यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
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अब तक की इस सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि एक तरफ मैं और मेरे साले की बीवी थी. दूसरी तरफ संजू अपने भाई का लंड ले रही थी.
मेरे साले नीरज ने अपनी बहन संजू को चुदाई में अधूरा छोड़ दिया था, जिस वजह से संजू मेरे लंड से मेरी सलहज को हटा कर खुद बैठ गई और अपने झड़ जाने तक मेरे लंड का मजा लेने लगी. चुत खलास करने के बाद वो अपनी भाभी से बोली कि अब तुम अपने जीजा जी के लंड का मजा ले लो.
अब आगे:
प्रियंका कुछ नहीं बोली और आकर मेरे लंड को हिलाने लगी जो संजू की चूत के पानी पूरा भीग गया था. वो मेरे लंड को चूसने लगी.
मैंने अब अपनी सलहज प्रियंका को उठाया और बेड पर लिटा कर अपने लंड को एक ही झटके में उसकी चूत में घुसा दिया.
वो ‘आह … अह … मर गई..’ की एक लंबी सीत्कार करने लगी और फिर मजे लेने लगी.
कोई दस धक्के मारने के बाद अब मैंने उसे बिना लंड निकाले अपनी गोद में उठा लिया और खड़ा होकर उसकी चूत को चोदने लगा.
वो ‘आह … ईस्स … ओह. … मम्मी मर गई..’ कह कर चिल्लाने लगी.
मैंने उसे इसी पोज में लगभग दो-तीन मिनट चोदा. फिर उसे डॉगी पोज में लाकर पीछे से अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया और ताबड़तोड़ चोदने लगा.
प्रियंका के मुँह से जोर जोर से आवाजें आने लगीं. उसका पूरा बदन आग पीछे होने लगा. वो पसीने से तरबतर हो गई. उसका गला सूखने लगा.
मेरा धक्के अब और तेज हो गए थे.
वो जोर जोर से चीखे जा रही थी- आह … मम्मी … मार डाला … ओह … आह … अरे बाप रे मर गई …
ये सब मेरी बीवी संजू और उसका भैया नीरज देख रहा था. अचानक नीरज बोला कि जीजा जी … थोड़ा धीरे कीजिये ना … लगता है प्रियंका को काफी दर्द हो रहा है.
तभी बीच में प्रियंका यानि कि मेरी सलहज बोल उठी- नहींअअअ. … जीजा जी … आप कीजिए … मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा है … आह ऐसा मजा आज तक नहीं आया था.
ये सुनकर संजू नीरज को देखकर मुस्कुरा दी.
मैं प्रियंका को बेतहाशा चोदे जा रहा था. कुछ देर बाद मैंने उसे पीठ के बल लिटा कर उसकी गांड के नीचे दो तकिया रख दिए और अपना लंड एक ही झटके में चूत में घुसा दिया.
हम सबने देखा कि प्रियंका की चूत के बगल से थोड़ा सा खून आ गया था. यानि कि मेरी जबरदस्त चुदाई से ये हुआ था.
मैं फिर से प्रियंका को बेतहाशा चोदने लगा. तभी वो बोली- आह जीजा जी … मेरा फिर से होने वाला है.
मैंने अपनी स्पीड को बरकरार रखा. तभी प्रियंका का बदन अकड़ा और वो मुझसे कसके लिपट कर बेतहाशा झड़ने लगी. वो झड़कर हांफते हुए मुझे जकड़े हुए थी.
मेरा अब तक नहीं हुआ था, तो मैं उसे चोदने में लग गया.
वो कराहते हुए बोली- प्लीज जीजा जी मैं अब नहीं सह पाऊंगी प्लीज.
मैंने संजू की ओर देखा. संजू ने इशारे से कहा- कोई बात नहीं … मैं हूँ ना.
मैंने लंड खींच कर प्रियंका को उसी अवस्था में लेटे रहने दिया.
मैं संजू के पास आ गया और उसके मुँह को किस करने लगा. उसके मुँह से नीरज के वीर्य चाटने की वजह से कुछ अजीब सा टेस्ट आ रहा था, परंतु मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ा. मैं संजू को चूसते चूसते अपनी एक उंगली को संजू की चूत में डाल दिया. मैंने देखा कि उसकी चूत अभी भी पूरी गीली थी. ये कुछ कुछ नीरज के वीर्य का भी असर था.
मैंने संजू को पीठ के बल लिटा दिया और उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा दी. आह चुत में नीरज के वीर्य का पूरा नमकीन स्वाद भरा हुआ था.
मैं बिना परवाह किए उसकी चूत को बेतहाशा चूसने लगा. फिर मैं 69 के पोज में आ गया. मैं संजू की चूत को चूसने लगा और वो मेरे लंड को.
अब संजू फिर से पूरी गरम हो गई थी और चुदवाने के लिए बेताब हो गई थी. मैंने उसे डॉगी पोज में किया और पेलने लगा.
संजू की गांड छितराए जा रही थी. इस पोज में उसकी चुचियां पूरी आगे पीछे हिल रही थीं. नीरज अपनी बहन संजू की चूचियों को देख रहा था. वो अपने लंड को सहलाने लगा. उसका लंड फिर से खड़ा होने लगा.
मैं इधर संजू को ताबड़तोड़ चोदे जा रहा था. उधर नीरज का लंड फिर से फुंफकार मारने लगा और वो संजू के करीब आ गया.
संजू ने मुस्कुराते हुए इशारे से उसे लंड मुँह में डालने को कहा. नीरज ने वैसा ही किया. अब संजू नीरज के लंड को चूसे जा रही थी और इधर मुझसे चुदवाए जा रहा थी.
ये सब प्रियंका बड़ी गौर से देख रही थी. शायद उसे भी अब अच्छा लगने लगा था. नीरज ‘ईस … आह … उह..’ करने लगा था.
तभी वो बोला- आह जीजा जी, मुझे भी अपनी बहन को चोदना है.
चूंकि मेरा अभी नहीं हुआ था, पर मैं भाई बहन को ज्यादा से ज्यादा चुदवाना चाहता था. इसलिए मैंने संजू की चूत से अपना लंड निकाल लिया.
उसी पोज में नीरज ने अपनी बहन संजू की चूत में अपना लंड पेल दिया और पूरे वेग से चोदने लगा.
मेरी बीवी ‘आह … उह … इस्स…’ करने लगी. उसकी चूत से फचफचा कर पानी निकल रहा था.
मैं ये सब देख कर अपना लंड हिला रहा था, तभी प्रियंका बोली- जीजा जी … आइए न हम आपकी कुछ मदद कर देते हैं. मैं आपसे चुदवा तो नहीं पाऊंगी, लेकिन आपका लौड़ा चूस देती हूँ.
मैंने अपना लंड प्रियंका के मुँह में डाल दिया. वो लेटे लेटे ही मेरा लंड चूसने लगी.
तभी मेरे मन में एक ख्याल आया और मैं प्रियंका के ऊपर आ गया. मैं 69 के पोज में आकर अपना लंड उसके मुँह में डालकर उसकी चूत के क्लीटोरियस को अपने पूरे अनुभव के साथ चूसने लगा.
मेरी मेहनत रंग लाई और प्रियंका की चूत फिर से पानी छोड़ने लगी.
वो लंड को मुँह में लेकर ‘उम्म … अम … अअअ … आह …’ करने लगी थी.
प्रियंका चुदासी हो गई थी, सो वो बोली- जीजा जी फिर से डालिए ना!
मैं बोला- भाभी जी, मेरे लंड के ऊपर आ जाइएगा.
वो बोली- मुझमें इतनी शक्ति नहीं बची है. आप ही ऊपर से चोदिए ना.
मैंने उसे मिशनरी पोज में लिटा दिया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. उसकी दोनों टांगों को सटा कर चोदने लगा. वो लंड लेते ही निहाल हो गई और अजीब अजीब सी आवाजें निकालने लगी.
उधर संजू नीरज को नीचे लिटाकर 69 पोज में उसके लंड को चूस रही थी और अपनी चूत को नीरज से चुसवा रही थी.
तभी संजू ने अपना पोज बदला और घप्प से नीरज के लंड पर बैठ गई. लंड लेते ही संजू अपने भाई के लंड पर आगे पीछे करने लगी.
नीरज बोला- प्लीज इस तरह नहीं करो … इसमें मेरा जल्दी निकल जाता है.
संजू ने मुस्कुराकर कहा- क्या भैया, मेरा भाई होकर डरते हो?
वो जोर जोर से गांड उठाते हुए अपने भाई के लंड को चोदने लगी.
इधर मैंने प्रियंका को पेट के बल लिटा दिया और पीछे से लंड को उसकी चूत में डाल कर उसे हचक कर चोदने लगा.
प्रियंका बोली- आह जीजा जी, ऐसे में गजब का मजा आ रहा है … आह और जोर से चुदाई कीजिए.
मैं और जोर से चुत चोदने लगा.
वो फिर से मजे में चीखने लगी.
मैंने उसे अब बगल में लिटा कर कैंची स्टाईल में लिटाया और जोरदार चुदाई करने लगा. उसी पोज में अपनी उंगली में थूक लगा कर चुदाई करते करते उसकी चूत के दाने को उंगली से रगड़ने लगा.
प्रियंका को अब बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था. वो बोली- आह जीजा जी … मैं फिर से आने वाली हूँ.
मैं जोर जोर से चोदने लगा और जोर जोर से क्लिट को रगड़ने लगा.
वो थर्राते हुए बोली- आह धीरे से कीजिये ना … लग रहा है जैसे पेशाब निकल जाएगी.
मैंने जानबूझकर और तेज चुदाई करना चालू कर दी. बस वही हुआ, वो पागलों की तरह झड़ने लगी और उसकी मूत की नली से पेशाब की लंबी धार छुलक-छुलक कर निकलने लगी.
वो झड़ गई और पूरा बेड उसकी पेशाब से भीग गया. वो हांफने लगी.
मैं उसे चोदता ही जा रहा था. वो मुझे ढकेलने लगी और हंसकर बोली- बाप रे बाप … आप मर्द हो कि घोड़े हो … आपने तो मेरी जवानी को निचोड़ कर रख दिया.
तब मैं उससे अलग हो गया. मैं आज झड़ने का नाम ही ले रहा था.
उधर संजू पूरा तेज नीरज के लंड के ऊपर नीचे कूद रही थी.
नीरज बोला- थोड़ा रुको मेरा निकलने वाला है.
पर संजू को देखने से लग रहा था कि उसका भी बस निकलने वाला है.
मैंने ये देखा तो मैंने नीरज के ऊपर से संजू को हटाया और अपनी संजू को मिशनरी पोज में लिटाकर उसकी चूत में अपना लंड डाल कर बेतहाशा चोदने लगा.
उधर नीरज ने अपना लंड संजू के मुँह में डाल दिया … जिसे संजू आंखें बंद कर चूसने लगी.
तभी नीरज के लंड से वीर्य का फव्वारा छूटा, जिसे संजू पूरा मुँह में लेकर गटक गई तथा नीरज के पूरा लंड को वीर्य रहित कर दिया.
संजू की आंखें पूरी नशीली हो गई थीं. ये सब प्रियंका देख रही थी.
तभी प्रियंका ने संजू से पूछा- कैसा लगता है लंड का वीर्य?
संजू हंसी और बोली- क्यों आपने अब तक नहीं पिया है क्या?
प्रियंका ने ना में सर हिला दिया.
संजू बोली- बहुत ही टेस्टी, थोड़ा सा नमकीन लगता है … और सबसे बढ़कर बात है कि इस वीर्य में बहुत सारे फायदेमंद तत्व होते हैं, जिसे पीने से महिला के चेहरे और शरीर में निखार आ जाता है. इससे महिलाओं को बहुत फायदा होता है.
ये सब सुनकर प्रियंका बोली- वाह ये तो मैं जानती ही नहीं थी.
इधर मैं भी अब झड़ने वाला था, सो जोर से बोला- संजू बेबी … मैं झड़ने वाला हूँ.
वो बोली- आह मैं भी.
मैं तेजी से संजू को चोदने लगा और फिर संजू का शरीर अकड़ा और वो जोर से झड़ने को अकड़ी और झड़ गई.
इधर मैंने भी चार-पांच जोरदार धक्के मारे और संजू की चूत में आह की आवाज के साथ झड़ने लगा.
आज मेरा वीर्य बहुत ही ज्यादा निकल रहा था. संजू ने भी कहा- क्या बात है मेरे शेर … आज आपके लंड से बहुत ही ज्यादा वीर्य निकल रहा है.
उसी समय संजू ने प्रियंका की ओर देख कर मुस्कुराकर कर पूछा- पीना है अपने ननदोई का माल?
उसने भी मुस्कुराकर बिस्तर पर लेटे हुए अपना सर हिला कर हां में इशारा किया.
संजू ने मेरी आंखों में देखा, मैं कुछ देर लंड अन्दर रखने के बाद धीरे-धीरे अपना लंड बाहर निकाला … जिससे वीर्य बाहर नहीं निकले. संजू ने झट से अपना हाथ अपनी चूत पर रख दिया, जिससे उसकी चूत से मेरा वीर्य बाहर नहीं निकल पाए.
फिर संजू वैसे ही अपनी चूत को हाथ से दबाए उठी और अपनी भाभी, मेरी सलहज प्रियंका, जो पीठ के बल लेटी हुई थी, के मुँह के पास अपना चूत ले आई.
प्रियंका ने अपना मुँह पूरा खोल दिया.
संजू ने उसके मुँह के ऊपर चूत सटाकर हाथ हटा दिया, जिससे संजू की चूत में निकला मेरा सारा वीर्य धीरे धीरे प्रियंका के मुँह में जाने लगा.
वीर्य काफी ज्यादा था, जिससे प्रियंका का पूरा मुँह भर गया. प्रियंका पूरा का पूरा वीर्य निगल गई और बोली- वाह, बहुत टेस्टी लगा.
अब संजू वहां से हटने लगी. तो प्रियंका ने उसे हटने नहीं दिया बल्कि उसकी चूत को अपने मुँह से सटाकर अपनी जीभ संजू के चूत में घुसाकर सारा का सारा अन्दर का वीर्य चाट गई.
संजू मुस्कुराकर बोली- ये हुई ना मेरी भाभी वाली बात!
फिर वो दोनों हंसने लगीं.
ये करते करते रात के एक बज गए थे. सब जाकर बाथरूम में फ्रेश होने लगे.
अंत में प्रियंका जाने लगी तो वो लड़खड़ा कर गिर गई. संजू ने उसे सहारा देकर उठाया और पूछा- क्या हुआ भाभी?
वो बोली- सब आपके हस्बैंड के कारण हुआ … ऐसा भला कोई सेक्स करता है. मेरी पूरी जवानी को निचोड़कर रख दिया. मेरा एक एक पोर दर्द कर रहा है. आप न जाने कैसे सहती हैं.
संजू मुस्कुरा दी और बोली- मैं क्या कम हूँ … और ऐसा पति तो किस्मत वालों को मिलता है.
वो दोनों हंसने लगीं.
फिर संजू ही प्रियंका को फ्रेश कराने ले गई.
चुदाई के बाद हम सब उसी रूम में सो गए. संजू और प्रियंका ने नाईटी पहन ली और मैंने और नीरज ने पैन्ट और गंजी डाल ली.
सब गहरी नींद में सोये हुये थे. रात को एकाएक मुझे कुछ आवाज सुनाई दी. मैंने आंखें खोलीं, तो देखा नीरज मेरी बीवी या यूं कहूँ कि अपनी बहन, जो कि गहरी निद्रा में सोई हुई थी, के पास आ गया था. वो संजू को कुछ देर तक ललचाई नजरों से देखता रहा.
मेरी इस गर्म सेक्स कहानी पर आपके विचार भरी आपकी मेल का स्वागत है.
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सेक्स कहानी जारी है.