हाई फ्रेंड्स! मेरी कहानी के तीसरे भाग सालगिरह की यादगार चुदाई की कहानी-3 से आगे पढ़िए…
रात के 10:30 बजे थे कि मेरे फ़ोन की घण्टी बजी।
मैंने फोन उठाया- हलो!
‘मेमसाब सो गई क्या, दरवाजा खोलिये!’
अब यह कौन है? यही सोच रहे हैं ना, शहर के फ्लैट में क्या गुल खिल रहा है।
यह बात पड़ोसियों को भी नहीं पता चलती, लेकिन कोई होता है जिसे सब पता होता कि किसके यहाँ क्या हो रहा है, वो होता अपार्टमेंट का सेक्युरिटी गार्ड!
मेरी चुत तो चुलबुला उठी, मैं सोचने लगी क्या करूँ..
मैं उठी और जाकर दरवाजा खोला- हाय… ये क्या… दोनों गार्ड एक साथ!
दोनों की शादी नहीं हुई है, दोनों काफी अच्छे शरीर है और लंड भी… एक बिहारी था और एक लोकल यहीं का!
दोनों मुस्कुराते हुए अन्दर आ गये, एक ने दरवाजा बंद किया. दोनों साफ सुथरे होकर आये थे मतलब नहा धोकर, परफ्यूम भी!
दोनों ने मेरे आगे पीछे होकर एक साथ मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मेरे कान में बोले- बहुत दिनों बाद आज तो पूरी रात मिली है मजा लेने को… वरना हमें तो जल्दी वाली ही मिलती है।
पिछले एक महीने से दोनों को मेरी चुत नहीं मिली थी, उनकी दिन की ड्यूटी और रात में पति घर पे, जब कभी उन्होंने मौका मिलता तो अपना लंड ही चुसवा लेते या मैं उनकी मुठ मार देती। आज उन्हें मौका मिला था।
मैं भी खुश थी कि करीब 4-5 महीने बाद एक साथ दो लंदों से चुदेगी मेरे चुत!
मैं उन दोनों को चूमते, किस करते बेडरूम में ले गई, तब तक तीनों के कपड़े उतर चुके थे।
दोनों ने पहले एक एक कर मेरी चुत की चुदाई की, फिर जो बिहारी गार्ड था, उसने मेरी अच्छी तरह गांड की चुदाई की और फिर दोनों ने एक साथ मेरी चुत और गांड एक साथ ठुकाई की।
अब हम तीनों थक चुके थे, मैं तो क्या बताऊँ कि किस हाल में थी, मेरी चुत और गांड अब दुख रही थी।
दोनों मेरे अगल बगल मैं थे, रात में दोनों ने एक बार और एक साथ मेरी अच्छी तरह चुदाई की।
सुबह मेरी नींद तब खुली, तब 6 ही बजे थे, जब मुझे लगा कोई मेरी चुत चाट रहा हो, आँख खोली तो देखी तो वो बिहारी गार्ड मेरी चुत चाट रहा औऱ चूस रहा था।
मैं ‘उम्म म्ममह मम्म आहहह…’ करने लगी और उसका सर अपनी चुत पर दबाने लगी।
दूसरा गार्ड भी अब उठ गया था, उसने मेरी होंठों को चूमना शुरू कर दिया और चुची सहलाने लगा और नीचे मेरी चुत में उंगली करनी शुरू कर दी।
अब मैं भी पूरी तरह गर्म हो चुकी थी।
बिहारी गार्ड ऊपर आया और अपना लंड मेरे तरफ कर दिया, अब मैंने उसका लंड मुँह में ले लिया औऱ दूसरा गार्ड नीचे मेरी चुत में उंगली और साथ मैं अपनी जीभ करने लग गया।
‘उम्मम म्मह उम्म्ह… अहह… हय… याह… मम्ममाँ… आहहह आहह… ह’
थोड़ी देर में उसने ऊपर आकर अपना लंड मेरे मुँह में डाला और बिहारी गार्ड ने मेरी चुत में लंड डाल दिया।
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कुछ ही देर में उन दोनों ने एक साथ मेरी चुदाई करनी शुरू कर दी।
इस बार पवन (बिहारी गार्ड) मेरी चुत में लंड और सोहन मेरी गांड में (वो शायद पहली बार किसी की गांड ले रहा था क्योंकि उसने अपना लंड अंडर डालने में काफी मेहनत की.
‘उहहह हम्मम मम्म आहहह…’ मेरी चुत दर्द और मस्ती दोनों का मजा ले रही थी।
सोहन धीरे धीरे कर रहा था, वहीं पवन मेरी चुत धकाधक पेले जा रहा था और साथ में मेरी चुची भी मसल रहा था।
अब सोहन भी अपनी गति बढ़ाई और मेरे ऊपर आकर मेरी गर्दन और पीठ को चूमने लग गया।
फिर दोनों ने अपनी जगहों की बदली ली, अब सोहन मेरी चुत में अपना लंड और पवन मेरी गांड में… और फिर दोनों ने चुदाई शुरू कर दी।
पवन अब मेरी गांड भी जोर जोर से मार रहा था और सोहन भी मेरी चुत में अपना लंड पूरे जोश से पेल रहा था।
मैं आहें भर रही थी और अपनी गांड चुत चुदाई का मजा ले रही थी और सोच रही थी कि अपनी शादी की सालगिरह पे मेरे जितने भी यार हैं सब से चुदी बस एक को छोड़ कर..
‘हम्मम म्मम मम्म आहहह…’ सोहन ने मुझे अपने से उठाया और जल्दी से कॉन्डम हटाया और अपना लंड मेरी मुँह में डाल कर झर गया, मैं भी उसका पूरा पानी पी गई।
अब पवन भी आ गया, उसने भी कॉन्डम उतार कर अपना रस मेरी मुँह में डाल दिया. (पवन का पानी मुझे काफी पसंद है)
अब दोनों में मुझे अच्छे से बाहों में लिया और चुम्मा चटाई की, फिर चले गए।
नीचे फर्श पर पड़े कॉन्डम मेरी चुदाई के हमदर्द बने पड़े थे।
मैं उसी तरह तो गई, जब नींद खुली, तब मैंने देखा कि मेरी चुत थोड़ी सूज गई थी और दर्द भी कर रही थी।
तो यह थी मेरी शादी की सालगिरह की सेक्सी कहानी हमारी अपनी भाषा हिंदी में!
आप लोग अपने सुझाव प्यार, मेरी ईमेल [email protected] पर भेज सकते हैं।
मैं इन्तजार करूँगी।
धन्यवाद।