हॉट लड़की की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी गर्लफ्रेंड की सहेली को नंगी करके उसके गर्म जिस्म के साथ फोरप्ले का मजा लिया और उसे भी मजा दिया.
नमस्ते मेरी प्यारी प्यारी पाठिकाओ और मनचले पाठको, आपके गर्मागर्म मेल मिल रहे हैं और मैं कोशिश कर सभी को जबाव भी दे रहा हूँ.
मेरी नंगी लड़की के जिस्म की कहानी के पिछले भाग
गर्ल्स हॉस्टल को बनाया रंडीखाना – 4
में अब तक आपने पढ़ा कि मैंने और प्रियंका ने बाथरूम सेक्स करके अनामिका को भी गर्म कर दिया था. एक मिनट बाद अनामिका नहाने के लिए कह कर जाने लगी.
अब आगे नंगी लड़की के जिस्म की कहानी:
नहाने जाने की कह कर अनामिका तौलिया और ब्रा पैंटी लिए बाथरूम की तरफ जा रही थी.
तो प्रियंका भाग कर उसके पास गई और बोली- तुझे अलग से समझाना पड़ेगा क्या … चल साली तू भी अन्दर नंगी ही जाएगी. अपने कमरे में ही शर्मा रही है कमीनी.
ये कह कर प्रियंका उसकी टी-शर्ट को उतारने लगी.
लेकिन अनामिका ने शर्म से अपनी टी-शर्ट को पकड़ लिया. प्रियंका जब अनामिका की टी-शर्ट नहीं उतार सकी, तो उसने उसका लोअर नीचे खींच दिया. अनामिका की पैंटी सामने आ गई.
प्रियंका ने उसे पैंटी पहने हुए देखा, तो बोली- अरे साआआली … तूने पैंटी कब पहन ली.
प्रियंका अनामिका की पैंटी के बीच से (जहां चूत का हिस्सा होता है) पकड़ कर नीचे खींचने लगी.
अनामिका ने झट से प्रियंका का हाथ से पकड़ लिया और बोली- यार रुक ना … यार प्लीज ना कर!
प्रियंका बोली- कमीनी छोड़ … वरना मैं तेरा ढक्कन फाड़ दूंगी.
मुझे प्रियंका के मुँह से ढक्कन सुनकर हंसी आ गई.
तब तक अनामिका ने शर्म से अपनी टी-शर्ट से अपना मुँह छुपा लिया. जिससे उसके दूध हल्के से दिखने लगे थे. प्रियंका ने उसकी पैंटी उतार कर उसकी चुत नंगी कर दी और अब वो अनामिका की टी-शर्ट उतारने लगी.
पहले प्रियंका ने अनामिका के एक निप्पल को अपने होंठ में दबाया और हल्का सा खींच कर चूस लिया.
अनामिका की मादक सीत्कार निकल गई. वो बोली- छोड़ दे प्लीज़.
प्रियंका- मेरी जान अब शर्माना छोड़ भी दे … साली हम दोनों को पूरी रात नंगी चुदवाने का प्रोग्राम है.
ये कह कर प्रियंका अनामिका की टी-शर्ट ऊपर उठाने लगी.
इतने में अनामिका घूम गई और मेरी आंखों के सामने उसकी मस्त उठी हुई गांड सामने आ गई. अनामिका की नंगी गांड बहुत ही परफेक्ट शेप में थी.
प्रियंका ने उसके चूतड़ों में एक चपत लगाई और टी-शर्ट उतारने लगी. उसी दौरान प्रियंका की लम्बी टी-शर्ट भी ऊपर को उठ गई थी, जिससे मुझे उन दोनों की गांड के दर्शन हो गए थे.
अनामिका ने जरा ढील दे दी और प्रियंका ने उसकी टी-शर्ट हटा कर उसको पूरा नंगी कर दिया. अनामिका ने नंगी होते ही भाग कर बाथरूम में घुसकर दरवाजा बन्द कर लिया.
वो अन्दर नहाने लगी.
प्रियंका- कमीनी नखरे तो ऐसे दिखा रही है … जैसे तुझे तेरा जीजू बिना चोदे ही छोड़ देगा. साली मिल तू बाद में … तेरा तौलिया तो बाहर ही है. आएगी तो नंगी ही!
ये कह कर प्रियंका ने उसकी तौलिया को अपने दीवान के गद्दे के नीचे रख दिया.
मैं- अरे प्रियंका छोड़ भी दो उसको, अभी वो नयी नयी है ना!
हम दोनों हंसने लगे.
थोड़ी देर में प्रियंका ने दीवान पर ही खाना लगा दिया … और यूं ही बातें करते हुए हम दोनों सलाद खाने लगे. दस मिनट में अनामिका नहा कर बाहर आई और उसने अपने शरीर को बिना तौलिया से पौंछे झट से अपनी पैंटी पहन ली. वो अपने हिलते हुए आमों पर ब्रा भी डालने लगी.
उसे देख कर प्रियंका बोली- साली कमीनी … बड़ा दिमाग लगा रही है. मैं तुझे अभी नंगी करती हूँ.
वो उठ कर जा ही रही थी कि मैं उसे रोक कर बोला- रहने दो यार, उसका जैसा मन है, वैसा करने दो ना. अभी उसे खुद पहन लेने दो … बाद में उतारने तो मुझको ही हैं.
इस बात पर प्रियंका और मैं हंसने लगे.
प्रियंका और मुझको हंसता देख कर अनामिका भी शर्म से हंसने लगी. फिर वो प्रियंका के साथ खाने के लिए बैठ गई.
प्रियंका- वो तो तुझे जैसे खा ही जाएंगे … जो मेरे से चिपक कर खा रही है!
बहरहाल हम लोग खाना खाने लगे और खाना खत्म कर दिया.
इसके बाद प्रियंका बोली- जीजू, अभी हम तीनों सो जाते हैं … शाम को उठेंगे, तब मजे करेंगे.
मुझको भी सच में काफी थकान हो रही थी, तो मैं मान गया और हम सब सो गए.
दोस्तो, जब मैं सोता हूँ, तो बहुत गहरी नींद में सोता हूँ. जब लेटा तो पता नहीं कब मेरी आंख लग गई. मैं दीवार के कोने से चिपक कर लेटा था. फिर प्रियंका और दूसरे कोने में अनामिका थी. हम सब पैर पसार कर डबल दीवान पर बेफिक्र सो गए थे.
अचानक … पता नहीं कितने बजे होंगे … मैंने अपने लंड पर हलचल सी महसूस की. जैसे कोई मेरे लोअर में नीचे साइड से हाथ डाल कर मेरे लंड से खेल रहा था.
मैंने आंखों की कनखी से पहले बगल में लेटी प्रियंका को देखा … तो वो तो सो रही थी. अब मैंने तुरंत आंखें बन्द करके मजे लेने लगा कि अनामिका क्या कर रही है, ये देखता हूँ.
थोड़ी देर बाद अनामिका ने मेरे नेकर के नीचे साइड से ही हाथ डाला और मेरा लंड बाहर निकाल कर लंड मुँह में ले लिया.
उसके मुँह के गर्म गर्म अहसास से मैं जन्नत वाली फीलिंग ले रहा था.
वो मजे से मेरे पिंक सुपारे को बार बार जीभ से चाट कर चूस रही थी. फिर वो मेरे लंड के छेद पर जीभ से फेरने लगी.
तभी अचानक अनामिका जोश में आ गई और उसने पूरा लंड गप्प से अन्दर कर लिया. उसके इस तरह से लंड चूसे जाने से मैं भी आश्चर्य में था कि इसने पूरा लंड मुँह के अन्दर कैसे ले लिया. अभी तो प्रियंका भी मेरे लंड पूरा अन्दर नहीं ले पाती है.
बहरहाल मैं अपने लंड चुसाई का मजा लेने लगा. थोड़ी देर में उसके मुँह से लंड निकालते घुसेड़ते समय ‘छप … चाप.’ की आवाजें निकलने लगीं.
इतने में प्रियंका भी हल्की सी हिली और दुबारा सो गई. उधर अनामिका एक पल के लिए रुकी और वो फिर से मेरा लंड मुँह के अन्दर बाहर करते हुए चूसने लगी.
जब मेरे से आराम से लेटा नहीं गया. मन मचलने सा लगा. तो मेरी भी हरकत करने की इच्छा होने लगी. मैं थोड़ा हिला. मुझे हिलता देखते ही अनामिका तुरंत लंड छोड़ कर फिर से सोने का नाटक करने लगी.
मैंने आंख खोलीं और प्रियंका की तरफ देखा. वो उस समय मेरी तरफ मुँह करके लेटी थी. उसकी टी-शर्ट ऊपर उठी थी, जिससे उसकी नंगी नाभि और नंगी चूत दिख रही थी. प्रियंका की नमकीन चुत उसकी जांघों के बीच में दबी सी दिख रही थी.
अगले ही पल मेरी नजर सामने दीवार पर लगी घड़ी पर पड़ी … तो शाम के 8 बज रहे थे.
मैंने प्रियंका को धीरे से उठाया, मगर वो नहीं उठ रही थी.
एक पल रुकने के बाद मैंने उसकी टी-शर्ट को उठा कर उसके मम्मों को नंगा कर दिया. फिर उसके करीब जाकर उसके चूचों पर मुँह लगा दिया.
तीन चार बार चूची चूसने के बाद ही उसकी आंख खुल सकी.
वो अभी कुछ बोलने ही जा रही थी कि मैंने उसके होंठों पर उंगली रख कर उसे इशारा किया- शश ..
तो वो चुप हो गई.
मैं धीमे से उसके कान में बोला- जब मैं सो रहा था तो अनामिका मेरा पूरा लंड मुँह में लेकर चूस रही थी.
ये सुनकर प्रियंका की आंखें बड़ी हो गईं.
मैं उसको बोला- अभी वो सोने का नाटक कर रही है. तुम धीरे से उठो और कुछ लेकर उसके हाथ पैर बांध दो. वो चाह कर भी उठेगी नहीं … वरना उसकी चोरी पकड़ी जाएगी.
प्रियंका ने ऐसा ही किया.
अनामिका सोने का नाटक कर रही थी. उसके बंध जाने के बाद मैं आराम से उठा और बाथरूम में चला गया. पहले मैंने सुसु की और लंड को धोकर आ गया.
अब तक अनामिका समझ चुकी थी कि मुझको सब पता चल चुका था. मगर वो अभी भी आंखें बन्द करके लेटी थी.
मैं उसके पास गया और उसके कान में बोला- मेरी साली साहिबा … मैं आपकी सब हरकत को देख चुका हूँ. तुम बड़ी बेताब थी न मेरा लंड चूसने के लिए … लो अब मेरा लंड हाजिर है.
अनामिका बिना आंखें खोले मुस्कुरा पड़ी.
मैं बोला- तुमको रोमांटिक चुदाई करनी थी ना … तैयार हो जाओ. आज तुम्हारा अंग अंग अलग अनुभूति करने वाला है. तुम्हारे तन बदन में शोले और अंगारे बरसेंगे. लेकिन तुम कुछ नहीं कर सकोगी … बस एन्जॉय करो.
फिर मैंने उसके माथे को चूमा. गीले चुम्बन से उसको एक सिहरन हुई. मैंने उसकी बन्द आंखों को चूमा … गालों को भी धीरे धीरे चूमने लगा. फिर उसकी नाक की टिप पर भी मैंने चुम्बन किया. इसके बाद अनामिका के होंठों की बारी आ गई थी.
मैं उसके कान की लौ को चूमते हुए बोला- बेबी, आज तुमको बहुत मजा आने वाला है. तुम्हारे आम आज से मेरे हुए.
यह कहते हुए मैंने उसके एक कान की लौ को दांत से हौले से काट लिया और तुरंत उसकी गर्दन को चूमने लगा.
मेरे गीले चुम्बनों से वो पगला रही थी. उसकी हरकत होने लगी.
प्रियंका वहां कुर्सी पर बैठी ये सब देख रही थी.
मैंने अनामिका के रसीले होंठों को दो बार चूमा और उसके कंधों पर आ गया. मैंने दोनों कंधों को बड़े प्यार से चूमा. फिर उसकी टी-शर्ट को हटाते हुए उसकी ब्रा की पट्टी को हटा दिया.
मैं उसके नग्न जिस्म पर लव बाइट्स देने लगा.
अनामिका सिहरते हुए बोली- जीजू लव बाइट्स नहीं … प्लीज़.
मैंने फिर से उसके होंठों को चूम लिया.
वो भी साथ देने के लिए मेरे होंठों को चूसना चाहती थी … लेकिन तभी मैं हट गया.
मैंने प्रियंका को इशारा किया कि वो फ्रिज से आइस क्यूब (बर्फ के टुकड़े) लाकर दे.
दोस्तो, मैंने और प्रियंका ने यह पहले से प्लान किया था. उसकी पसंद की ये सभी चीजें में हॉट चॉकलेट … आइसक्रीम ब्रिक … और पेस्ट्री के पैक्स व वोडका का हाफ, कोल्ड्रिंक की बॉटल्स वगैरह, मैं सब लेकर गया था. मैंने उसको सामान देकर बोल दिया था कि फ्रिज में कुछ आइस जमा देना.
प्रियंका ने एक कटोरे में डाल कर बर्फ लाकर दी, जिसे मैंने थोड़ी देर के लिए अनामिका के होंठ पर रख दी.
बर्फ की ठंडक महसूस करते ही अनामिका आंख खोलते हुए बोली- आह जीजू क्या कर रहे हो … बहुत ठंडा लग रहा है.
जब वो बोल रही थी, मैंने फिर से अपने होंठ उसके होंठों से चिपका कर चूसने लगा. जिससे वो बिन पानी की मछली को जैसे अचानक से पानी मिल जाए, जैसी हो गई … और मेरे होंठों को लगातार चूसने लगी.
हम दोनों ही बेतहाशा एक दूसरे के होंठों को चूसने में लग गए.
थोड़ी देर फिर मैं उससे अलग हो गया. वो गुस्से से मेरी तरफ देखने लगी कि अलग क्यों हो गए.
मैं उसकी आंखों को देखते हुए मुस्कुरा दिया और झटसे उसके होंठों को चूसने लगा. वो अतिउत्तेजना में मेरे होंठों को चूसने के साथ साथ काटने भी लगी.
जब मैं बार बार उठकर उससे अलग होने लगा, तो उसकी आंखें अब खुली रहने लगीं. वो मुझे देखने लगी कि मैं उसके साथ क्या क्या कर रहा हूँ.
मैंने उसकी आंखों में वासना से झांकते हुए उसकी टी-शर्ट को उठा कर उसकी गर्दन तक कर दी. चूंकि उसके हाथ बंधे थे तो मैं पूरी टी-शर्ट उतार तो सकता नहीं था.
अब उसके आम मेरे सामने ब्रा में दिखने लगे थे. मैं उसकी नाभि पर बर्फ से गोल गोल घुमाने लगा. बर्फ का जितना ठंडा पानी गलता, उसकी नाभि में भरता जाता.
नाभि के बाद मैंने कुछ देर बर्फ के टुकड़े को उसकी ब्रा के चारों तरफ घुमाया, फिर पैंटी लाइन के ऊपर कमर तक बर्फ रगड़ता रहा. इस काम में मैंने अब तक दो आइसक्यूब गला दिए थे.
अनामिका का ये सब सहते हुए बुरा हाल हो गया था. मैं उसके मुँह के ऊपर अपना लंड लटकाए हुए ये सब कर रहा था तो वो अपने मुँह के ऊपर लटक रहे मेरे लंड पर टूटने लगी.
मगर मैं झट से अपने लंड को उसकी पहुंच से दूर कर देता था वो बड़ी मुश्किल से कभी कभी ही लंड को छू पा रही थी.
फिर मैंने अपना मुँह उसकी नाभि में रख दिया और नाभि में भरा पानी पीते हुए पूरी नाभि के छेद को अपने मुँह में भर लिया. वो सिहर उठी और मचलने लगी.
अब अनामिका अपने दोनों हाथ पीछे करके दीवान से सटा कर उठते हुए अपना मुँह उठा कर मेरे लंड को लोअर के ऊपर से ही पकड़ कर चूसने की नाकाम कोशिश करने लगी.
मैं घूम गया और उसके होंठों को फिर से चूसने लगा. वासना के पूरे जोश में हम दोनों ही पागल हो रहे थे. मैंने अपना लंड नेकर की बगल से बाहर निकाल कर उसको दिखाया … तो मेरा लम्बा और मोटा लंड देख कर उसकी आंखें फ़ैल गईं.
वो बोली- ऊ मां … जीजू ये तो फोटो से बहुत ज्यादा बड़ा है … मैं तो मर ही जाऊँगी.
मैं हंसता हुआ अपना लंड उसके मुँह की तरफ ले गया और बोला- लो अब उजागर में चूसो … चोरी से लंड चूसने में क्या मजा आया होगा.
वैसे दोस्तों चोरी से लंड चूसने में भी लड़कियों को एक अनोखा मजा आता है.
मैंने अपने लंड को उसके होंठों के ऊपर रख दिया. मेरा गुलाबी सुपारा उसके होंठ के अन्दर गया ही था कि मैंने फिर से लंड ऊपर कर लिया.
अनामिका इससे झल्ला गई. वो बोली- जीजू आप इतना क्यों तड़पा रहे हो … प्लीज़ चुसवाओ ना!
मैं बोला- मैं पालतू जानवर को भी जंगली बना देता हूँ … जैसे तुम अभी हो रही हो मेरी प्यारी शर्मीली सी साली.
मैं हंसने लगा और एक आइसक्यूब को लेकर अपने लंड पर घुमाने लगा. मैं आइसक्यूब को ठीक उसके होंठों के ऊपर से छुलाता हुआ घुमा रहा था, जिससे लंड की गर्मी से पिघलती बर्फ का पानी उसके होंठों पर जाने लगा.
वो लंड की गर्मी से पिघले पानी को मस्त होकर पीने लगी. कभी कभी वो मेरे लंड की तरफ लपकने की कोशिश भी कर रही थी.
मगर मैं सजग था.
फिर थोड़ी देर बाद मैं उसी बर्फ को उसके होंठों पर रगड़ने लगा. वो होंठ गीले करते हुए जीभ निकाल कर पानी चाटने लगी.
कुछ देर बाद मैंने अपना गीला चमकता लंड उसके मुँह के पास किया तो उसने मुँह खोल दिया और मैं लंड अन्दर घुसेड़ने लगा. उस नंगी लड़की ने गप्प से लंड को अपने मुँह के अन्दर ले लिया और मस्ती से चूसने लगी.
मेरा लंड उसके मुँह के अन्दर था, तो मैं कभी कभी धक्के भी मारने लगा. लंड गले तक जाने लगा तो उसकी आंखों में अजीब सी चमक आ गई थी.
थोड़ी देर बाद मैंने लंड हटा लिया … तो उसका मुँह गुस्से में भर गया. वो गाली देते हुए बोली- साले कमीने जीजू … मुझे चूसने क्यों नहीं दे रहे हो.
उसकी इस तड़फ से प्रियंका हंसने लगी और बोली- हां साली अब क्यों लंड मांग रही है, पहले नंगी होने में ही तुझे शर्म आ रही थी.
मैंने प्रियंका की बात पर हंसते हुए अनामिका के लोअर को नीचे खिसका दिया. उसका लोअर घुटने के थोड़े नीचे आ गया था. मेरे सामने उसकी फूल वाली पैंटी दिखने लगी थी. मैंने झुक कर उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर किस कर दिया. इससे वो एकदम से मचल उठी.
फिर मैं बर्फ लेकर उसकी पैंटी में छिपी चूत की दरार के ऊपर वाले हिस्से को गीला करने लगा. जब उसकी चुत बर्फ के पानी से गीली हो गई, तो मैंने अपना मुँह पैंटी के ऊपर से ही उसकी चुत पर लगा दिया और बर्फ का बचा हुआ टुकड़ा उसकी चूत के छेद में लगा दिया. जिससे वो ठंडक पाते ही मछली जैसे कांपने लगी और नीचे से गांड उठा उठा कर चूत मेरे मुँह में घुसेड़ने लगी.
दोस्तो, नंगी लड़की के जिस्म की कहानी में लंड चुत के मिलन का रस टपकने लगा है. आपको मजा आ रहा होगा. आप प्लीज़ मुझे मेल करते रहिए.
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नंगी लड़की के जिस्म की कहानी जारी है… गर्ल्स हॉस्टल को बनाया रंडीखाना – 6