यह कहानी एक सीरीज़ का हिस्सा है:
मेरी चूत चुदाई कहानी में आपने पढ़ा कि मेरा मौसेरा भाई अंकित मेरी चूत में जीभ पेल कर चूस रहा था और समाली अंकल मेरी गांड में लंड पेल कर पिल पड़े थे.
अब आगे..
समाली अंकल बोलने लगे- साली कितना चुदवाती है वन्द्या.. अभी कमसिन उम्र में तू ऐसी है.. तो बीस इक्कीस साल में तो पूरी दुनिया तेरी गुलाम हो जाएगी.
अंकित ने मेरी चूत में भरा राज अंकल के लंड रस और उसी में मिला मेरी चूत रस को चाट चाट कर साफ़ कर दिया. वो बोला- आह.. कितना मस्त रस है तेरी चूत का.. मेरी जान वन्द्या.
फिर वो चूत छोड़कर मेरे नंगे पेट को चूमने लगा और मेरी नाभि में उंगली डाल कर ऐसा चूमा कि मुझसे रहा नहीं गया. मैंने चुदास से भर कर अंकित के बाल पकड़ लिए और बोली- और ऊपर आ अंकित मेरे होंठों को चूम यार.
अंकित बोला- जरा सब्र रख वन्द्या … तू इतनी खूबसूरत और सेक्सी है कि कोई तुझे सामने बैठा कर सारी उम्र बस देखता रहे.. तो उसे जन्नत का अहसास मिलेगा. और अगर तुझे कोई नंगी देख ले तो, फिर उसका कहना ही क्या.. और कहीं तेरे जिस्म को छूने को मिल जाए, चूमने को मिले.. मतलब जिंदगी में उसे और कुछ चाहिए ही नहीं.. और कहीं तू किसी मर्द को साथ में सोने को मिल जाए मतलब चोदने को मिल जाए तो उन मर्दों को फिर जीवन का असली मजा मिल गया.. और समझो उनको यहीं जन्नत मिल गई.. और उन मर्दों का जीवन सफल हो गया. तेरे जैसी खूबसूरत लड़की इतनी सेक्सी भी है, यह मैंने आज जाना है. तू बहुत बहुत सेक्सी है वन्द्या.. तेरा कोई जवाब नहीं. मैंने आज जब से तुझे चुदते देखा है, तब से मैं बिल्कुल तेरा दीवाना हो गया हूं. लालजी ने मुझे बताया था, पर मैंने उस पर यकीन नहीं किया था. आज देख कर जान गया कि लालजी ने जो बोला था, वह भी कम बोला था. तू तो उससे भी कहीं ज्यादा सेक्सी है.. बहुत स्टेमिना तेरे अन्दर है. अभी तेरे को पांच लोगों ने चोदा, फिर भी तू सेटिस्फाइड नहीं हुई. तू गजब है यार.. आज मुझे जन्नत मिल जाएगी.
यह कहते हुए सीधे मेरे दूधों को पकड़ कर अंकित जोर जोर से दबाने लगा. वो अपनी दोनों हथेलियों से मेरे दोनों दूध पकड़ के कस कर दबाता तो मेरी चीख निकल जा रही थी. फिर वो मेरे एक-एक दूध को पकड़ कर चूसने लगा. अंकित के दूध चूसने का ऐसा मस्त स्टाइल था कि मैं सी सी आहह आहह करने लगी. दूध चुसवाना हर लड़की को बहुत अच्छा लगता है.
जब अंकित दूध चूस रहा था तो उसकी छाती मेरे पेट से चिपक गई थी. उसका लंड मेरी जांघों के आसपास छू जा रहा था. कई बार तो अंकित का लंड मेरी चूत में छू जाता तो मैं बिल्कुल चहक उठती.
मैंने फिर अंकित को जोर से अपनी ओर खींच लिया और बोली- बहुत कमीना है तू.. साले मेरी जान लेगा क्या.. इतना तड़पा रहा है.. जल्दी अन्दर आ जा.
मैं जमके अंकित के होंठों को चूसने लगी चाटने लगी. अंकित भी मेरे होंठों को काटने लगा चाटने लगा और अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल कर मेरी जीभ को चूसने लगा और चाटने लगा.
मैं बिल्कुल पागल हो गई और बोली- अंकित, अब नहीं रहा जा रहा.. तू डाल दे अपना मस्त लंड मेरी चूत में.. मुझे चाहे जितना दर्द हो.. तुम पूरा लंड घुसाना और मुझे जम के चोदना.
तब अंकित बोला- तुझे निराश नहीं करूंगा वन्द्या.. तू बिल्कुल चिंता नहीं कर.. तेरे पूरे सेक्सी खूबसूरत बदन में सबसे खूबसूरत सेक्सी तेरी यह प्यारी सी नाक है.. तेरी यह नाक बहुत ही हॉट लगती है. पहले जरा इसे चूस लूं चाट लूं. वो लिपटकर पकड़कर मेरी नाक को चाटने लगा, चूसने लगा. अंकित बहुत देर तक मेरी नाक को चूसता रहा, चाटता रहा.
अंकित ने समाली अंकल को कहा- अंकल जी, मेरी बहन वन्द्या की गांड और जोर जोर से चोदो.. मारो इसकी गांड.. जोर से डालो अपना पूरा का पूरा लौड़ा इसकी गांड में.. और जल्दी-जल्दी तेजी से अन्दर-बाहर करो.
तब समाली अंकल बोले- हां.. बहुत मस्त गांड है तेरी बहन की यार.. साली को कब से चोद रहा हूं.. लेकिन मजा कम नहीं हो रहा है. आज मैं बताऊं पहली बार गोली खाकर चुदाई कर रहा हूं.. तभी तो 15 मिनट हो गए इसकी गांड चोदते, यह तो क्या चीज है.. साली थकती नहीं.. बस गांड रगड़वाए जा रही है. अब थोड़ी देर में मेरा बस होने वाला ही होगा क्योंकि इस टेबलेट का असर 20 मिनट तक ही रहता है.
तब अंकित ने मेरी टांगों को चौड़ा किया और चूत में अपने हाथ से थपकी दी और उंगली से फैला कर अपने लंड को जैसे ही रखा, तो इतना मोटा लंड बिल्कुल फिट नहीं हो रहा था.
तब अंकित बोला- वन्द्या तेरी चूत तो बहुत टाइट है, लालजी बोल रहा था कि तू बहुत चुदक्कड़ है.. तूने बड़े-बड़े लंड लील लिए है.. भले ही तू अभी छोटी है, पर तेरी तो चूत अभी भी लगती है.. जैसे वर्जिन लड़की हो.. तुम कुंवारी लगती हो.
उसकी बातों से मेरा ध्यान क्या भटका कि तभी अंकित अपने लंड को मेरी चूत के मुहाने में रखकर एकदम से लंड पेल दिया. उसकी इस तरकीब से लंड घुस गया और मेरी चीख निकल गई. उसने लंड को ताकत से मेरी चूत में दबाया तो मैं चिल्ला उठी- भाई अंकित … मार डालेगा क्या साले.. भोसड़ी के बहुत दर्द हो रहा है.
जबकि उसका थोड़ा सा ही लंड का सुपारा घुसा था लेकिन मेरी हालत बहुत खराब हो गई थी. सच में अंकित का बहुत मोटा लंबा लंड था.
अंकित बोला- अभी तो साली बोल रही थी कि चाहे कुछ भी हो जाए.. जमकर चोदना.. फाड़ देना मेरी चूत को.. अब ले झेल मेरा लौड़ा खा साली.
अंकित ने पूरी ताकत लगा कि जैसे ही अपना लंड घुसाया, मैं इतनी जोर से चिल्लाने लगी और रोने लगी कि जैसे मेरी जान निकलने लगी हो. मैं गाली भी देने लगी- कुत्ते साले मादरचोद छोड़ दे कमीने भड़वे.. बहुत गंदा है, निकाल ले अपना लंड मुझे नहीं चुदवाना.. कोई बचा लो मुझे बहुत दर्द हो रहा है बचा लो कोई मुझे इस राक्षस से.. हरामी साला मार डालेगा.. बचा लो ओ गॉड.. बचा लो मुझे इस राक्षस से.. देखो न राज अंकल मेरी चूत से खून निकल रहा है क्या.. मुझे बचाओ कोई मेरी चूत फट गई लगती है.
तभी राज अंकल ने आकर देखा और बोले- अंकित थोड़ा आराम से डाल.. हल्का हल्का खून आ गया है सोनू की चूत से.
यह सुनते ही मैं और जोर से रोने लगी चिल्लाने लगी- मेरी चूत को फाड़ डाला.. यह बहुत हरामी है, मम्मी बचा लो … बहुत जोर से दर्द हो रहा है.. बहुत गन्दा चोदता है.
तभी अंकित ने पूरा का पूरा लंड डाल दिया और बोला- वन्द्या तू बहुत बड़ी छिनाल है साली.. और ले कुतिया.. आज तेरी चूत की चीथड़े उड़ा दूँगा.
उसने जोर से धक्का मारा तो बिल्कुल ऐसा लगा कि मेरी चूत फट गई हो. उधर पीछे समाली अंकल मेरी गांड में डाले जोर जोर से चोद रहे थे. मुझसे रहा नहीं जा रहा था, पर मैं क्या करती, मेरे हाथ में कुछ नहीं बचा था. इसी समय मेरे पीछे गांड में मुझे अजीब सी गुदगुदी सी होने लगी और मैं अपनी कमर को उठाकर पीछे करने लगी ताकि समाली अंकल का लौड़ा और घुस जाए.
इस बात को समाली अंकल समझ गए और बोले- वन्द्या, मैंने अपना पूरा लंड तेरी गांड में घुसाया हुआ है.. रुक और तेजी से तेरी गांड में अपना लंड ठोकता हूं.
अब समाली अंकल ने मेरे बालों को पकड़ लिया और थोड़ा पोजीशन बदल कर मेरी गांड को चोदने लगे. बहुत फच फच की आवाज आने लगी और अंकल गन्दी गालियां भी देने लगे- ओहहह मेरी जान वन्द्या … तेरी गांड को चोदे बिना अब नहीं रह पाऊंगा, तू यहीं रह जा अपने मौसी के यहाँ.. मैं हर दिन अलग अलग लंड का इंतजाम कर दिया करूंगा.. आह. साली मादरचोदी.. तू दुनिया की सबसे बड़ी माल हो चुकी है.. तुझे मैं किसी दिन कुतिया बना कर चोद करूँगा किसी दिन घोड़ी बना कर तेरी गांड मार करूँगा.
मैं बोली- हां साले बुड्डे लौड़े.. तेरे लंड में बहुत जान मादरचोद..
तभी अचानक से समाली अंकल बोले- ओहहहह ऊंहहह वन्द्या … मेरा लौड़ा अब झड़ने वाला है.
उसी समय जाने किस तरह से हुआ कि जो मेरी चूत में अंकित का बहुत मोटा लंड जाने से दर्द हो रहा था, वह दर्द एक दम से गायब होने लगा और 2 मिनट बाद बचा हुआ दर्द भी जाने कहाँ चला गया. अब मैं अब बिल्कुल एक अलग सी मदहोशी की दुनिया में थी. मेरे जिस्म में अब कोई दर्द नहीं था, सिर्फ और सिर्फ सेक्स की प्यास थी.
मैं बोली- अंकित भाई, तू बहुत मस्त लड़का है.. बहुत जोर से डाल दे मैंने तुझे बहुत गाली दी.. मुझे पता नहीं क्या हो गया था.. आह.. तू तो बहुत मस्त लड़का है, मेरा भाई है.. मेरे सगी मौसी के बड़े जेठ का बेटा है, तो मेरा भाई ही है. मेरे भाई मुझे जम के चोद.. तेरा लौड़ा बहुत मस्त है.. मैं बहुत चुदासी हूं. तू आज मुझे जम के चोद पूरा लंड घुसा दे.
साथ ही मैंने समाली अंकल को भी बोला- अंकल आप अभी झड़ने का मत बोलो.. मुझे जम के चोदो.. मेरी गांड में जितना हो सके लंड डालो.. मैं बहुत चुदासी हूं, मैं आपकी हूं अभी 15 दिन यहीं हूं, आप बहुत मस्त हो जम के चोदो.
तभी ना जाने क्या हुआ संमाली अंकल मेरी गर्दन पकड़ कर मुझे जम के चोदने लगे और बोले- वन्द्या, तू आने वाले दो-तीन साल में बहुत बड़ी छिनाल रंडी बनेगी.. तेरे से मस्त माल पूरे हमारे एरिया में कोई नहीं होगा. मैं तेरा हमेशा आशिक रहूंगा.. तू आज मुझे जन्नत दिखा दी.. लेकिन मेरी जान वन्द्या मैं अब झड़ने वाला.. हूं मेरा लंड रस निकलने वाला है.
बस इतना कहते ही मेरी गांड में समाली अंकल का बहुत गर्म गर्म लंड रस छूट गया और मेरी गांड में भर गया. मैं अजीब से नशे में चूर थी. समाली अंकल ने रगड़ रगड़ कर पूरा लंड का रस मेरी गांड में छोड़ दिया. मेरी गांड के अन्दर कोई गरम रस निकला, इस तरह का एक मस्त अहसास मुझे हुआ. मुझे ये बहुत अच्छा लगा और मैं बिल्कुल पागल सी हो गई. पहली बार मेरी गांड में मुझे सेटिस्फेक्शन मिला, पूर्ण संतुष्टि मिली.
मैंने समाली अंकल को बोला- थैंक्यू अंकल.. आज पहली बार आपने मेरी गांड को सेटिस्फाई किया.. मैं हमेशा आपकी रहूंगी और आपके पास आ जाऊंगी.. जब भी आप बुलाओगे.
अब समाली अंकल मेरी गांड से अपना लंड निकाल कर उठ गए और बोले- वन्द्या तू दुनिया की सबसे मस्त गांड वाली लड़की है, तेरा भाई लालजी सच बोल रहा था.
इधर आगे तरफ चूत में अंकित जोर जोर से अपना लंड मेरी चूत में रगड़ने लगा और घुसाने लगा. अब मुझे सिर्फ अंकित ही चोद रहा था. अंकित बहुत जोर जोर से मेरी चूत में अपना लंड डालकर अपनी और मेरी हवस मिटा रहा था. मैं भी उससे लिपट गई और बोली- अंकित तू बहुत मस्त लौंडा है.. तेरा मस्त लंड है. आज तू मुझे पूरा चोद दे और मेरी चूत भी फाड़ कर चाहे टुकड़े टुकड़े कर दे.
तभी अंकित ने मेरे दोनों दूध अपने हाथों से अपने पकड़ लिए और जमकर दबाने लगा. वो बेहद गन्दी गन्दी गालियां देने लगा. वो बोला- वन्द्या तू बहुत मादरचोदी है बहनचोद साली कुतिया.. मैं जानता हूं तेरी मम्मी भी छिनाल है. तेरी दोनों बहन भी बहुत चुडक्कड़ हैं, जब लालजी को मैं दारू पिला देता हूं, तो लालजी नशे में मुझे सब बताता है. वन्द्या तू बहुत बड़ी रंडी है ले मादरचोदी मेरा पूरा लंड खा.
उसने पूरी ताकत से लंड डाला और जम के धक्के मारने लगा. वो इतनी तेजी से अपना लंड मेरी चूत में डाल रहा था कि 5 मिनट के अन्दर ही उसने मेरी चूत को और मुझे बेहाल कर दिया. मुझे कुछ होश नहीं था.. मैं हवश और चुदाई की आग में जलने लगी मदहोश हो गई.
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कहानी जारी है.