे। थोड़ी देर बाद विक्रम ने पलंग के पास जाकर रीना को जोर से पलंग पर गिरा दिया। रीना को इससे झटका लगा किंतु वह गुस्सा होने की बजाए, बैठकर मुस्कराई और अपनी एक उंगली का इशारा करते हुए विक्रम को आमंत्रण दिया।
विक्रम अपना आपा खोते हुए रीना की तरफ झपटा। रीना को सीधे कूल्हों के बल लेटा कर विक्रम रीना का स्तनपान करने लगा.
अपने स्तन उठाकर रीना भी विक्रम के मुंह में दबाने लगी। कब से बिछुड़े दो प्रेमियों ने एक दूसरे के साथ गहरी चुम्मा चाटी की। विक्रम ने रीना को घोड़ी बनाकर उसके कूल्हे के छेद में अपनी जीभ डाली और जीभ लगाकर गांड के छेद को वह जीभ से चोदने लगा।
रीना की सिसकारियां अब कमरे में गूंजने लगी थीं। रीना ने विक्रम का सिर पकड़ कर अपनी गुलाबी चूत पर लगा दिया और अपनी चूत की फांक पर विक्रम के होंठों को रगड़वाने लगी।
विक्रम ने रीना की चूत के दाने को अपने दांतों से काट कर रीना के साथ शरारत की जिससे कि रीना स्स्स्स्स … की आवाज के साथ चहक उठी। विक्रम अब रीना की चूत को मुंह में दबा-दबा कर गुदगुदाने लगा और रीना ने अपने बढ़े हुए नाखूनों वाले हाथ को विक्रम के सिर में गड़ा कर अपनी चूत की तरफ दबाने लगी।
करीब 10 मिनट तक अपनी चूत चटवाने के बाद रीना ने विक्रम को धक्का दिया तथा पीठ के बल सीधा लिटा कर गप्प से विक्रम का लंड मुंह में ले लिया। रीना द्वारा विक्रम का लंड चाटना कोई औपचारिकता नहीं थी. वह तो पूर्ण रूप से मग्न होकर विक्रम का लिंग आइसक्रीम की तरह चूस और चाट रही थी। रीना विक्रम के लंड को पूरा मुंह में अंदर लेती और फिर एकदम से बाहर निकालती।
विक्रम को अपना लंड रीना के गले तक लगा हुआ महसूस होता। विक्रम को ऐसा लग रहा था कि रीना अपने मुंह में ही विक्रम की पूरी ताकत निचोड़ लेगी। कभी किसी भी बाला ने विक्रम के लंड को ऐसे वहशीपन से नहीं चूसा-चाटा था।
मन भरने तक रीना विक्रम का लंड चूसती रही तथा उसके बाद लेटे हुए विक्रम के ऊपर आकर अपने कूल्हे विक्रम के लंड के ऊपर रखकर बैठ गई। अपने स्तनों को रीना ने विक्रम के सीने के पास झुका कर उसके स्तनों का कोमल अहसास विक्रम के सीने पर करवाया तथा अपने होंठों को विक्रम के होंठों में देकर वापस चूसने में मग्न हो गई। लेकिन अब विक्रम से इंतजार नहीं हो रहा था.
उसने अपना एक हाथ अपने लंड के पास ले जाकर उसे सीधा किया और रीना की चूत पर टिका दिया। रीना ने विक्रम की भावनाओं को समझते हुए अपनी गांड को व्यवस्थित किया और अपनी चूत में विक्रम के लंड को गप्प से ले लिया। विक्रम सीधा लेटा हुआ था और रीना उसके ऊपर बैठी हुई थी।
अब रीना ने वैसा ही किया जैसा कि उसने राजवीर और वीणा के सामने कहा था। रीना अपने नितंबों को उठाकर तथा फिर गिराकर विक्रम के लिंग को अपनी चूत से अंदर बाहर करने लगी.
करीब 4 से 5 बार धीरे-धीरे यह कार्य करने के बाद रीना ने अपनी गति बहुत तेज कर दी और वह अपनी गांड को विक्रम का लंड अपनी चूत में समाहित किए हुए जोर-जोर से उठा कर गिराने लगी।
रीना के कूल्हे और विक्रम की जांघों के बीच टकराने के कारण पूरे कमरे में पट-पट की जोरदार ध्वनि आने लगी। यह ध्वनि इतनी तेज थी कि बगल के कमरे में चुदाई कर रहे राजवीर और वीणा भी आसानी से सुन सकते थे. इस उत्तेजना भरी ताबड़ तोड़ चुदाई से विक्रम की भी अति उत्तेजना में आह-आह की आवाज कमरे में गूंजने लगी।
रीना ने थोड़ी देर के बाद अपनी स्थिति बदली। अपने चेहरे को उसने विक्रम की टांगों की तरफ किया। जैसा कि विक्रम पहले की तरह ही सीधा लेटा था, अब उसे रीना की नंगी गोरी पीठ और गांड नजर आ रही थी। रीना ने केवल अपना चेहरा दूसरी तरफ करके वापस विक्रम के लंड को अपनी चूत में रखा और अपनी गांड को जोर-जोर से विक्रम का लंड अंदर लिए हुए ही उठाने व गिराने लगी।
विक्रम ने रीना को उठाया और डॉगी पोजिशन में व्यवस्थित कर अपना लंड रीना की चूत में फिर डाल दिया। अपने एक हाथ से वह रीना की गांड पर जोर-जोर से मारने लगा और रीना की गांड को लाल करते हुए अंग्रेजी भाषा में ओ यस … ओ यस … करने लगा। थोड़ी देर के बाद जब विक्रम को अहसास हुआ कि रीना की इस तरह की चुदाई से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं है और वह पहले की तरह सिसकारियां नहीं ले रही है तब उसने रीना की कमर को पकड़कर अपने लंड की तरफ जोर से दबाया और अपने लंबे लिंग की चोट रीना की चूत की गहराई तक की।
रीना दर्द से कराह उठी लेकिन उत्तेजना के कारण उत्साहित होकर अपनी गांड मटकाती रही। विक्रम ने एक हाथ से रीना की गांड पर अपने हाथ जोर से मसले तथा एक हाथ में रीना के बालों को लेकर उन्हें पीछे खींचने लगा, यह काफी उत्तेजित करने वाली अवस्था थी। इस तरह की ‘सजा और मजा’ का आनंद दोनों ने तब तक उठाया जब तक रीना की कमर दर्द न करने लगी।
रीना ने कहा- विक्रम बहुत हो गया. मैं अब झड़ने वाली हूँ। तुम भी यह बारी खत्म करो।
इस पर विक्रम ने रीना को सीधे लिटाया और उसकी टांगें चौड़ी कर दीं। रीना ने स्वयं को सहज महसूस करने के लिए अपनी गांड के नीचे तकिया रखा और अपनी चूत को थोड़ा ऊपर व्यवस्थित किया।
विक्रम ने सामने से आ कर रीना की गुलाबी चूत, जो कि अब विक्रम के लंड की चोट खा-खा कर लाल हो गई थी, में अपना लन्ड ठेल दिया और पूरी जान लगाकर 5 झटके प्रति सेकेंड की रफ्तार से रीना की चूत को चुनौती देने लगा। रीना की गर्म गीली भट्टी जैसी चूत ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए विक्रम के लंड से निकला सारा लावा अपने आप में समाहित कर लिया।
वातानुकूलित कमरे में दोनों पसीने में भीगे हुए जोर-जोर से सांस ले रहे थे।
जोर-जोर से सांस लेने के कारण रीना के स्तन ऊपर नीचे हिल रहे थे जिन्हें देखकर विक्रम ने कहा- वाह! क्या नजारा है इन पर्वतों को हिलते हुए देखने का।
इस पर रीना मुस्कुराने लगी और विक्रम का अध-लटका हुआ लंड अपने हाथ में लेकर बोली- कुछ भी कहो, दम है तुम्हारे लंड में। मजा आ गया इसकी सवारी करके … राज का लन्ड थोड़ा मोटा होने के कारण चूत के चारों तरफ की दीवार में घर्षण उत्पन्न करता है जिसका अहसास आज तुम्हारी बीवी वीणा करेगी और चूत की गहराई तक चोट करने का अहसास जो तुम्हारी बीवी वीणा करती थी आज मैंने किया।
क्या मस्त अहसास है पति बदलकर चुदाई करने का! लगता है जैसे स्वर्ग का भोग इसी फ्लैट में कर लिया है।
अपने लंड की तारीफ रीना जैसी अप्सरा से सुनकर विक्रम का लंड फिर कड़क होने लगा। विक्रम ने जैसे ही कुछ बोलने के लिए मुंह खोला उससे पहले ही रीना ने विक्रम के मुंह पर हाथ रखते हुए कहा- मुझे पता है कि तुम मेरी गांड की चुदाई करने वाले हो.
रीना की इस बात पर विक्रम हंसने लगा और बोला- वाह यार भाभी, सेक्स में आपकी होशियारी का कोई जवाब नहीं. मैं आपसे सम्मोहित हो चुका हूं।
विक्रम ने रीना की गांड को पकड़कर उसे उल्टा किया तथा रीना को स्तनों के बल लेटा कर पीछे आया और लगभग डॉगी स्टाइल में ही रीना को फिर से तैयार किया. किंतु रीना का सिर ऊपर नहीं बल्कि पलंग पर टिका हुआ था और गांड ऊपर उठी हुई थी। विक्रम ने अपने मुंह से थूक निकाल कर रीना की गांड के चारों तरफ लगाया तथा थोड़ा थूक निकाल कर खुद के लिंग पर लगाया।
उसके बाद वह अपने लंड को रीना की गांड के छेद पर स्पर्श कराने लगा। जैसा कि आपको पता है कि पहले रणवीर, फिर श्लोक और मैं … सब मेरी बीवी रीना की गांड मार चुके थे. अतः गांड मरवाने में रीना काफी अनुभवी हो गई थी।
विक्रम ने धीरे-धीरे करके अपना पूरा लिंग रीना की गांड में घुसेड़ दिया तथा शुरूआती धीमे धक्कों के बाद जोर जोर से रीना की गांड चुदाई शुरू कर दी। रीना की कसाव भरी गांड के कारण विक्रम ज्यादा देर रीना की गांड चुदाई में नहीं टिक सका.
उसकी कसी हुई गांड को चोदते हुए दस मिनट बाद लगातार झटके देते हुए वह रीना की गांड में ही झड़ गया।
रीना को अपने कॉलेज के दिनों का यार मिल गया था और विक्रम को अपने कॉलेज के दिनों का प्यार मिल गया था.
देवर भाभी दोनों ही इस चुदाई के बाद तृप्त हो गये. उनकी जिंदगी में जो कुछ भी अब तक घटा था वह सब बहुत ही हैरान कर देने वाला था जिसकी भरपाई आज हो गई थी.
इसके बाद करीब आधा घण्टा अपने बीते कॉलेज के बीते दिनों की बातें करने के बाद दोनों ने एक बार फिर चुदाई की और फिर एक दूसरे को आलिंगन में लिए गहरी नींद में वो दोनों सो गए।
दोस्तो, मेरे छोटे भाई विक्रम ने अपनी भाभी की चूत को चोदने की कामना पूरी कर ली थी. या यूं कहें कि रीना ने अपने बीते समय के बॉयफ्रेंड और वर्तमान समय के देवर के दमदार लंड से चुद कर पति की अदला-बदली का भरपूर मजा ले लिया था.
अब मेरी बारी थी अपने छोटे भाई की बीवी वीणा की चुदाई करने की. उसका वर्णन मैं आपको कहानी के अगले भाग में सुनाऊंगा. तब तक आप भी अपने लंड को चूतों को रगड़-रगड़ कर शांत करने का प्रयास कीजिये.
कहानी अगले और अंतिम भाग में जारी रहेगी.
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