मैं मॉडल बनना चाहती हूँ-2

यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:

मैं मॉडल बनना चाहती हूँ-3

अब तक की सेक्स कहानी में आपने पढ़ा था कि नीतू मेरे मुँह में आगे अपनी चुत के रस को चाट रही थी. हम दोनों बहुत गर्म हो गए थे.

फिर नीतू बोली- सर अब और मत तड़पाओ … प्लीज अब अपने लंड का कमाल दिखाओ … बहुत दिनों से मेरी चूत में लंड नहीं गया.

अब आगे:

नीतू की बात पर मैंने कहा- जरूर मेरी जान … पर तुम पहले मेरे लंड को थोड़ा चूस तो दो.
वो बोली- थोड़ा क्या सर … बहुत चूसूंगी!

ये बोल कर वो फिर से नीचे बैठ गई और मेरा लंड मुँह में लेकर चुप्पे मारने लगी. नीतू बहुत ही मस्त तरीके से मेरा लंड चूस रही थी.

थोड़ी देर बाद उसने अपनी जीभ की नोक बनाई और वो मेरे लंड के छेद में घुसाने की कोशिश करने लगी. फिर मैंने उसका सिर पीछे से पकड़ कर अपना लंड उसके मुँह में दे दिया और उसके गले तक पेल दिया, जिससे उसकी आंखें फट गईं. वो मेरी जांघों पर हाथ मारने लगी, तो मैंने लंड बाहर निकाल दिया.

लंड बाहर निकलते ही उसने अपने दोनों हाथ पीछे की तरफ ज़मीन पर रखे और जोर जोर से सांस लेने लगीं. उसके मोम्मे ओर पेट ऊपर नीचे हो रहे थे.

वो मुझे गुस्से से देखने लगी और बोली- आपको मुँह चोदने की तमीज़ नहीं है क्या? आपने तो मुझे मार ही डाला था.
मैंने हंसते हुए उसे खड़ा किया और उसके होंठ चूम कर उसे सॉरी बोला.

तो वो बोली- अगर मेरी चूत में आग ना लगी होती … तो मैं आपको अभी छोड़ कर चली जाती.
ये बोल कर उसने मेरी छाती पर प्यार से एक मुक्का मारा.

फिर मैंने उसे पकड़ कर उसकी चूत में उंगली दे दी, तो वो बोली- अब उंगली से बात नहीं बनेगी … फटाफट अपना लंड मेरी चूत में डालो.

ये सुन कर मैं उसके पीछे गया और उसकी गांड से थोंग की डोरी साइड की गांड पर हाथ फेरा और उसे झुका कर पीछे से उसकी चूत चाटने लगा. नीतू भी अपनी गांड को मेरे मुँह पर दबाने लगी और अपनी चूत को मेरे होंठों पर ऊपर नीचे रगड़ने लगी. थोड़ी देर बाद मैंने नीतू को सीधा किया और उसे शेल्फ पर बिठा दिया और उसकी थोंग उतारने लगा.

नीतू भी अपनी गांड उठा कर थोंग उतारने में मेरी मदद करने लगी. मैंने थोंग उतार कर उसके मुँह में दे दी. नीतू फिर से मेरी ओर गुस्से से देखने लगी, तो मैंने उसे आंख मारी. उसने भी थोंग मुँह में ही रहने दी.

फिर मैंने उसकी दोनों टांगें खोल कर अपने कंधों पर रख लीं और उसकी चूत पर लंड सैट कर दिया. फिर एक ही झटके में उसकी चूत में लंड पेल दिया. नीतू शायद इसके लिए तैयार थी, उसने मस्ती से अपना निचला होंठ अपने दांतों में दबा लिया. मैंने झटके मारने शुरू किए, तो वो बहुत ही मजे से मेरा लंड अपनी चूत में लेने लगी. उसके दोनों मोम्मे ऊपर नीचे हो रहे थे, जिन्हें वो अपने हाथों से मसलने लगी.

थोड़ी देर बाद मैंने झटके मारने बंद किए, मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में ही था. फिर मैंने उसे ऐसे ही अपनी गोद में उठाया, तो उसने अपनी बांहें मेरे गले में डाल कर अपनी दोनों टांगें मेरी कमर से लपेट दीं. मैं उसकी गांड को पकड़ कर उसे अपने लंड पर उछालने लगा.

वो ‘यस यस फक मी हार्ड..’ बोलने लगी और मस्ती से अपने होंठ मेरे होंठों पर रख कर चूमने लगी. कुछ देर उसे ऐसे चोदने के बाद मैंने उसे नीचे उतारा. मेरा लंड उसकी चूत के पानी से बिल्कुल गीला हुआ पड़ा था. मैंने नीतू को नीचे बिठाया और लंड उसके मुँह में दे दिया. वो कुल्फी की तरह मेरे लंड को चूसने और चाटने लगी.

उसके मुँह की साइड से उसकी लार निकल रही थी, जो तार जैसी छोड़ रही थी. फिर उसने मेरे लंड के टोपे को अपने होंठों में लिया और पुच पुच करके चूमने लगी. अब शायद नीतू थक गई थी और वो इस दौरान एक बार झड़ भी चुकी थी.

वो मुझसे पूछने लगी कि सर आपका कब छूटेगा … इतनी देर हो गयी.
तो मैंने उसे खड़ा करते हुए कहा कि बस डार्लिंग तुम शेल्फ को पकड़ कर घोड़ी बन जाओ, थोड़ी देर में मेरा भी छूट जाएगा.
तो वो बोली- डार्लिंग अब बेड पर कर लो ना … मैं थक गई हूं.
मैं बोला- बस यार और 5-7 मिनट की बात है … तुम यहीं घोड़ी बन जाओ, बेड पर तो तुम्हें रात को चोदना है.

वो घोड़ी बन गयी. मैंने पीछे से उसकी चूत में लंड पेला और धक्के मारने लगा.

पांच मिनट बाद मेरा छूटने वाला था … तो मैंने पूछा- कहां निकालूं? तुम्हारी चूत में या मुँह में?

ये सुन कर वो जल्दी से अपनी चूत से लंड निकाल कर नीचे बैठ कर मेरा लंड चुसकने लगी. अब मेरा भी पानी छूटने वाला था, तो मैंने उसके मुँह से लंड निकाल लिया.

नीतू ने मेरा पानी चखने के लिए अपनी जीभ बाहर निकाल ली. मैंने अपने हाथ से लंड को 4-5 झटके मारे, तो मेरे माल की लंबी व गाढ़ी पिचकारी नीतू के चेहरे पर गिरी. कुछ बूंदें उसके बालों पर भी जा पड़ीं. नीतू बड़े चाव से मेरा माल चाटने लगी.

फिर मैंने उसके चेहरे पर लगे अपने माल को उंगली से इकट्ठा किया और उसके मुँह में डाल दिया. वो मेरी उंगली को लंड की तरह चूसने लगी और सारा माल गटक गयी. मेरा लंड तो पहले ही उसने चूस चूस कर साफ कर दिया था.

फिर वो खड़ी हुई, कुछ देर मेरी ओर देख कर मुस्कुराई और फिर पेट के बल बेड पर अपनी टांगें खोल कर पसर गयी. अब मेरे सामने उसके गोरे मस्त लाल चूतड़ थे. मैं उसके पास गया और उसके चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा. उसकी तरफ से कोई हरकत नहीं हुई, तो मैं उसके चूतड़ चूमने लगा, मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.

फिर मेरे मन में जाने क्या आया कि मैंने उसके चूतड़ों पर काट खाया, वो दर्द से कुलबुला गयी और उठ कर बैठ गयी.
वो बोली- क्या डार्लिंग … कितनी जोर से काटा … प्लीज अब ऐसा मत करना.

ऐसा बोल कर वो सीधी लेट गयी.

मैंने एक सिगरेट जलाई ओर उसके पास बैठ कर सुट्टे मारने लगा.
वो बोली- डार्लिंग, ये सिगरेट मुझे दो और तुम दूसरी जला लो.

मैंने सिगरेट उसे पकड़ाई, तो वो नंगी ही बेड के हेड बोर्ड पर अपनी पीठ लगा कर अपनी टांगें क्रॉस करके कश लगाने लगी.

फिर मैंने अपना शॉर्ट्स डाल कर दूसरी सिगरेट जलाई. फ्रिज से बियर निकाल कर लाया, उससे पीने को पूछा.
वो बोली- यार दो बज गए … कुछ खाने को मंगवाओ, बड़ी भूख लग रही है.

मैंने खाना आर्डर किया और उसे मैंने काजू का पैकेट देते हुए कहा कि जब तक खाना आता है, इसके साथ थोड़ी बियर पी लो.

उसने 2-4 काजू खाये और बोली- बस अब और नहीं … अब मैं नहाने जा रही हूं. मैं खाने के साथ ही बियर लूंगी.
तो मैं बियर खत्म करते हुए बोला- नहाना तो मैं भी चाहता हूं.
वो बोली- चलो फिर साथ में नहा लेते हैं.

ये बोल कर उसने अपने बैग से टॉवल निकाला और बाथरूम में जाने लगी, तो मैंने उसे रोका और अपना शॉर्ट्स उतार कर उसे गोद में उठाया और बाथरूम में ले गया.

नीतू बोली- डार्लिंग आप थोड़ी देर बाहर जाओ न … मुझे सुसु करना है.
मैं बोला- आज तुम मेरे सामने सामने ही सुसु करो.
वो बोली- नहीं … मुझसे ऐसे नहीं होगा.
मैं बोला कि कुछ नहीं होता यार … तुम यूँ समझो कि मैं यहां हूं ही नहीं.

ये बोल कर मैंने उसे वाशबेसिन के साथ लगती पट्टी पर बिठा दिया और उसकी टांगें चौड़ी कर दीं.
वो फिर बोली- डार्लिंग रहने दो ना.

मैं कहां मानने वाला था, मैंने उसके मोम्मे दबाते हुए कहा- कर दो ना यार.

फिर क्या हुआ, शायद उसको भी जोर से प्रैशर लगा था, तो वो ‘बड़े ज़िद्दी हो … मानोगे नहीं..’ बोल कर मूतने लगी.

एक लंबी गरम ‘छरर..’ की आवाज के साथ उसके मूत की धार बहने लगी और मैं उसके मूतते हुए ही उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा.

इस पर वो जोर से चीख कर बोली- छी: ये क्या कर रहे हो गन्दे …
मैं बोला- सेक्स में कुछ भी गन्दा नहीं होता.

फिर मुझे भी मूत आ गया, तो मैं उसके सामने मूतने लगा.

वो बोली- रुको.

मैंने मूतना रोक लिया. वो शेल्फ से नीचे उतरी और मेरे सामने नीचे बैठ कर मेरा लंड पकड़ कर बोली- अब करो.

मैंने फिर मूतना शुरू किया, तो उसने मेरे मूत की धार के आगे हाथ कर दिए और फिर उसके मन में ना जाने क्या आया, वो मेरा मूत अपने मम्मों पर गिराने लगी और अपने मम्मों की मेरे मूत से मालिश करने लगी.

मेरी तरफ आंख मार कर बोली- आई लव वाइल्ड सेक्स.

फिर उसने टॉयलेट पेपर से पहले मेरे लंड को अच्छे से साफ किया और फिर अपनी चूत को अन्दर तक साफ कर लिया.

मैंने उसे खड़ा किया और शावर चला दिया और हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लिपटे पानी के नीचे खड़े रहे. हम दोनों एक दूसरे की गांड पर हाथ फेर रहे थे.

कुछ देर बाद मैं नीतू के मोम्मे चुसकने लगा, हम दोनों के जिस्म की आग को शावर से निकलते ठंडे पानी ने फिर से भड़का दिया.

मैंने नीतू को टांगें चौड़ी करने को बोला और नीचे बैठ कर उसकी चूत चाटने लगा. नीतू ने फिर मुझे खड़ा किया और मेरा लंड चूसने लगी.

कुछ देर बाद मैंने नीतू को शावर के नीचे ही झुका कर घोड़ी बना दिया और उसकी चूत में लंड पेल दिया. लंड के दस बीस बार अन्दर बाहर होने से वो फिर से झड़ गयी. फिर मैंने भी दस बारह धक्के और मारे और अपना सारा माल उसकी चूत में छोड़ दिया.

झड़ने के बाद हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे की बांहों में शावर के नीचे खड़े हांफने लगे.

कुछ देर बाद नीतू अलग हुई और शावर जैल लेकर मेरे और अपने जिस्म पर अच्छे मला. हम जल्दी से नहाये और बाहर आ गए.

नीतू ने टॉवल से अपना बदन सुखाया और मैंने भी फिर से शॉर्ट्स और टी-शर्ट डाल ली. नीतू ने भी अपनी ब्लैक ब्रा और पेंटी पहन ली.

इतने में लंच वाले का फ़ोन आया. वो स्टूडियो के गेट पर खड़ा था. मैं लंच ले कर अन्दर आया, तो नीतू सिगरेट सुलगाये ग्लास में बियर डाल रही थी.

अब उसने ब्रा और एक छोटी सी निक्कर डाल रखी थी. हमने बियर के बाद खाना खाया.

खाना खाते वक़्त नीत बोली- सर सच में आपका लंड जबरदस्त है, जितना मुझे आशा ने बताया ये उससे भी ज्यादा कड़क है.
तो मैं बोला- तुम्हारी भी चूत कम मस्त नहीं है मेरी जान … अभी भी इसे चोद कर मेरा मन नहीं भरा है.
वो बोली- सर आप बोल रहे थे कि आप मुझे रात को बेड पर चोदोगे. भाभी के होते ये कैसे पॉसिबल है.

मैंने मन में सोचा कि इसे क्या पता कि मैंने इसकी चुदाई इसकी भाभी की रजामंदी से ही की है.

मैं बोला कि जब मैं तुम्हारे होते वन्दना को चोद सकता हूँ, तो वन्दना के होते तुम्हें क्यों नहीं चोद सकता!
ये सुन कर वो हंस दी और मेरी गाल पर चुटकी काट कर बोली- हो तो तुम उस्ताद.
फिर मैं बोला- आज रात हम तुम्हारे घर नहीं, यहां स्टूडियो में गुजारेंगे.
इस पर वो बोली- फिर भाभी को क्या बोलेंगे?
मैंने कहा- उसे मैं फ़ोन करके बोल देता हूं कि आज नाईट शूट है.
वो बोली- फ़ोन पर रहने देते हैं, घर ही चल कर बोल देते हैं.

ये सुन कर मेरे कामुक दिमाग में आशा को एक बार फिर से चोदने का विचार आ गया.

मैंने नीतू को बोला- ठीक है, फिर घर ही चलते हैं.

हम दोनों ने खाना खत्म किया. खाने के बाद नीतू ने एक गिलास बियर पी और मूतने जाने लगी.

वो मुझसे बोली- सर मैं सुसु करने जा रही हूं … अब नहीं देखोगे मुझे सुसु करते हुए?

मैंने उसके पास जाकर उसके होंठों को चूम कर उसकी ब्रा के ऊपर से उसके चुचे दबा दिए. उसकी निक्कर और पैंटी उतार कर उसकी चूत पर हाथ फेरते हुए बोला कि ये सब अब रात को करेंगे, अभी तुम अकेले कर आओ.

नीतू मेरे लंड को दबा कर वाशरूम की ओर चल दी. मैं उसको जाते हुए देखने लगा. चलते हुए उसकी गोरी नंगी गांड किसी नागिन की तरह लहरा रही थी.

फिर वो मूत कर आई और पैंटी डालते हुए बोली- घर कितने बजे जाना है?
उसने अभी निक्कर नहीं डाली थी.
तो मैं बोला- थोड़ा रेस्ट कर लेते हैं. … शाम 5:30 तक चलते हैं.

उसने ओके बोला और मेरी गोद में चढ़ गई. मैं उसे उठा कर बैडरूम में ले गया और उसे बेड पर लिटा कर खुद भी उसके बगल में लेट गया.

नीतू उठी और मुझसे बोली- जब मैं सिर्फ पेंटी में हूं, तो आप भी अपने कपड़े उतारो.

ये बोलकर उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मेरे होंठों को चूम कर मेरी छाती पर हाथ फेरते हुए मेरा शॉर्ट्स उतारने लगी.

उसने जैसे ही मेरा शॉर्ट्स उतारा, तो मेरा आधा खड़ा लंड उसके चेहरे के सामने आ गया. ये देख कर उसने मुँह पर हाथ रख कर हाव् … किया और बोली- आपने तो अन्दर अंडरवियर ही नहीं डाला.

मैं बोला- अब तुम भी अपनी ब्रा पेंटी उतारो और नंगी ही सो जाओ.

उसने हंस कर मुझे गन्दे कहा और नंगी हो गयी. फिर मेरे आधे खड़े लंड का सुपारा निकाल कर उस पर एक चुम्मी ली और मेरी बांहों में लिपट गयी.

हम दोनों के नंगे बदन एक दूसरे से चिपके हुए थे और हम दोनों एक दूसरे के बदन से खेलते हुए सो गए.

उस दिन घर पर हमने उस रात कैसे सेक्स किया … ये सब मैं आपको सेक्स कहानी के अगले भाग में बताऊंगा

दोस्तो, किसी कारणवश मैं अपना ईमेल आईडी को चेंज कर रहा हूँ. सेक्स कहानी के बारे में आप अपने कमेंट्स अब [email protected] या फिर hangout पर करें, धन्यवाद.

कहानी जारी है.