मेरे सभी चाहने वालों आप सभी को मेरी प्यार भरी नमस्कार और बड़े मूसल लंड वालों को मेरी चुत की तरफ से चुम्मी!
यह मेरी शादी की दूसरी सालगिरह की कहानी है, मैं शिखा अपने पति के साथ भोपाल में रहती हूँ। शादी की सालगिरह की तैयारी में एक दिन पहले ही ब्यूटी पार्लर गई, अच्छे से अपनी सफाई करवाई।
मेरा बदन जवानी से अच्छी तरह भरा हुआ है, 32c की चुची, 30 की कमर और 32 की… हए क्या बताऊँ… मैंने भी जवानी काफी मजे ले रखे हैं।
शाम को मेरी पति नितिन ऑफिस से आ गये, मैं अपने काम में लगी हुई थी. रात को खाना खाकर हम दोनों सोने चले गए।
मैं अपनी सालगिरह की सोचते हुए सो गई.
रात में अचानक लगा कि कोई मेरी चुची सहला रहा है, मैंने देखा तो पति देव थे.
मैं मुस्कुराते हुए बोली- नींद नहीं आ रही क्या?
उन्होंने एक सोने की हार गले में डालते हुए शादी की सालगिरह का तोहफा दिया।
मैं इठलाते हुए- इतनी जल्दी क्या थी… कल देते!
उन्होंने मेरी चुची जोर से मसली और कहा- कल मुझे ऑफिस के काम से 3 दिन के लिए बाहर जाना है।
मैंने मुँह फुला लिया…
वो मेरे ऊपर आ कर मुझे चूमने लगे, मेरी चुची भी मसलते रहे. अब मैं भी जोश में आने लगी थी, अहह हहह करने लगी और उनका साथ देने लगी।
अब वो मेरी ब्लाउज की हुक खोलने लगे, उसके खुलते ही मेरी दोनों चुची बाहर आ गई, मैं सोते समय ब्रा पेंटी निकाल देती हूं और ब्लाउज और पेटीकोट में ही सोती हूँ।
वो अब थोड़ा नीचे होकर मेरी चुची मसलने और चूसने लगे और एक हाथ से मेरा पेटीकोट खोलने लगे.
मैंने भी उनकी लुंगी खोल दी, आहहह उनका 6 इंच का लंड मुझे सलामी दे रहा था, काफी मस्ती भरती जा रही थी मुझमें ‘उम्म महह मम्म…’ उनका हाथ मेरी चुत जैसे ही छुआ.
अब हम दोनों अपनी रास लीला में लग गए।
उनका एक हाथ मेरी चूत में तो दूसरी मेरी चुची पे ‘आहहह…’ और उनके होंठ मेरे शरीर की आग भड़का रहे थे. मैं भी उनका लंड हाथ में लिए सहला रही थी और उनको चुम्बन कर रही थी.
अब वो पलट कर मुझे अपने ऊपर किया कि हम दोनों 69 की अवस्था में आ गये, अब उन्होंने मेरी चूत में अपनी जीभ से हरकत करनी शुरू कर दी, मैं भी लंड अपनी मुँह डाल लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी.
‘सरर्ररपप्प…’ आहहह हहह…’
मेरी चुत में वो उंगली करने लगे ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ उनकी जीभ भी कमाल कर रही थी, मेरी चुत अब लंड लेने के लिये तड़प रही थी, मैंने उनकी तरफ देखा।
अब मुझे उन्होंने अपने नीचे किया और उठ कर अपना लंड मेरी चुत पे लगा कर हल्का सा धक्का मारा और ‘आहहह हहह…’ और एक धक्का… उनका आधे से अधिक लंड मेरी चुत में चला गया, मैं पूरी मस्ती में भर गई ‘आहहह आ हहह आहहह…’
अब उनका लंड पूरा मेरी चुत में था, अब उन्होंने पूरे जोश में चुदाई शुरु कर दी, उनका लंड मेरी चुत में धमाल मचाने लगा- आहह हह उहहह आह उम्माह आहहह मेरे राजा… और जोर से आ आहह आहहह मेरी चुत आह आहह!
करीब दस मिनट के बाद मेरे ऊपर झुके और मेरी चुची चूसने लगे, मैं भी उन्हें चूमने लगी.
अब वो धीरे धीरे धक्के लगा रहे थे. आहहह अब मैं नीचे से अपनी गांड उचका रही थी जिससे मुझे थोड़ी मस्ती और आ गई, उन्होंने मुझे गांड उचकाते देखा तो मुझे बाहों में लेते हुए पलट लगाई, अब मैं उनके ऊपर थी.
अब मैं उनके लंड पर अपनी चुत ऊपर नीचे करने लगीं और और नीचे से धक्के लगने लगे.
‘आहहह आहहह ठप ठप..’ की आवाज पूरे कमरे में भर गई. उन्होंने मेरी चुची मसलनी नहीं छोड़ी थी, चुची की घुन्डियाँ कभी कभी जोर से खींच भी देते।
अब उन्होंने मुझे उठने का इशारा किया और मुझे घुटनों पर झुका कर मेरे पीछे आ गये और फिर लंड मेरी चुत में डाल कर जोर जोर से मेरी चुदाई मे लग गए.
‘अहह हहह आहहह…’ मेरी चुत तो पूरी पानी पानी हो रही थी. अब अहह अहह मेरी चुत झरने वाली है… अहह अहह अहह आ हहह आ हहह
वो मेरी चुदाई करते रहे ‘आ हम्म हह उहहह हहह हहह मेरी चुत… आ हहह पानी छोड़ झुकी थी पर वो अभी लगे हुये थे, करीब 5 मिनट और चुदाई के बाद उन्होंने जोर से दो धक्के लगाए और मेरी चुत में ही झर गए।
अब हम दोनों एक दूसरे के बगल में लेते हुये गहरी सांसें भर रहे थे.
कुछ देर बाद उन्होंने फिर मस्ती करनी शुरू कर दी और एक बार फिर हम अच्छे चुदाई कर सो गए।
सुबह मैं उठी तब मैं केवल सोने का हार पहनी हुई नंगी बिस्तर पे थी।
मेरी चूत चुदाई की सेक्सी कहानी जारी रहेगी… सालगिरह की यादगार चुदाई की कहानी-2
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